7 स्टार के लिए वाटर प्लस सिटी का प्रमाण पत्र फिर से लेना होगा, पिछले की वैधता हो गई खत्म

ग्वालियर,न.सं.। सफाई में लगातार पिछड़ रहे शहर को नम्बर वन बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। फरवरी या मार्च में स्वच्छता सर्वे 2023 के लिए केंद्र की टीम आ सकती है। इस बार 7-स्टार (प्लेटिनम) रेटिंग के लिए वाटर प्लस सिटी का सर्टिफिकेट अनिवार्य होगा। ग्वालियर के पास यह सर्टिफिकेट था, लेकिन इसकी वैधता खत्म हो चुकी है, इसलिए अब दोबारा निगम को इसके लिए आवेदन करना होगा। इसकी अंतिम तिथि 31 जनवरी है, इससे पहले नगर निगम आवेदन करेगा।
साथ ही इसे हासिल करने के लिए किसी भी तरह का ब्लैक या ग्रे वाटर नदी-नालों में नहीं बहना चाहिए। ओपन सीवरेज खत्म होना चाहिए। इसके अलावा सर्वेक्षण में वेस्ट-टू-वंडर, रेड स्पॉट और जीरो वेस्ट इवेंट के भी अंक जोड़े जाएंगे। सिंगल यूज प्लास्टिक के अंक बढ़ा दिए गए हैं।
नगरीय एवं आवासन विभाग ने इस बार नौ हजार अंक निर्धारित किए हैं। पिछली बार साढ़े 7 हजार अंक थे। अक्टूबर से दिसंबर तक तीन महीने में जीरो वेस्ट इवेंट तीन होना जरूरी हैं। वही इधर-उधर थूकने से रोकने लिए रोको-टोको अभियान चलाया जा रहा है।
इस बार इन बिंदुओं पर इतने अंक
-13 प्रतिशत डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए अंक किए गए। पहले 10 फीसदी थे।
10 प्रतिशत प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के लिए अंक रहेंगे। पहले यह सिर्फ दो फीसदी थे।
13 प्रतिशत सिटीजन वॉइस घटक के स्वच्छ वार्ड संकेतक के अंक रहेंगे। इन्हें 12 फीसदी बढ़ाया है। पहले मात्र 1 फीसदी अंक थे।
02 प्रतिशत वेस्ट टू वंडर पार्क के लिए अंक रहेंगे।
05 प्रतिशत जीरो वेस्ट इवेंट के अंक रहेंगे। पहले यह 2 फीसदी थे।
09 प्रतिशत दिव्यांग अनुकूल शौचालय के लिए अंक होंगे। इनमें 6 फीसदी का इजाफा किया गया।
वाटर प्लस यानी... ग्रे या काला पानी नदी-नालों में नहीं दिखना चाहिए
वाटर प्लस सिटी से मतलब है कि किसी भी तरह का ब्लैक या ग्रे वाटर नदी-नालों में नहीं बहना चाहिए। ओपन सीवरेज खत्म होना चाहिए। वेस्ट टू वेस्ट के तहत दो गार्डन होने चाहिए। जीरो वेस्ट इवेंट के 90 अंक निर्धारित है।
रेट स्टॉप मिलने पर चालानी कार्रवाई
निगमायुक्त किशोर कान्याल का कहना है कि स्वच्छता सर्वे के लिए जितने पैरामीटर तय किए हैं, ग्वालियर उन पर खरा उतरता है। सौंर्दयीकरण सहित सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। पान-गुटखा, तंबाकू थूकने वालों के लिए रोको-टोको अभियान चलाया जा रहा है। रेड स्पॉट कम करने के लिए चिह्नित स्पॉट्स पर चालानी कार्रवाई भी की जा रही है।
सफाई मित्र सुरक्षा के 4525 अंक
नई गाइडलाइन के तहत कचरे के सेग्रिगेशन, निपटान और उपयोगिता, जल प्रबंधन व सफाई मित्र सुरक्षा के 4 हजार 525 अंक निर्धारित हैं। जबकि पिछली बार इसके लिए तीन हजार अंक थे। गीले-सूखे कचरे संग्रहण के पहले 900 अंक निर्धारित थे। इस बार 1750 अंक मिलेंगे। सिटीजन वॉइस के अंक कम कर 26 फीसदी किए गए हैं।
इनका कहना है
फरवरी या मार्च में स्वच्छता सर्वे 2023 के लिए केंद्र की टीम आ सकती है। वाटर प्लस सिटी का सर्टिफिकेट के लिए हम दुबारा आवेदन करेंगे।
अमर सत्य गुप्ता
उपायुक्त
