मुरैना अस्पताल में लगी भीषण आग: फायर सिस्टम फेल, हर तरफ अफरा तफरी का महौल…

मुरैना (मध्य प्रदेश): मुरैना जिला अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग बुधवार शाम अचानक धुएं और आग की चपेट में आ गई। शाम करीब 6 बजे अस्पताल के मुख्य ऑपरेशन थिएटर (OT), बर्न यूनिट, और सर्जिकल वार्ड में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई और पूरे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई जिससे मरीजों को आनन-फानन में बाहर निकाला गया।
अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. गजेंद्र सिंह तोमर ने पुष्टि की कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी है। पहले स्पार्किंग हुई और फिर आग फैल गई। सर्जिकल वार्ड के पास की गैलरी में धुंआ फैलते ही माहौल डरावना हो गया। मरीज और अटेंडर्स अपने-अपने लोगों को लेकर बाहर की ओर भागने लगे।
मरीजों को ऐसे बचाया गया
फायर ब्रिगेड को तुरंत सूचना दी गई। दमकल वाहन मौके पर पहुंचा लेकिन भवन की बनावट के चलते वह अंदर तक नहीं पहुंच सका। अस्पताल के स्टाफ और मौजूद लोगों ने छोटे ऑक्सीजन सिलेंडरों और प्राथमिक संसाधनों की मदद से आग पर काबू पाया।
एक मरीज की गई जान
हादसे में वीरेंद्र करेड़ा (50) नामक एक मरीज की मौत हो गई। छोदा गांव निवासी वीरेंद्र को सांस की तकलीफ के चलते बुधवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आग लगते ही परिजन उन्हें बाहर ले जा रहे थे कि तभी उनका ऑक्सीजन मास्क निकल गया। जब तक उन्हें बाहर लाया गया और डॉक्टरों ने चेकअप किया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
लापरवाही का बड़ा मामला
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि अस्पताल में मौजूद फायर सेफ्टी सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया।
- ना तो सायरन बजा
- ना ही फायर अलार्म एक्टिव हुआ
- फायर पाइपलाइन होते हुए भी कोई काम नहीं आई
- यह गंभीर प्रशासनिक लापरवाही का संकेत देता है और अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
प्रशासन मौके पर पहुंचा
घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम भूपेंद्र सिंह और सीएसपी दीपाली चंदोरिया तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने हालात का जायजा लिया और अधिकारियों को फायर सेफ्टी ऑडिट कराने के निर्देश दिए।
