Jagdeep Dhankhar: जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद पीएम मोदी का पहला रिऐक्शन

जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद पीएम मोदी का पहला रिऐक्शन
नई दिल्ली। जगदीप धनखड़ के द्वारा उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद पहली बार पीएम मोदी का बयान सामने आया है। उन्होंने एक्स पर ट्वीट करते हुए पहला रिऐक्शन दिया है। सोमवार रात जगदीप धनखड़ ने खराब स्वास्थ का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया था। उनके इस्तीफे को राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित विभिन्न पदों पर देश की सेवा करने के कई अवसर मिले हैं। उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूँ।"
साल 2022 में जगदीप धनखड़ ने 14वें उप राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। 6 अगस्त 2022 को हुए उप राष्ट्रपति के चुनाव में धनखड़ ने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराया था।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार की शाम अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे की वजह उन्होंने स्वास्थ्य कारण बताए हैं। बीच मानसून सत्र में उनके इस्तीफे की खबर से राजनीतिक हल्कों में हलचल है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को पत्र में उन्होंने लिखा है कि स्वास्थ्य की प्राथमिकता और चिकित्सकीय सलाह का पालन करते हुए मैं भारत के उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा देता हूँ। पत्र में उन्होंने राष्ट्रपति को उनके सहयोग और सौहार्दपूर्ण संबंधों के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल को भी सहयोग के लिए आभार जताया।
जगदीप धनखड़ ने लिखा, 'मुझे संसद के सभी माननीय सदस्यों से जो स्नेह, विश्वास और सम्मान मिला, वह जीवनभर उनके हृदय में एकत्रित रहेगा। इस महत्वपूर्ण अवधि के दौरान भारत की आर्थिक प्रगति और अभूतपूर्व विकास को देखना और उसमें भाग लेना मेरे लिए सौभाग्य और संतुष्टि की बात रही है। राज्यसभा की बैठक में उन्होंने कहा, 'राजनीति का सार टकराव नहीं, संवाद है। अलग-अलग राजनीतिक दल भले ही अलग रास्तों से चलें, लेकिन सभी का लक्ष्य देशहित ही होता है। भारत में कोई भी राष्ट्र के हितों का विरोध नहीं करता।
राजस्थान के साधारण किसान परिवार में पैदा हुए :
18 मई 1951 को राजस्थान के झुंझुनू जिले में साधारण किसान परिवार में पैदा हुए जगदीप धनखड़ की शुरुआती शिक्षा गांव में हुई। फिर उनका एडमिशन सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ में करवाया गया। धनखड़ का एनडीए (नेशनल डिफेंस एकेडमी) में सिलेक्शन हो गया था लेकिन वो गए नहीं। उन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद एलएलबी की पढ़ाई की और जयपुर में ही रहकर वकालत शुरू की थी।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी रह चुके हैं धनखड़
70 साल के जगदीप धनखड़ को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 30 जुलाई 2019 को बंगाल का 28वां राज्यपाल नियुक्त किया था। वे 1989 से 1991 तक राजस्थान के झुंझुनू से लोकसभा सांसद रहे। 1989 से 1991 तक वीपी सिंह और चंद्रशेखर की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे।
