4 चेहरे, 1 तारीख: 20 जून ने बदल दिया भारतीय क्रिकेट का इतिहास, जानिए क्यों खास है ये दिन

20 जून ने बदल दिया भारतीय क्रिकेट का इतिहास, जानिए क्यों खास है ये दिन
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On This Day in Cricket : भारतीय क्रिकेट के इतिहास में 20 जून एक ऐसी तारीख है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। इसी दिन तीन ऐसे दिग्गज खिलाड़ियों ने टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा, जिन्होंने आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट की तस्वीर ही बदल दी। साल 1996 में लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया। ठीक 15 साल बाद 20 जून 2011 को विराट कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पहला टेस्ट खेला। यह डेब्यू एक सुनहरे दौर की शुरुआत थी, जहां इन तीन खिलाड़ियों ने भारत को कई जीत दिलाईं।

सौरव गांगुली (Sourav Ganguly)



20 जून 1996 को जब सौरव गांगुली ने इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में अपना टेस्ट डेब्यू किया, तब किसी को नहीं पता था कि भारतीय टीम को ऐसा खिलाड़ी मिल रहा है, जो आगे चलकर टीम की तस्वीर बदल देगा। गांगुली ने पहली ही पारी में 131 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें उन्होंने 435 मिनट तक बल्लेबाजी करते हुए 20 चौके जड़े और साथ ही 2 विकेट भी झटके।

अपने करियर में उन्होंने 113 टेस्ट में 7212 रन बनाए, जिनमें 16 शतक शामिल हैं। दिलचस्प बात ये रही कि जब-जब उन्होंने टेस्ट में शतक जमाया, भारत कभी हार नहीं सका। उनका सर्वश्रेष्ठ टेस्ट स्कोर 239 रन रहा, जो उन्होंने 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था।

वनडे करियर की बात करें तो गांगुली ने 311 मैचों में 11363 रन, 22 शतक और 72 अर्धशतक के साथ खुद को भारत के सबसे सफल बल्लेबाज़ों में शामिल किया। उनका बेस्ट वनडे स्कोर 189 रन रहा, जो 1999 में श्रीलंका के खिलाफ आया था।

राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid)



20 जून 1996 को लॉर्ड्स के मैदान पर जब राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया, तो उन्होंने अपनी पहली ही पारी में 95 रन बनाकर बता दिया कि भारतीय टीम को एक भरोसेमंद बल्लेबाज मिल गया है। उनके शांत स्वभाव ने उन्हें जल्द ही 'द वॉल ऑफ इंडिया' बना दिया।

द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर में 164 मैचों में 13288 रन बनाए, जिसमें 36 शतक और 63 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ टेस्ट स्कोर 270 रन रहा, जो उन्होंने 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ जड़ा था।

वनडे करियर में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा। उन्होंने 344 वनडे मैचों में 10889 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 83 अर्धशतक शामिल हैं। 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई 153 रन की पारी उनका बेस्ट वनडे स्कोर रहा। द्रविड़ ने सिर्फ 1 टी20 इंटरनेशनल खेला और उसमें भी 31 रन बनाकर अपनी क्लास साबित की।

विराट कोहली (Virat Kohli)



20 जून 2011 को विराट कोहली ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया। शुरुआत से ही उनका अंदाज़ बाकी खिलाड़ियों से अलग था। वो आक्रामक, फिट और मैदान पर हमेशा जोश में नज़र आते थे। अपने टेस्ट करियर में कोहली ने 123 मैचों में 9230 रन बनाए। उन्होंने 30 शतक, 31 अर्धशतक और 7 दोहरे शतक लगाए। उनका सबसे बड़ा स्कोर 254 रन रहा, जो उन्होंने 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पुणे में बनाया।

12 मई 2025 को विराट कोहली ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उनका आखिरी टेस्ट मैच सिडनी में था। भले ही उस मैच में वो ज्यादा रन नहीं बना पाए, लेकिन उनके करियर का असर हमेशा याद किया जाएगा।

कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान भी रहे। उन्होंने 2014 से 2022 तक 68 टेस्ट मैचों में टीम की कप्तानी की। इसमें 40 मैच जीते, 17 हारे और 11 ड्रॉ रहे। उनका जीत प्रतिशत 58.82% रहा। सबसे बड़ी बात ये रही कि कोहली ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचा, जो भारत की उस देश में पहली टेस्ट सीरीज जीत थी।

साई सुदर्शन (Sai Sudarshan)



23 वर्षीय साई सुदर्शन को आखिरकार टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिल गया है। उन्हें हेडिंग्ले में एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में भारत की प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया है। टॉस से पहले अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने साई को उनकी टेस्ट कैप सौंपकर यह खास पल यादगार बना दिया।

टेस्ट से पहले सुदर्शन भारत के लिए तीन वनडे और एक टी20 इंटरनेशनल खेल चुके हैं। घरेलू क्रिकेट में वे तमिलनाडु की ओर से खेलते हैं और शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया में जगह बनाने में सफल रहे हैं। अब सभी की नजरें इस युवा बल्लेबाज पर हैं कि वो टेस्ट क्रिकेट में कैसा प्रदर्शन करते हैं।

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