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ज्योतिरादित्य सिंधिया की घोषणा के बाद अब भाजपा की पांचवी सूची का बेसब्री सेे इंतजार

ज्योतिरादित्य सिंधिया विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैंं, स्वयं सिंधिया द्वारा चुनाव न लडऩे की खबर का खण्डन किया है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया की घोषणा के बाद अब भाजपा की पांचवी सूची का बेसब्री सेे इंतजार
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File Photo - Jyotiraditya Scindia 

शिवपुरी। केंन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के विधानसभा चुनाव लड़ऩे की सम्भावना बनी हुई है। सूत्र बताते है कि वह शिवपुरी, गुना अथवा ग्वालियर जिले की किसी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतर सकतेे हैं । उनके शिवपुरी , बमौरी और ग्वालियर पूर्व से चुनाव लडऩे की संभावना बनी हुई है। भाजपा का मानना हैे कि सिंधिया के चुनाव लडऩे से ग्वालियर चंबल संभाग में पार्टी को फायदा मिलेगा। श्री सिंंधिया ने स्वयं इस खबर का खण्डन कर दिया कि उन्होंने विधानसभा चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया है। जिस तेजी से इस खबर का खण्डन हुआ है उससे सिंधिया के चुनाव लडऩे की संभावना तेज हुई है।

प्रदेश के एक प्रमुख अखबार ने आज इस खबर का प्रकाशन किया था कि केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंंधिया ने भाजपा आला कमान को अवगत करा दिया हैे कि वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। अखबार की खबर के अनुसार उनका तर्क है कि यदि सभी बड़े नेता चुनाव लड़ लेेंगेे तो पार्टी का प्रचार कौन करेगा। इस खबर के सामने आने के बाद केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कार्यालय से विधिवत खण्डन जारी किया गया कि उन्होंने चुनाव लडऩे से मना नहीं किया है और वह पार्टी का जो भी निर्णय होगा उसका पालन करेंंगे। सिंधिया की घोषणा के बाद अब भाजपा की पांचवी सूची का बेसब्र्री सेे इंतजार किया जा रहा है। उम्मीद की जा रही हैे कि सूची में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम आ सकता है।

सिंधिया समर्थक स्थानीय नेताओं ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि विधानसभा चुनाव लडऩा सिंधिया के लिए आवश्यक क्योंं है। उक्त नेेताओं का कहना है कि सिंधिया राज्यसभा सदस्य है, केन्द्रीय मंत्री मण्डल में वह मंत्री भी हैे। यूपीए शासनकाल मेें सिंधिया जितने ताकतबर थे उससे कम अभी नहीं हैं लेकिन कमी है तो सिर्फ यह कि वह जनता द्वारा निर्वाचित नहीं हुए है। लोकसभा चुनाव हारने के बाद उनका आत्मविश्वास कमजोर हुुआ है और विधानसभा चुनाव जीतकर वह इस क मी की भरपायी कर सकते हैे। इस कारण उनका चुनाव लडऩा आवश्यक है।

दूसरा कारण यह है कि ग्वालियर चंबल संभाग में भाजपा को जिताकर वह अपने जनाधार का लोहा मनवा सकते हैे।

सूूत्रों के अनुसार पहले उनके शिवपुरी अथवा कोलारस से चुनाव मैदान में उतरने की चर्चाऐं चल रहीं थीं। शिवपुुरी उनकी बुुआ यशोधरा राजे सिंधिया का प्रभाव क्षेत्र है और यहां से चार बार चुनाव जीतीं हैं। इस बार स्वास्थय कारणों से उन्होंंने चुनाव लडऩेे से इंकार कर दिया है। इस कारण सिंधिया शिवपुुरी से चुनाव मैदान में उतर सकतेे हैंं। उनकी उम्मीदवारी से जिले की अन्य चार विधानसभा सीटों पर भाजपा के लिए सकारात्मक प्रभाव पड़ऩे की आशा की जा सकती है। शिवपुरी के अलावा उनके कोलारस से लडऩे की भी चर्चा है। यहां के भाजपा विधायक वीरेन्द्र्र रघुवंशी कांग्रेस में शामिल हो गए है। इस सीट पर भी सिंंधिया राज परिवार का प्रभाव माना जाता है। बमौरी विधायक महेन्द्र सिसोदिया के टिकिट कटने की चर्चा के बीच सिंधिया इस सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैे। ग्वालियर पूर्व से भी उनके चुनाव लडऩे की चर्चाऐंं चल रहीं हैे।

Updated : 28 Dec 2023 8:39 AM GMT
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