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हां, हम गुलाम हैं, जब तक शरीर में सांस है, हम गांधी-नेहरू परिवार की गुलामी करेंगे

मुख्यमंत्री गहलोत के सलाहकार ने विधानसभा में दिया बयान

हां, हम गुलाम हैं, जब तक शरीर में सांस है, हम गांधी-नेहरू परिवार की गुलामी करेंगे
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जयपुर। विधानसभा में मंगलवार को शून्यकाल के दौरान हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय जयपुर संशोधन विधेयक 2022 पर बहस के दौरान सदन में जमकर हंगामा हुआ। राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार और सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने स्वयं और कांग्रेस नेताओं को गांधी-नेहरू परिवार का गुलाम बताया।

सदन में हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय जयपुर संशोधन विधेयक 2022 पर बहस के दौरान संयम लोढ़ा ने कहा कि सदन में अभी भाजपा विधायक विचार व्यक्त कर रहे थे कि ये तो गांधी-नेहरू परिवार के गुलाम हैं। हां, हम गुलाम हैं। जब तक हमारे शरीर में सांस है। हम गांधी नेहरू परिवार की गुलामी करेंगे, क्योंकि इस देश का निर्माण गांधी-नेहरू परिवार ने किया है।

गुलामी के लिए आपको बधाई -

संयम लोढ़ा के इस वक्तव्य के बाद सदन में शोर शराबा शुरु हो गया। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने आपत्ति जताते हुए व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि गुलामों यह नई संस्कृति आई है। गुलामी के लिए आपको बधाई। ये गुलाम हैं, आप क्या समाज में संदेश देंगे। गुलाम अपनी बात नहीं कह सकता। यह इन्होंने खुद माना है। सदन में जमकर हंगामा होता रहा। भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने तो यहां तक कह दिया कि इतनी गुलामी करने के बाद भी कांग्रेस ने आपको टिकट नहीं दिया। इस पर सभापति जेपी चंदेलिया ने भाजपा विधायकों को शांत रहने को कहा।

सदन से वॉकआउट

इससे पूर्व बहस के बाद विधेयक के पारित होने से पहले विधेयक को जनमत जानने के लिए भेजने वाले प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान भाजपा विधायकों ने हंगामा किया। भाजपा ने इस पर मतविभाजन की मांग की। सभापति चंदेलिया ने ध्वनिमत से ही जनमत जानने पर वोटिंग करवाकर प्रस्ताव खारिज कर दिया, इस पर नाराज बीजेपी विधायकों ने हंगामा करते हुए सदन से वॉकआउट किया।



Updated : 23 March 2022 7:58 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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