भाजपा में युवा ऊर्जा को अवसर

भाजपा में युवा ऊर्जा को अवसर
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जबूत जमीनी संगठन और कार्यकर्ताओं के सम्मान के कारण विश्व की सबसे बड़ी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अंततः पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर सारे कयासों और दावों का पटाक्षेप करते हुए एक बार फिर चौकाने वाला निर्णय लिया है। इसमें कोई दो राय नहीं कि भाजपा ने राजनीतिक क्षेत्र में नई परिपाटी स्थापित करने में प्रवीणता हासिल कर ली है।

मीडिया और विशेषज्ञों के बीच मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष, राज्यपाल, राष्ट्रपति से लेकर अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक के नामों में चौकाने वाली या कहें कि अबूझ पहेली की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की युती संगठन को सर्वोपरि मानकर जिस तरह से बड़े जनमानस को ध्यान में रखकर निर्णय लेती है, उसका संदेश व्यापक स्तर पर जाता है और कार्यकर्ताओं में यह बात गहराई तक स्थापित हो गई है कि भारतीय जनता पार्टी ही ऐसा एकमात्र राष्ट्रीय संगठन है जो अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति को भी पहले पायदान पर लाकर संगठन और सरकार में नेतृत्व का अवसर देने में देर नहीं लगाता।

भाजपा के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन केवल एक युवा चेहरा नहीं हैं, बल्कि उन्हें राजनीतिक अनुभव और संगठन में कार्य करने की मान्य शैली के रूप में भी पहचान मिली है। यही कारण है कि भाजपा ने बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह फैसला इसलिए भी विशेष माना जा रहा है क्योंकि अब तक पार्टी के इतिहास में इतनी कम उम्र में किसी नेता को यह जिम्मेदारी नहीं मिली थी।

नितिन नबीन की उम्र 45 वर्ष है और संयोग से भाजपा की स्थापना भी वर्ष 1980 में हुई थी। यानी जिस साल पार्टी का जन्म हुआ, उसी वर्ष जन्मे नेता को अब राष्ट्रीय स्तर पर कमान सौंप दी गई है। आने वाली जनगणना के आधार पर देखें तो भारत एक युवा आबादी वाला राष्ट्र है। सरकार और संगठन में युवाओं की भागीदारी को भाजपा ने सदैव महत्व दिया है।

नितिन नबीन पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं, जो उनके मजबूत जनाधार को दर्शाता है। राजनीति में सक्रिय रहते हुए उन्होंने संगठन और सरकार दोनों स्तरों पर काम किया है। वे पहले भी भाजपा के युवा मोर्चा में राष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदारियां निभा चुके हैं और बिहार प्रदेश में युवा संगठन का नेतृत्व भी कर चुके हैं।

नितिन नबीन वरिष्ठ भाजपा नेता नबीन किशोर सिन्हा के पुत्र हैं, लेकिन उन्होंने अपनी पहचान केवल पारिवारिक विरासत के सहारे नहीं बनाई। हाल के विधानसभा चुनाव में उनकी बड़ी जीत ने यह स्पष्ट कर दिया कि वे जनता के बीच भरोसेमंद नेता माने जाते हैं। अब राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में उनसे यह उम्मीद की जा रही है कि वे पार्टी को नई दिशा देंगे और युवा नेतृत्व को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगे।

भाजपा नेतृत्व का मानना है कि बदलते राजनीतिक माहौल में संगठन को नई ऊर्जा, समर्पित सोच और युवाओं से सीधा जुड़ाव देने के लिए यह फैसला जरूरी था। इस नियुक्ति के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है कि भाजपा अब भविष्य की युवा-केंद्रित राजनीतिक रणनीति को ध्यान में रखकर आगे बढ़ रही है।

वहीं, कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है और वह अपने स्थापना के 140 साल पूरे कर चुकी है। इसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हैं, जिनकी उम्र 83 साल है। जबकि भाजपा ने पार्टी के सर्वोच्च पद पर 45 साल के नितिन नबीन को बैठाने का फैसला किया। कम उम्र के नेता को पार्टी की कमान सौंपकर भाजपा ने यह भी संदेश दिया है कि पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं और नेताओं को बड़ी से बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। सही मायने में भाजपा ने नई ऊर्जा के साथ युवा अवसर को सर्वोच्चता पर रखा है।

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