पश्चिम बंगाल के बीजेपी सांसद का बड़ा बयान: वेस्ट बंगाल को अलग मुस्लिम देश बनाना चाहती है ममता बनर्जी?

वेस्ट बंगाल को अलग मुस्लिम देश बनाना चाहती है ममता बनर्जी?
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अनीता चौधरी, नई दिल्‍ली: वक्फ संसोधन कानून को लेकर पश्चिम बंगाल जल रहा है। मुर्शिदाबाद में आगजनी की वारदात बेहद आम हो गई हैं। महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार आए दिन हो रहे हैं। यही कारण है कि मुर्शिदाबाद , 24 परगना, मालदा जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों से हिन्दू पलायन को मजबूर हैं।

पिछले एक सप्ताह से चल रही हिंसा और आगजनी की वजह से बड़ी संख्या में लोग घायल हो चुके हैं और कई लोगों की जानें भी चली गईं है। यहाँ तक की हजारों की संख्या में हिन्दू परिवार मुर्शिदाबाद छोड़ कर पलायन कर रहे हैं।

स्थिति इतने खराब हो गई है कि कोलकाता हाई कोर्ट को मामले में दखलंदाज़ी करनी पड़ी और मुर्शिदाबाद और आस-पास के क्षत्रों में बड़ी संख्या में अर्ध्य-सैनिकबलों की तैनाती करवानी पड़ी। अब तक बीएसएफ़ के अतिरिक्त 9 बटालियन वहाँ तैनात किये जा चुके हैं।

जो तस्वीरें सामने आईं जब बीएसएफ़ के जवान वहाँ पहुंचे तो निरीह महसूस कर रहे वहाँ के स्थानीय हिंदुओं की जान में जान आई और जवानों को देख कर खुशी के मारे वो जय श्री राम के नारे लगाने लगे। मगर इस बदतर होती स्थिति पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बिल्कुल चुप्पी साधे बैठी हैं। और तो और पश्चिम बंगाल के स्थानीय मुस्लिम विधायक पुलिस तक को थाने में जाकर धमाका रहे हैं। पश्चिम बंगाल की इस तुष्टीकरण भरी राजनीतिक आगजनी पर और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर विपक्ष भी चुप्पी साधे बैठे हैं।

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के इस भयव स्थिति पर स्वदेश से बात करते हुए पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार के बीजेपी सांसद मनोज टिग्गा ने इस हिंसात्मक स्थिति के ममता सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

हमसे बात करते हुए बीजेपी सांसद मनोज टिग्गा ने कहा है कि पश्चिम बनगल की डेमोग्राफी हर दिन बदल रही है। मुर्शिदाबाद 24 परगना जैसे सीमावरथी क्षेत्रों में मुस्लिम जनसंख्या 85 फीसदी से ज्यादा हो गई है।

जान बुझ कर हिंसा और महिलाओं के साथ अभद्रता की जाती है ताकि हिन्दू पलायन को मजबूर हो जाए। सच्चाई ये है कि इन सीमावर्ती क्षेत्रों में हिन्दू बेटियाँ और महिलाये जल्दी घर से नहीं निकलती हैं। दोपहर के बाद से ही उनका निकालना मुश्किल हो जाता हैं।

उनके साथ छेड़-छाड़ आम बात है। टीमसी के नेता और स्थानीय पुलिस दोनों की बीच गहरी साँठ-गांठ है। लड़कियां अगवा कर ली जाती हैं या उनके साथ बलात्कार जैसी घटना भी हो जाती है तब भी पुलिस कोई कारवाई नहीं करती है, उलट जो शिकायत करने जाता है पुलिस, स्थानीय टीएमसी नेता और वहाँ के गुंडे दबंग मुसलमानों का दंश उन परिवारों को झेलना पड़ता है।

ममता बनर्जी बस नाम की ममता है बाकी जो भी काम वो करती हैं वो बड़े ही निर्मम तरीके से कर रही हैं। सत्ता में बने रहने के लिए वो रोहींगया और बांग्लादेशी मुसलमानों का गलत तरीके से आधार कार्ड और वॉटर आईडी कार्ड बनवा रही हैं।

वक्फ के खिलाफ आंदोलन तो बस एक बहाना है। ममता बनर्जी एक बार फिर हिंदुओं को दशहत में डाल कर उन्हें डरा कर पलायन को मजबूर कर रही हैं। सही शब्दों में अगर बोल जाए तो पश्चिम बनागाल को ममता बनर्जी एक अलग देश द ग्रेट पश्चिम बंगाल बनाना चाहती हैं। ममता बनर्जी सिर्फ मुस्लिम अपिजमेंट की राजनीति कर रहीं हैं । पूरे प्रदेश में अराजक स्थिति है।

मनोज टिग्गा ने हमसे बात करते हुए बताया कि अगर ईद के मौके पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वक्फ पर भड़काऊ भाषण देंगी तो वहाँ हिंसा तो फैलेगा ही। वक्फ संसोधन कानून मुस्लिमों के पक्ष का कानून है , जैसे की तीन तलाक था लेकिन ममता बनर्जी कुछ कट्टरपंथियों के साथ मिलकर आम मुसलमानों को भड़काने काम कर रही हैं जिसका नतीजा ये हो रहा है कि उनके भाषण से हिंसा और दंगा फैल रहे हैं जिसका शिकार मासूम हिन्दू हो रहे हैं।

रोहींगया आतंक फैलते हैं मगर राज्य सरकार उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेती है। मुर्शिदाबाद के विधायक खुले आम ये बोलते हैं कि हम हिंदुओं को काट कर के गंगा में बहा देंगे। पश्चिम बंगाल के मुस्लिम कैबिनेट मिनिस्टर खुलेआम बोलते हैं कि हम दो हमारे दो कि नीति हम नहीं मानते , हमारे लिए हम दो हमारे छह की नीति महत्वपूर्ण हैं।

ममता बनर्जी खुद कुरूर पुलिस मुख्यमंत्री है और जब हिंदुओं पर अत्याचार होता है तो उसकी पुलिस गूंगी और बाहरी हो जाती है। पुलिस के सामने टीमसी के नेता मुसलमानों के साथ मिलकर आगजनी करते हैं, हिंदुओं को मारा जाता है, महिलाओं के साथ अभद्रता की जाती है, उनके घर जल दिए जाते हैं।

हिंदुओं कि हत्या हो जाती है लेकिन पुलिस मुक दर्शक बन कर हाथ पर हाथ धरे बैठे रहती है। ये सभी मिल कर अशांत वातावरण खड़ा कर रहे हैं। अपिजमेंट की पोलटिक्स के साथ एक ममता बनर्जी फिर सत्ता में आने की कोशिश कर रही हैं।

मनोज टिग्गा ने कहा कि मुसलमानों के अत्याचार से आज बांग्लादेश से भाग कर हिन्दू भारत आ रहे हैं, लेकिन अगर पश्चिम बनागाल में भी बांगलादेश जैसे हालत होंगे तो आखिर ये हिन्दू जाएंगे कहाँ।

हिन्दी आज कॉलेज में स्कूल में शरण ले रहे हैं। जब तक पश्चिम बंगाल के हिंदुओं को जब तक सरकार और प्रशासन की तरफ से सुरक्षा नहीं मिलेगा तब तक वहाँ हिंदुओं का बच पान मुश्किल हैं। हम एक राजनीतिक पार्टी के तौर पर हिंदुओं की सुरक्षा के लिए आवाज तो उठाया सकते हैं लेकिन सुरक्षा प्रदान करने का काम राज्य सरकार और प्रशासन का है।

बीजेपी सांसद मनोज टिग्गा ने स्वदेश के साथ अपनी बात-चीत में कहा कि ममता बनर्जी पश्चिवामपंथी सरकार के खिलाफ माँ, मिट्टी और मानुष के नारे की साथ सत्ता में आई थी लेकिन आज पश्चिम बनागाल में हालात ये है कि माँ की इज्जत तार-तार हो रही हैं।

मिट्टी हिंदुओं के खून के रंग से लाल हो चुका है और सत्ता कि लालच में मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति इतनी बढ़ गई है कि आम मानुष के लिए पश्चिम बंगाल रहने लायक जगह नहीं रह गई है । पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को महिलाओं ने एक महिला होने के नाते अपना पूर्ण समर्थन दिया लेकिन आज ममता बनर्जी की सरकार महिलाओं की इज्जत भी नहीं बचा पा रही है। उन्होंने इसके लिए अपने घर में ही हुए भाई की नाबालिक बेटी के अगवा करने के बाद बलात्कार की निर्मम घटना का भी जिक्र किया और कहा कि आज तक उस बच्ची को ममता सरकार में न्याय नहीं मिल पाया है।

अपराधी आज भी खुले आम घूम रहे हैं। ममता बनर्जी के सांसद भले सदन में संविधान बचाने के नाम पर संविधान को ही लहराते हैं और फाड़ कर स्पीकर साहब के मुंह पर फेंकते हैं लेकिन पश्चिम बंगाल में संविधान और कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। अंत में उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के हिन्दू हालांकि अब भी से उआपर उठ कर एकजुट हो रहे हैं और अगले चुनाव में मामता बनर्जी की डर्टी राजनीति पर करारा तमाचा जरूर मारेंगे।

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