बिहार में संविधान और वक्फ पर सियासी संग्राम: तेजस्वी के बड़बोलेपन और बिहार चुनाव पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह से विशेष बातचीत…

तेजस्वी  के बड़बोलेपन और बिहार चुनाव पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह से विशेष बातचीत…
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अनीता चौधरी, नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें भले ही अभी तय न हुई हों, लेकिन बिहार में सियासी जंग का बिगुल बज चुका है। राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने संविधान और वक्फ बोर्ड को मुद्दा बनाकर चुनावी माहौल गर्म कर दिया है। इस बीच, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने स्वदेश से बात करते हुए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है।

इस सवाल पर कि विपक्ष बार-बार दावा कर रहा है कि बीजेपी सत्ता में आई तो संविधान को तार-तार कर देगी। आरपी सिंह ने कहा, “विपक्ष जानबूझकर शरारतपूर्ण बयान दे रहा है। पीएम मोदी ने पहले ही सोलापुर की जनसभा में स्पष्ट कहा था कि संविधान को कोई नहीं बदल सकता, चाहे बाबा साहब अंबेडकर ही क्यों न आएं।” आर पी सिंह ने कहा कि आरजेडी और कांग्रेस के नेता “चाइनीज मशीन” के भरोसे हैं, जिसके चलते उन्हें पीएम की बात सुनाई नहीं देती।

बीजेपी नेता आर पी सिंह ने यह भी कहा कि संविधान में आपातकाल के दौरान जोड़े गए ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्दों पर चर्चा में कोई बुराई नहीं है। लोकतांत्रिक प्रक्रिया में चर्चा से विपक्ष क्यों डर रहा है ? समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता को लिखने से नहीं, अपनाने से साबित करना होगा। पिछले 11 सालों में पीएम मोदी ने जन-धन, आयुष्मान भारत और किसानों के लिए योजनाओं के जरिए इसे साबित किया है।”

आरजेडी के इस दावे पर कि सत्ता में आने पर वे वक्फ बोर्ड बिल को कूड़े में फेंक देंगे, पर आरपी सिंह ने बोला कि “यह बिल संसद का है, न कि राज्य का। तेजस्वी वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। वे प्रॉपर्टी हथियाने के माहिर हैं, और वक्फ के नाम पर भी यही खेल खेलना चाहते हैं।” सिंह ने कहा कि विपक्ष एक बार फिर चुनाव से पहले धर्म पर सियासत जार रही है और बेबुनियाद मुद्दे उठा रही है । लेकिन बीजेपी की योजनाएं हिंदू-मुस्लिम भेदभाव के बिना सबको लाभ पहुंचाती हैं।

जब हमने पूछा कि बिहार में बीजेपी की तैयारियां कमजोर दिख रही हैं, तो सिंह ने कहा कि “हमारी जमीन पर ऐसी तैयारी है कि विपक्ष सोच भी नहीं सकता। हरियाणा और दिल्ली में भी यही कहा गया था, लेकिन बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया।”

अंत में, दिलजीत दोसांझ को लेकर उठे विवाद पर आर पी सिंह ने कहा, “वह एक अभिनेता हैं, जो देश का मान बढ़ाते हैं। उनकी फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार होने की वजह से फिल्म पर बैन लगा दो समझ आता है, लेकिन उनकी नागरिकता छीन ली जाए, ये गलत है।

बता दें, बिहार का सियासी रण अब पूरी तरह गर्म हो चुका है। संविधान, वक्फ बोर्ड और सामाजिक समीकरणों के इर्द-गिर्द यह जंग और तेज होने की उम्मीद है विपक्ष इस बार भी चुनाव धर्म और संविधान के सहारे लड़ने के लिए माहौल बना रही है मगर बीजेपी बार-बार चुनावी मुद्दा विकास को बनाने की कोशिश जार रही है।

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