Jyoti Malhotra Case: क्या ज्योति का कॉन्टेक्ट किसी आतंकी संगठन से था? शादी, धर्म परिवर्तन और व्हाट्स चैट लीक पर पुलिस ने ये कहा...

Jyoti Malhotra Case
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Jyoti Malhotra Case : हिसार। ज्योति मल्होत्रा केस में बड़ा अपडेट सामने आया है। पुलिस ने बताया कि, ज्योति यह जानती थी कि वो जिन लोगों के संपर्क में है, वो पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (PIO) हैं। हालांकि अभी ये क्लियर नहीं हुआ है कि क्या ज्योति का कॉन्टेक्ट किसी आतंकी संगठन से था? ज्योति के PIO से शादी करने और व्हाट्स चैट लीक होने की खबरों को हरियाणा पुलिस ने गलत बताया है।

दरअसल, हरियाणा की हिसार में पुलिस ने 16 मई को ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152 और सरकारी गोपनीय अधिनियम (ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट, 1923) के तहत गिरफ्तार किया था। ज्योति पर कुछ पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (PIOs) के साथ संपर्क में रहने और संवेदनशील जानकारी के आदान-प्रदान का आरोप है। इस मामले में हिसार पुलिस गहन जांच कर रही है, और कुछ केंद्रीय जांच एजेंसियां भी समय-समय पर आरोपी से पूछताछ कर रही हैं।

पुलिस ने ज्योति से तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं। इसके अलावा, कुरुक्षेत्र निवासी हरकीरत, जो वीजा सेवाएं प्रदान करता है, से भी पूछताछ की गई और उसके दो मोबाइल फोन जब्त किए गए। हालांकि, हरकीरत को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। जब्त किए गए सभी उपकरणों को फॉरेंसिक विश्लेषण के लिए लैब भेजा गया है, और विश्लेषण का परिणाम अभी तक पुलिस को प्राप्त नहीं हुआ है। ज्योति वर्तमान में पांच दिन की पुलिस रिमांड पर है।

हिसार पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर मीडिया में चल रही तथ्यहीन खबरों और अफवाहों का खंडन किया है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि, जांच पूरी तरह हिसार पुलिस के अधीन है, और ज्योति हिसार पुलिस की हिरासत में है। केंद्रीय एजेंसियां केवल पूछताछ कर रही हैं, हिरासत किसी को नहीं सौंपी गई है। ज्योति की सैन्य, रक्षा या रणनीतिक जानकारी तक पहुंच के कोई सबूत नहीं मिले हैं।

जब्त उपकरणों का फॉरेंसिक विश्लेषण जारी है, और व्हाट्सएप चैट या अन्य डिजिटल साक्ष्यों पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती। सोशल मीडिया पर प्रसारित ज्योति की कथित डायरी के पन्ने पुलिस के पास नहीं हैं। ज्योति के चार बैंक खातों की जांच जारी है, लेकिन धन लेन-देन पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती।

ज्योति का किसी आतंकवादी संगठन से संबंध या आतंकी घटनाओं में संलिप्तता का कोई सबूत नहीं मिला है। ज्योति के किसी PIO के साथ विवाह या धर्म परिवर्तन जैसे दावों का कोई आधार नहीं है।

पुलिस ने प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया से अनुरोध किया है कि वे इस मामले में संयम बरतें और केवल आधिकारिक प्रेस नोट के तथ्यों को ही प्रसारित करें। तथ्यहीन और सनसनीखेज खबरें न केवल जांच को प्रभावित करती हैं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा करती हैं। पुलिस ने कहा कि सूत्रों या कल्पनाओं पर आधारित खबरों को आधिकारिक पुष्टि के बाद ही प्रकाशित करना चाहिए।








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