Badminton: वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स से भारत के 6 बैडमिंटन खिलाड़ी बैन, जर्मनी में बड़ा विवाद, जानें पूरा कारण

6 Indian Badminton Players Banned : जर्मनी के राइन-रूहर में आयोजित विश्व विश्वविद्यालय खेलों (WUG) 2025 में भारत की बैडमिंटन टीम विवादों में घिर गई है। मिश्रित टीम इवेंट में कांस्य पदक जीतने के बावजूद विवाद इसलिए खड़ा हुआ क्योंकि चयनित 12 में से 6 खिलाड़ियों को प्रशासनिक लापरवाही के चलते टूर्नामेंट में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं मिल सकी। टीम मैनेजमेंट 16 जुलाई को हुई आधिकारिक मीटिंग में सभी खिलाड़ियों के नाम समय पर जमा कराने में नाकाम रहा।
न्याय की मांग को लेकर अलीशा खान का फूटा दर्द
प्रतिबंधित खिलाड़ियों में शामिल अलीशा खान ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की। उन्होंने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, "यह केवल कुप्रबंधन नहीं है यह करियर को नुकसान पहुंचाने वाला है। हमने कोई मैच नहीं गंवाया, बल्कि खेलने का अधिकार ही खो दिया।"
अलीशा ने अपनी पोस्ट में एआईयू और टीम अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी लापरवाही ने खिलाड़ियों का भविष्य खतरे में डाल दिया है। उन्होंने जवाबदेही और न्याय की मांग की है।
चयन ट्रायल से शुरू हुई गड़बड़ी
सूत्रों के मुताबिक, बीवी राव और अजीत मोहन वे अधिकारी थे जो भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) की ओर से प्रबंधकों की बैठक में शामिल हुए थे। एआईयू ( देश में विश्वविद्यालय स्तर के खेलों की नोडल संस्था है) ने इस घटनाक्रम को स्वीकार किया है। एआईयू की सचिव डॉ. पंकज मित्तल ने इस पर विस्तार से कुछ भी कहने से इनकार करते हुए सिर्फ इतना कहा कि मामले की जानकारी मिल गई है और जांच चल रही है।
एक वरिष्ठ सूत्र ने यह भी बताया कि यह सिर्फ एक प्रशासनिक गलती नहीं, बल्कि एक ‘व्यवस्थित अनियमितता’ का मामला है जिसकी जड़ें भुवनेश्वर के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) में आयोजित चयन ट्रायल से जुड़ी हुई हैं।
विश्व विश्वविद्यालय खेलों में भारतीय बैडमिंटन टीम को लेकर उठे विवाद में अब चयन प्रक्रिया और अधिकारियों की लापरवाही को लेकर नए खुलासे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, प्रबंधकों की बैठक में 12 खिलाड़ियों की सूची उपलब्ध कराई गई थी, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने न तो सूची को गंभीरता से पढ़ा, न ही गैरमौजूद या घायल खिलाड़ियों की जांच की। यहां तक कि यह भी स्पष्ट नहीं किया गया कि कौन सा खिलाड़ी किस वर्ग में हिस्सा लेगा। अधिकारियों की इस बुनियादी चूक ने कई खिलाड़ियों के खेलने का मौका छीन लिया।
केवल छह खिलाड़ियों ने खेला टूर्नामेंट
विश्व विश्वविद्यालय खेलों की मिश्रित टीम स्पर्धा में भारत की ओर से सनीथ दयानंद, सतीश कुमार करुणाकरण, देविका सिहाग, तस्नीम मीर, वर्षिनी विश्वनाथ श्री और वैष्णवी खड़केकर ने हिस्सा लिया। टीम ने ग्रुप स्टेज में मकाऊ को हराया लेकिन हांगकांग से हार गई। फिर नॉकआउट दौर में भारत ने अमेरिका और मलेशिया को मात दी, हालांकि सेमीफाइनल में चीनी ताइपे से हारकर अभियान समाप्त हुआ।
इस बीच रोहन कुमार, दर्शन पुजारी, अदिति भट्ट, अभिनाश मोहंती, विराज कुवाले और अलीशा खान जैसे खिलाड़ी 12 सदस्यीय टीम का हिस्सा होते हुए भी कोर्ट पर नहीं उतर पाए। दर्शन पुजारी ने भारतीय बैडमिंटन संघ (BAI) को पत्र लिखकर पूरे मामले की गहन जांच की मांग की है।
