India@2047 Summit: "भारतीय क्रिकेट किसी की जागीर नहीं है"... आखिर हेड कोच गौतम गंभीर ने ऐसा क्यों कहा?

Gautam Gambhir India at 2047 Summit: IPL 2025 के बीच टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने एक इंटरव्यू में कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने रोहित शर्मा और विराट कोहली से अनबन की बातों को खारिज किया और आलोचकों को भी जवाब दिया। गंभीर ने साफ कहा कि भारतीय क्रिकेट किसी एक का नहीं, बल्कि पूरे देश का है।
कोचिंग पर उठे सवालों पर गंभीर का जवाब
गौतम गंभीर से जब सवाल पूछा गया कि न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार के बाद उनकी आलोचना होने लगी है तो उन्होंने बहुत ही साफ और ठोस जवाब दिया। आलोचकों ने यहां तक कह दिया कि वह कोच बनने के लायक नहीं हैं । उन्हें पद से हटा देना चाहिए। इस पर गंभीर ने बेबाकी से कहा कि आलोचना करने का हक सभी को है, लेकिन भारतीय क्रिकेट किसी की जागीर नहीं है।
गंभीर ने आलोचकों को दिया करारा जवाब
गौतम गंभीर ने आलोचना पर बेबाकी से प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "भारतीय क्रिकेट किसी की जागीर नहीं है। मुझे कोच बने अभी सिर्फ 8 महीने हुए हैं। अगर टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है तो आलोचना स्वाभाविक है और मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है।" उन्होंने आगे कहा, "गलतियां निकालना लोगों का काम है और वे ऐसा जरूर करेंगे। मैं आलोचना से नहीं डरता। मैं इसे सुधार का जरिया मानता हूं।"
गौतम गंभीर ने अपने आलोचकों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग पिछले 20-25 साल से कमेंट्री बॉक्स में बैठे हैं। हर बात पर सवाल उठाते हैं। उन्हें ऐसा लगता है जैसे भारतीय क्रिकेट सिर्फ उन्हीं का अधिकार है। गंभीर ने साफ शब्दों में कहा कि भारतीय क्रिकेट किसी एक की जागीर नहीं है, बल्कि यह 140 करोड़ भारतीयों की पहचान है ।
गौतम गंभीर ने कहा कि उनके आलोचकों ने उनकी कोचिंग, रिकॉर्ड, इंजरी और यहां तक कि चैंपियंस ट्रॉफी जीतने पर मिली प्राइज मनी पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने यह जाहिर किया कि उनकी हर एक चीज को निशाना बनाया गया, लेकिन वह इन आलोचनाओं से प्रभावित नहीं होते।
