नई दिल्ली: परमाणु संयंत्र के लिए मध्यप्रदेश में हो रही जमीन की तलाश

दीपक उपाध्याय, नई दिल्ली। देश में ऊर्जा की जरूरतों को देखते हुए केंद्र सरकार मप्र में परमाणु संयंत्र लगाने की तैयारी कर रही है। केंद्र सरकार की मप्र सहित अन्य राज्यों में परमाणु संयंत्रों की स्थापना का विचार है। इस संबंध में केन्द्र सरकार ने राज्य सरकारों को प्लांट लगाने के लिए उचित स्थान तलाशने के लिए पत्र लिखा है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि मप्र समेत कुछ छह राज्यों में यह प्लांट लगाए जाने हैं, जिनके लिए तैयारियां चल रही है।
उक्त अधिकारी के मुताबिक मप्र, देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक है, साथ ही इसके पास आबादी भी ज्यादा नहीं है। ऐसे में आबादी से दूर इस राज्य में परमाणु बिजलीघर लगाने से राज्य के साथ-साथ देश का भी भला होगा। राज्य सरकार से भी इस स्थान के विकल्प को जल्द चिन्ह्ति करने के लिए दोबारा कहा गया है। ताकि प्लांट लगाने के काम को आगे बढ़ाया जा सके। केंद्र सरकार की योजना है कि पहले चरण में छोटे छोटे परमाणु ऊर्जा के संयंत्र बनाए जाए, जोकि देश को परमाणु ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनाए।
बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ाने की है योजना
केंद्र सरकार की योजना है कि देश में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों से बिजली उत्पादन की क्षमता 8 हजार मेगावाट से 22 हजार मेगावाट की जाए। इसके लिए सरकार ने बजट में भी विशेष प्रावधान किया हुआ है। इस विस्तार में गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, हरियाणा, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में कुल 8 हजार मेगावाट के दस रिएक्टरों का निर्माण और कमीशनिंग शामिल है। इसके लिए केंद्र सरकार राज्य सरकारों को विशेष सहायता भी मुहैया कराएगी।
दरअसल, देश में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है और कोयला आधारित बिजली घरों से पर्यावरण पर पड़ने वाले असर को देखते हुए केंद्र सरकार ने सोलर, विंड और दूसरे बिजली बनाने के तरीकों पर ध्यान बढ़ाया है। इसी के तहत परमाणु ऊर्जा की क्षमता भी बढ़ाए जाने की योजना तैयार हुई थी। इसमें सरकार पहली बार निजी कंपनियों को भी यह प्लांट बनाने के लिए कहने जा रही है।