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"सर्वसमभावी स्वस्थ विश्व का निर्माण"

डॉ. सुखदेव माखीजा

सर्वसमभावी स्वस्थ विश्व का निर्माण
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विश्व स्वास्थ्य दिवस 07 अप्रैल के उपलक्ष्य में विशेष

गत वर्ष 2020 मेंविश्वव्यापी कोविड विषाणु संक्रमण के प्रथम प्रतिघात के दौरान विषमएवंजटिलतापूर्ण परिस्थितियों में स्वास्थ्य,स्वच्छता,सुरक्षा तथा प्रशासन तंत्र से जुड़े योद्धाओं ने विश्व स्तर परआत्मनिष्ठाके भाव से जीवनघाती संकट का सामना करने के लिए जिस महत्वपूर्ण योगदान का समर्पण किया वह मानवीय इतिहास में सदैव अविस्मरणीय रहेगा| विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 2020 के"विश्व स्वास्थ्य दिवस"को उन "स्वास्थ्य धदिचियों" केसाहसपूर्ण त्याग के प्रति समर्पित किया जिन्होंने इस त्रासदी को नियंत्रित करने के लिए अपने अमूल्य जीवन की आहुति दी | मानवीय संवेदनाओं के प्रति इन सबकी शक्ति एवं भक्ति को कोटि कोटि कृतज्ञ जन की ओर से कोटिश: नमन |

कोविड:19 वाइरस की विषाणुजन्यविश्व महामारी के उन्मूलन हेतु संक्रमण नियंत्रण,रोग-प्रतिरोध, निदान, उपचार,जनजागरण,विस्थापन तथा पुनर्वास से सम्बंधित अनेक गम्भीर चुनौतियों का अंतर्राष्ट्रीय,राष्ट्रीय, राज्य,सामाजिक, पारिवारिक एवं व्यक्तिगत स्तर पर लगभग पंद्रह माह तक अथक रूप से किए गए यथासम्भव प्रयासकिए गए|परन्तु मानवीय सेवा के इस महा अभियान के बावजूद इस विश्व संकट के दूसरे चरण की उतरोत्तर चुनौतियां उत्पन हो रही हैं |

जन स्वास्थ्य संरक्षण हेतु ,अखिल विश्व में जन सामान्य को स्वस्थ जीवन शैली के प्रति जागृत करने के ध्येय से विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वर्ष 1948 में जनेवा में एक संकल्प पारित किया गया; तदनुसार वर्ष 1950 से प्रति वर्ष "विश्व स्वास्थ्य दिवस" का आयोजन किया जाता रहा है | चूंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा समसामयिक परिस्तिथियों तथा स्वास्थ्य सम्बंधित आवश्यकताओं के दृष्टिगत प्रतिवर्ष विषय विशेष की ओरस्वास्थ्य संगठनों,चिकित्सा विशेषज्ञों एवं जन सामान्य का ध्यान आकर्षित करने के लिए नीति निर्धारक उद्देश्यों तथा दिशा निर्देशों का निर्धारण एवं प्रसारण किया जाता है | इन उद्देश्यों की पूर्ति हेतु विश्व के प्रत्येक देश में प्रशासकीय तथा सामाजिक स्तर पर एवं स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से स्वस्थ जीवन शैली के प्रचार प्रसार के साथ साथ "रोग प्रतिरोध" के उपायों के परिपालन का वैश्विक अभियान चलाया जाता है |अत: इस वर्ष सात अप्रैल 2021 के"विश्व स्वास्थ्य दिवस" केउद्घोषित अभियान का संकल्प है" सर्वसमभावी,स्वस्थ विश्व निर्माण"( Building a Fairer , Healthier Worldfor Everyone ).

इस महत्वकांक्षी जनकल्याणकारी मानवीय संकल्प की पूर्ति हेतु"कोविड-19" संक्रमित रोगियों के समुचित उपचार तथा इस प्राणघातक संक्रमण के प्रभावी रोकथाम सम्बन्धी उपायों को विश्व स्तर पर लागू करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देशन में शासकीय विभागों तथा अधीनस्थ चिकत्सा विज्ञान संस्थानों तथा औषधि केन्द्रों आदि द्वारा जन साधारण हेतु दिशा निर्देशों , सुझावों एवं नियमों का समाचार संचार माध्यमों के द्वारा व्यापक प्रचार – प्रसार किया जा रहा है जिनका पालन करना हम सभी का परम कर्तव्य है | "निर्देशानुसार हाथों की सफाई , एक दूसरे से उचित शारीरिक दूरी , फेस्मास्क का उपयोग , आवागमन नियमों ,एकांतवास आदि उपायों का स्वेच्छा से पालन करना सर्वहित में है"|

जीवनदायी वैक्सीनेशन: इकीस्वीं शताब्दी में अब तक के इस भीषणतमवैश्विक विषाणु संक्रमण को रोकने के लिए चिकत्सा एवं औषधि विज्ञान के वैज्ञानिकों ने गत वर्ष की मध्यावधि से ही रोग प्रतिरोधक "वैक्सीन" के विकास एवं उत्पादन हेतु उच्च प्राथमिकता से विश्वस्तरीय प्रयास प्रारम्भ कर दिए थे|इसी परिपेक्ष्य में आत्म- निर्भर भारत की संकल्पना की सहभागिता के साथ भारतीय चिकित्सा शोध परिषद् के मार्गदर्शन में भारतीय वैक्सीन उत्पादक संस्थानों ने भी कोविड रोग प्रतिरोधक वैक्सीन के अनुसन्धान, विकास एवं उत्पादन में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है , जिसके फलस्वरूप, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वाराअधिकृत"को-विन.इन" वेबसाइटके पटल पर अधिसूचितजानकारी के अनुसार, सम्पूर्णभारत में 04 अप्रैल 2021 तक 7,47,65,087(सात करोड़ ,सैतालीस लाख ,पैसठ हज़ार सतासी) नागरिकोंका टीकाकरण संपन्न होचुका था | लगभग चालीस हजार से अधिक टीकाकरण केन्द्रों के माध्यम से संचालित , विश्व के इस वृहद्तम कोविड प्रतिरोधकटीकाकरणमहाभियानका प्रभावशील क्रियान्वन,वैक्सीन की सर्व सुलभ उपलब्धता पर निर्भर है | शासकीय तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से वैक्सीन के उत्पादन,भंडारण,वितरण एवं उपयोग की समन्वित चरणबद्द प्रणालीसे निर्धारित समयसीमा में सर्व सुलभ व्यापक टीकाकरण से विषाणु संक्रमण के प्रतिरोध की लक्ष प्राप्ति के संकल्प की पूर्ति सम्भव है|

अत: स्वस्थ जीवन शैली के उपायों के पालन के साथ साथ सामाजिक , पारवारिक एवं व्यक्तिगत स्तर पर रोगप्रतिरोध क्षमता के विकास के लिए चिकित्सीय निर्देशों के अधीन केन्द्रीय एवं राज्य शासन द्वरा निर्धारित "कोविड प्रतिरोधीवैक्सीन" के टीकाकरण का पालन करना हम सभी के लिए अति आवश्यक है | वैक्सीन टीकाकरण का यह महा अभियान व्यक्तिगत जीवनरक्षा के साथ साथ पारिवारिक,समाज,राष्ट्र तथा विश्व हित में है| "सर्व सहभागिता से स्वास्थ्य जागरूकता के जन सन्देश केमेंही विश्व स्वास्थ्य दिवस के सर्व हितकारी ध्येय एवं उदेश्य की संकल्पना समाहित है"

संकलन एवं प्रस्तुति : डॉ. सुखदेव माखीजा, स्वास्थ्य विज्ञान लेखक प्रशिक्षक

Updated : 7 April 2021 3:04 PM GMT
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