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जीत की खुशी में 70 साल की नवनिर्वाचित सरपंच की मौत, रात को सोई पर सुबह नहीं जागी

जीत की खुशी में 70 साल की नवनिर्वाचित सरपंच की मौत, रात को सोई पर सुबह नहीं जागी
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हरदा। मध्य प्रदेश में सात साल बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हो रहे हैं। इसके तहत शनिवार को प्रथम चरण का मतदान हुआ और देर रात तक परिणाम आए। चुनाव परिणाम में किसी को जीत से खुशी तो किसी को हार मिलने से निराशा मिली। वहीं हरदा जिले की टिमरनी जनपद के अंतर्गत ग्राम पानतलाई में करीब 365 वोटों से जीतने वाली महिला नवनिर्वाचित सरपंच 70 वर्षीय रुकमणी बाई की जीत के अगले ही दिन मौत हो गई।

ग्राम पांनतलाई की आवास कालोनी में रहने वाली नवनिर्वाचित सरपंच रुकमणी बाई के बेटे राजेश सरेआम ने बताया कि गांव के सभी लोगों के सहयोग से उनकी मां को सरपंच पद के लिए खड़ा किया था। शनिवार रात परिणाम आए तो उन्हें 365 वोटों से जीत जीत हासिल हुई। देर रात परिवार के लोगों ने इस जीत का जश्न मनाया और करीब रात 12 बजे खाना खाने के बाद परिवार के सभी लोग सो गए। रविवार सुबह जब सुबह उठकर देखा तो मां की मृत्यु हो चुकी थी।

राजेश ने बताया कि उन्हें बीपी और गैस की समस्या रहती थी। वहीं उनकी मां और वे खुद गांव में मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी मां सरपंच पद पर जीत गई थी तो पूरे परिवार में खुशी का माहौल था, लेकिन उनके अचानक निधन से पूरा परिवार सदमे में है। मृतका के दो बेटे राजेश ओर मुकेश एवं एक बेटी है। वहीं पति का पहले ही निधन हो चुका है।

Updated : 26 Jun 2022 9:52 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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