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दिल्ली यूनिवर्सिटी ने लिया बड़ा फैसला, सिलेबस से हटाएगी 'सारे जहां से अच्छा' लिखने वाले 'इकबाल' का चैप्टर

भारत विभाजन में जिन्ना के बराबर गुनहगार थे इकबाल

दिल्ली यूनिवर्सिटी ने लिया बड़ा फैसला, सिलेबस से हटाएगी सारे जहां से अच्छा लिखने वाले इकबाल का चैप्टर
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नईदिल्ली/वेबडेस्क। सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा लिखने वाले मशहूर शायर मोहम्मद इक़बाल का चैप्टर दिल्ली विश्वविद्यालय ले सिलेबस से हटाने का निर्णय लिया गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय के एकेडमिक काउंसिल ने शुक्रवार को इसे लेकर प्रस्ताव पारित किया है। इनके अलावा एकेडमिक काउंसिल ने कुछ अन्य प्रस्तावों को भी मंजूरी दी है.

बता दें की अब तक बीए पॉलिटिकल साइंस के 6वें सेमेस्टर के बच्चों को इकबाल के ऊपर आधारित मॉडर्न इंडियन पॉलिटिकल थॉट्स नाम का चैप्टर पढ़ाया जा रहा था। जिसे अब हटाने का निर्णय लिया गया है। भविष्य में डीयू पहुंचने वाले स्टूडेंट्स इस चैप्टर को नहीं पढ़ेंगे।

बता दें की इक़बाल उर्दू के मशहूर शायर थे। उन्होंने ही ‘सारे जहां से अच्छा, हिंदुस्तां हमारा’ गीत लिखा था। आजादी के बाद जब देश का विभाजन हो गया, वह भारत छोड़ पाकिस्तान चले गए। इकबाल ही वह पहले शख्स थे जिन्होंने मुसलामानों के लिए अलग देश पाकिस्तान बनाने का विचार दिया था। इकबाल को पूरी दुनिया में पाकिस्तान का ‘फिलिसोफिकल फादर’ कहा जाता है। मुस्लिम लीग में जिन्ना को खड़ा करने के पीछे इक़बाल का ही हाथ था। भारत जिन्ना और इकबाल को विभाजन का बराबर जिम्मेदार मानता है।

Updated : 27 May 2023 10:31 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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