जी-20 की सफलता से ध्वस्त भारत विरोधी विमर्श

डॉ. सुब्रतो गुहा
सेकुलर जन्नत का सफर- दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार साहिल को दिल्ली न्यायालय ने पुलिस हिरासत में पूछताछ का आदेश पारित किया। दिल्ली पुलिस ने साहिल को उत्तरप्रदेश राज्य के बलन्द शहर से गिरफ्तार किया क्योंकि वह दिल्ली के शाहबाद क्षेत्र में अपनी प्रेमिका साक्षी की बीस बार चाकू मारकर और फिर पत्थरों से कुचलकर निर्मततावपूर्वक हत्या कर फरार हो गया था। साहिल पेशे से फ्रिज और एयर कंडीशनर मैकेनिक का काम करता है।
-गल्फ निऊज दुबई
टिप्पणी- कुख्यात हत्यारे साहिल का पूरा नाम है मोहम्मद साहिल खान तथा पिता का नाम सरफराज खान-परन्तु इस्लामी देशों की मीडिया और भारत की सेकुलर मीडिया अपराधी की धार्मिक पहचान छुपाने के लिए उसका नाम केवल साहिल लिख रही है। वैसे विशेष वर्ग के विशेष अपराधियों को संरक्षण देते हुए उनके नाम छुपाने के कारनामे सेकुलर मीडिया इतनी बार कर चुकी है कि अब अपराधी की पहचान छुपाने का प्रयास होते ही समझादार पाठक समझ जाते हैं-अच्छा ये वो है। समूचे भारत में प्रतिवर्ष हजारों हिंदू युवतियां खूनी जिहादियों के लव जिहाद षड्यंत्र का शिकार होकर अति पीड़ादायक मृत्यु का वरण करती है-निकिता, अंकिता, श्रद्धा, साक्षी-एक अन्तहीन सूची है, सिलसिला है। परंतु कमाल देखिए-मीडिया में बार-बार ऐसी खौफनाक सत्य घटनाओं को बार-बार पढ़ने के बाद भी उदारवादी प्रगतिवादी सेकुलरवादी कहलाने की चाहत में हजारों नई हिंदू युवतियां लव जिहाद की शिकार बनने को तैयार रहती है-यह मानते हुए मेरा इरफान ऐसा नहीं है-जबकि वही इरफान जब हैवान बनकर उसकी निर्ममतापूर्वक हत्या करता है-तब सच्चाई समझने में बहुत देर हो चुकी होती है। वैसे सेकुलवादियों के दृष्टिकोण से विशेष वर्ग के विशेष युवकों से प्रेम संबंध स्थापित कर शहीद होने वाली हिंदू युवतियां एक सेकुलर स्वर्ग पहुंचती है।
मंदिरों का संरक्षण साम्प्रदायिकता- आस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एन्थोनी अलबानेस के साथ बैठक के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विगत महीनों में आस्ट्रेलिया के अनेक हिंदू मंदिरों पर खालिस्तानियां और अन्य भारत विरोधी तत्वों के द्वारा किए गए हमलों पर आक्रोश औश्र विरोध व्यक्त किया। इस संदर्भ में आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने भारत-आस्ट्रेलिया के मित्रतापूर्ण संबंधों पर बल देते हुए भारतीय प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया कि उनकी सरकार आस्ट्रेलिया के सभी हिंदू मंदिरों को विशेष सुरक्षा प्रदान करेगी तथा हमला करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करेगी।
-द गार्जियन लंदन ब्रिटेन
टिप्पणी- विश्व मीडिया में भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एन्थोनी एलबानेस से वार्ता में हिंदू मंदिरों की सुरक्षा को वार्ता के एजेन्डा में शामिल कर आक्रोश व्यक्त करने और आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री द्वारा हिंदू मंदिरों के पूर्ण संरक्षण का समाचार जब छपा तभी से भारतीय सेकुलर मीडिया में निन्दा का तूफान उठा है-आखिर भारत जैसे महान-धर्मनिरपेक्ष देश के प्रधानमंत्री हिंदू धर्म के प्रतीक मंदिरों की सुरक्षा व रख-रखाव जैसे साम्प्रदायिक विषय पर चर्चा करने की हिम्मत क्यों और कैसे कर सकते हैं? आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री द्वारा हिंदू मंदिरों के सेकुलर नाम वाले हमलावर भाईयों पर कार्यवाही से तो उन सेकुलर भाईयों को अपार कष्ट होगा।
कश्मीर में शांति नामंजूर- जम्मू-कश्मीर में भारत सरकार द्वारा जी-ट्वेन्टी देशों के समागम के बाद से ही शांति के वातावरण के कारण बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं, कश्मीर का पर्यटन उद्योग फल-फूल रहा है-श्रीनगर शहर के डल झील में शिकारे फिर से देखे जा रहे हंै, परन्तु फिर भी अन्दर ही अन्दर अनेक कश्मीरियों के मन में विरोध की ज्वाला धधक रही है और एक अनदेखी तनावपूर्ण स्थिति है।
-द वालस्ट्रीट जर्लन, न्यूयार्क अमेरिका
टिप्पणी-जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में जी ट्वेन्टी देशों की बैठक आयोजन का पाकिस्तान ने भारी विरोध किया और पाकिस्तानी भावनाओं का आदर करते हुए चीन तुर्की और सऊदी अरब ने तो जी-ट्वेन्टी समागम का बहिष्कार करते हुए अपने प्रतिनिधि तक नहीं भेजे। भारत की सेकुलर मीडिया ने हल्ला मचाया कि कश्मीर जैसे विवादग्रस्त क्षेत्र में आखिर यह अंतर्राष्ट्रीय बैठक क्यों आयोजित की जा रही है। वैसे भारत सरकार ने जी-ट्वेन्टी के सफल आयोजन द्वारा भारत विरोधी उस विमर्श को ध्वस्त कर दिया कि आक्रोश और हिंसा की आग में कश्मीर जल रहा है। अब इस झूठे विमर्श के ध्वस्त होने पर जलने वालों के दिल जल रहे हों-तो जलते रहें।
(लेखक स्वतंत्र रूप से लेखन करते हैं)
