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UCC : समान नागरिक संहिता पर विपक्ष परेशान, मजहबी ठेकेदार हैरान

कांग्रेस का कहना है की UCC को भाजपा चुनाव का मुद्दा बना रही जबकि ये देश का मुद्दा है

UCC : समान नागरिक संहिता पर विपक्ष परेशान, मजहबी ठेकेदार हैरान
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नईदिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद UCC को लेकर है हलचल तेज हो गयी है। । प्रधानमंत्री ने कहा की एक ही घर में दो कानून कैसे हो सकते है। उन्होंने विपक्षी एकता, महंगाई, भ्रष्टाचार, तीन तलाक जैसे मुद्दों पर जमकर निशाना साधा। आज ही दो बड़ी बैठकें हुई है जिसमें गृह मंत्री अमित शाह और कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल मौजूद थे और दूसरी बड़ी बैठक आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बुलाई थी । नरेंद्र मोदी के भोपाल दौरे के बाद सियासत गरमा गयी, विपक्षी दलों में सुगबुगाहट तेज हो गई है। कांग्रेस का कहना है की UCC को भाजपा चुनाव का मुद्दा बना रही जबकि ये देश का मुद्दा है और देश को भाजपा हिन्दू मुस्लिम में बांटना चाहती है और वही बात करें भाजपा की, तो पार्टी का कहना है की यह अचानक लिया गया निर्णय नहीं है, UCC का मुद्दा भाजपा सरकार के लिए जनसंघ के जमाने से एक अहम,मुख्य मुद्दा रहा है। लंबे समय तक जनसंघ के नेताओं ने भी देश में UCC लागू करने की मांग की थी। पार्टी का कहना है की सामान नागरिक सहिंता आजादी के बाद देश में लाया गया था तब भी कांग्रेस की सरकार थी और जब गोवा में UCC लागू हुआ तभी वह कांग्रेस राज था तो अब भाजपा कानून ला रही क्यों विपक्ष की आँखों में खटक रहा है।

प्रधानमंत्री का UCC पर क्या कहना है

भोपाल दौरे के दरमियान मोदी ने UCC की जमकर वकालत की और पहले यूनिफॉर्म सिविल कोड पर बयान दिया और कहा कि तीन तलाक का इस्लाम से कोई संबध नहीं है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम भाई बहनो का भ्र्म कैसे दूर करे की तीन तलाक और यूनिफॉर्म सिविल कोड दोनों अलग है, लेकिन विपक्षी दल वोट बैंक के लिए इसका विरोध कर रहे हैं।

आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की राय

आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष खालिद सैफुला रहमानी ने बयान दिया कि सरकार कानून लाने की बात कर रही है, उससे भारत के सिर्फ मुसलमानों का नहीं बल्कि सभी धर्म के लोगों का नुकसान ही होगा। सरकार को काम पर ध्यान देने की जरुरत है। मुझे सरकार की नियत में खोट दिखती है। वहीं कुछ जानकारों का कहना है की कानून देश में आये या ना आये इस पर बहस नहीं होनी चाहिए क्योकि इसका निर्णय तो पहले ही लिया जा चुका है, ड्राफ्ट कैसा होना चाहिए इस पर बात होनी होनी चाहिए।

विरोधी दालों का UCC पर क्या कहना है

इसी गहमागमी के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार का बयान कुछ अजीबो गरीब था, नितीश कुमार ने इस सवाल से अपने आप को बचाने के लिए गर्मी का सहारा लिया और कहा गर्मी बहुत है और वह वहां से चले गए और वही कांग्रेस और TMC का कहना है की भाजपा अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए ऐसा कर रही है। समाजवादी पार्टी के तरफ से अखिलेश यादव ने कहा की हमे UCC की नहीं हमारे युवाओ को वेतन की जरूरत और उसके साथ उन्होंने कहा की बीजेपी को ऐसे मुद्दों को उठाने का शौक है जिससे समाज में दूरियां पैदा हो।

Updated : 30 Jun 2023 1:44 PM GMT
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