केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राहुल गाँधी पर साधा निशाना, बोले - चुनाव चल रहे हैं लेकिन युवराज विदेश में बैठे हैं
भाजपा की जनआर्शीवाद यात्रा में शामिल होने गुरुवार को ग्वालियर पहुंचे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इंडिया एलाइंस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह इंडिया एलाइंस नहीं है, यह तो इंडी गठबंधन है।
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ग्वालियर। भाजपा की जनआर्शीवाद यात्रा में शामिल होने गुरुवार को ग्वालियर पहुंचे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इंडिया एलाइंस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह इंडिया एलाइंस नहीं है, यह तो इंडी गठबंधन है। मध्य प्रदेश में और सब जगह चुनाव चल रहा है, इंडिया गठबंधन के लोग चुनाव प्रचार करने आए अच्छी बात है। लेकिन उन्होंने राहुल गांधी का नाम न लेते हुए निशाना साधते हुए कहा है कि उनके युवराज तो विदेश में बैठे हैं, वहां पर एक दो कार्यक्रम करते हैं अब तो वह भी नहीं कर रहे हैं।
वीआईपी सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा के दौरान श्री गोयल ने वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन करते हुए कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन से देश का हजारों करोड़ों रुपए बचेगा। इस काम में जो हमारे शिक्षक लगते हैं, उन्हें चुनाव में लगना पड़ता है। उनका समय बचेगा वह शिक्षा में अपना योगदान दे पाएंगे, बार-बार इलेक्शन होने से आचार संहिता लगते हैं, जिससे विकास कार्य प्रभावित होते हैं, वन नेशन वन इलेक्शन होने से इसमें भी बड़ी राहत मिलेगी।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास न तो चेहरा है न ही चरित्र। इसलिए इंडिया गठबंधन पूरी सोची समझी रणनीति के तहत हिंदुओ पर सनातन जैसी बात कर हमले कर रहे हैं। लेकिन संविधान किसी को भी यह अधिकार नहीं देता है कि वह किसी भी दूसरे धर्म के बारे में ओछी-घिनौनी बाते बोले। यह पूरी तरह संविधान के खिलाफ है। यहीं मानसिकता इस गठबंधन को पूरी तरह धवस्त करेगी। पत्रकार वार्ता में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर व जवाहर प्रजापति उपस्थित रहे।
आतंकवादी कड़ी कार्रवाई के कारण बैक फुट-
श्री गोयल ने जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले पर शहीद जवानों की घटना को बहुत ही संवेदनशील विषय बताया है। उन्होंने शहीद हुए जवानों के परिवार को अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी कड़ी कार्रवाई के कारण बैक फुट पर हैं, उनके पास इस प्रकार की घिनौनी घटना करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। लेकिन अधिकांश जम्मू कश्मीर में पहले जो हालात थे उसमें 4 गत वर्षों में बदलाव आया है। पहले की तुलना में आतंकी घटनाओं में कमी आई है।
फारूक अब्दुल्ला कर रहे राजनीति-
उन्होंने कहा कि पहले हुए हमले में कितने जवान घायल होते थे कितने लोग जान गवाते थे, हर व्यक्ति हमारे लिए महत्वपूर्ण है। फारूक अब्दुल्ला आतंकी घटना पर राजनीति कर रहे हैं। फारूक अब्दुल्ला के समय में कितनी घटनाएं आतंकी होती थी, फारूक अब्दुल्ला जी राजनीति कर रहे हैं यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। इस विषय पर परिवारों के साथ खड़ा होना है ना की राजनीति करना है।
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