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"दानपात्र" ने इंदौर का नाम किया रोशन, पूरे देश के लिए बनी मिसाल

स्वच्छता के साथ साथ मदद में भी इंदौर नंबर वन

दानपात्र ने इंदौर का नाम किया रोशन, पूरे देश के लिए बनी मिसाल
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इंदौर। स्वच्छता में लगातार चार बार देश में नंबर वन आने वाले इंदौर में 1 नवंबर को दिवाली के उपलक्ष्य में संस्था "दानपात्र" के 5 हजार से ज्यादा वालंटियर्स ने कीर्तिमान रच दिया। टीम के वालंटियर्स द्वारा एक ही दिन में लगभग 2.5 लाख जरूरतमंद परिवारों तक निःशुल्क कपड़े , खिलौने ,किताबे,राशन एवं अन्य सामान पहुंचाकर उनकी मदद की गयी ।


देशभर में रिकॉर्ड है इस तरह का प्रयास पहली बार किसी संस्था द्वारा किया गया ,संस्था द्वारा एक ही दिन में लगभग 2.5 लाख जरूरतमंद परिवारों की मदद करने के लिए एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड में "दानपात्र" का नाम दर्ज हुआ है, "दानपात्र" के सदस्यों का कहना है की कोरोना महामारी के कारण आज भी कई परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं ऐसे परिवारों के चेहरों पर मुस्कान लाने एवं दिवाली पर उनकी अंधेरी दुनिया को रोशन करने के उद्देश्य से संस्था "दानपात्र" द्वारा मिशन 251k रखा गया और इस मिशन की सफलता ने आज कई परिवारों की दिवाली सार्थक की है हमें ख़ुशी है की हम इस नेक कार्य से जुड़कर समाज के लिए इस स्तर पर कुछ कर पाएं , टीम द्वारा यह इवेंट इंदौर एवं इंदौर के बाहर के अलग अलग क्षेत्रों में रखा गया ,जिसका सर्वे टीम के सदस्यों द्वारा किया गया , फिर सर्वे के आधार पर ऐसे परिवारों की जानकारी निकालकर उन्हें 1 नवंबर को सामान वितरीत किया गया | इस मिशन को कामयाब बनाने के लिए टीम द्वारा दिन रात एक कर प्रयास किया गया , सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार जागरूकता फैलाकर शहरवासियों को इस मिशन से जोड़ा गया , टीम का कहना है की इस मिशन की सफलता का श्रेय हर उस व्यक्ति को जाता है जो प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से "दानपात्र" इनिशिएटिव से जुड़ा है |


दिवाली पर घर से निकले पुराने सामान को उपयोग लायक बना किया लाखों अधूरे सपनों को पूरा टीम ने बताया की दिवाली पर हम सभी के घरों से बड़ी संख्या में ऐसा सामान निकलता है जो हमारे काम का नहीं होता और जिसे पुराना और बेकार समझकर हम फेंक दिया करते है ऐसे सामान को "दानपात्र" टीम द्वारा "दानपात्र" ऐप के माध्यम से कलेक्ट किया गया एवं उसे फ़िल्टर एवं रीसायकल कर जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचाकर उनकी ख्वाहिशों को पूरा किया गया |

"दानपात्र" क्या है कैसे हुई इसकी शुरुआत ?


"दानपात्र" एक ऑनलाइन निःशुल्क प्लेटफॉर्म है जिसकी मदद से घरों में उपयोग में न आ रहे सामान जैसे कपड़े ,खिलोने ,किताबें ,जूते ,बर्तन इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स , फर्नीचर एवं अन्य सामान को कलेक्ट कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है इस प्लेटफॉर्म की शुरुआत 10 मार्च 2018 में की गयी थी जिससे अब तक सेवा कार्य कर 9 लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों तक मदद पहुंचाई जा चुकी है एवं 70 हजार से ज्यादा इंदौरवासी इस प्लेटफॉर्म से जुड़ चुके है इस प्लेटफॉर्म से 5 हजार से ज्यादा वालंटियर्स जुड़े हुए है जो अपना समय देकर सहयोग करते है "दानपात्र" के माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर बैठे सिर्फ एक फ़ोन कॉल पर या "दानपात्र" ऐप में रिक्वेस्ट डालने पर सामान डोनेट कर सकता है "दानपात्र" टीम के सदस्यों द्वारा रिक्वेस्ट मिलने पर घर जाकर वह सामान कलेक्ट किया जाता है और फिर उसे फ़िल्टर कर जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है साथ ही उसका फोटो, वीडियो "दानपात्र" के सोशल मीडिया पेजेस पर जाकर अपलोड कर दिया जाता है जिससे जिसने भी सामान डोनेट किया है वह देख सकें की उसका दिया सामान किस जरूरतमंद परिवार तक पहुंचा है |

आप भी जुड़ सकते है "दानपात्र" सेन-

आप भी अपने उपयोग में न आ रहे पुराने सामान को डोनेट करके या फिर वालंटियर बनकर "दानपात्र" से जुड़ सकते है इसके लिए आप "दानपात्र" के हेल्पलाइन नंबर 6263362660 ,7828383066 पर संपर्क कर सकते है।

Updated : 9 Nov 2021 8:42 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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