Gwalior : 1000 बिस्तर अस्पताल व जयारोग्य को जोड़ने 20 करोड़ की लागत से बनेगा अंडर ब्रिज

ग्वालियर। जयारोग्य चिकित्सालय व हजार बिस्तर के अस्पताल को जोड़ने के लिए अंडर ब्रिज प्रस्ताव का भले ही चिकित्सकों द्वारा शुरू से ही विरोध किया जा रहा है। लेकिन चिकित्सको का विरोध काम नहीं आ सका और दोनों परिसरों को अब अंडर ब्रिज से ही जोड़ा जाएगा। इसके लिए केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने प्रस्ताव को मंजूरी देने के साथ-साथ सेतु बंध योजना के तहत आरयूबी निर्माण के लिए 20 करोड़ रुपए से अधिक की राशि भी स्वीकृत कर दी है।वहीं इस बड़ी सौगात के लिए केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी का आभार भी जताया है।
दरअसल कस्तूरबा मार्ग को बंद कर हजार बिस्तर एवं जयारोग्य अस्पताल परिसर को आपस में जोड़ने के लिए चिकित्सको द्वारा लम्बे समय से मांग की जा रही है। लेकिन जनप्रतिनिधी चिकित्सकों के पक्ष में नहीं थे। जन प्रतिनिनिधियों का कहना था कि उक्त मार्ग पर यातायात का बहुत दबाव रहता है, ऐसे में अगर सडक को बंद किया गया तो भविष्य में परेशानी खड़ी हो सकती है। इसके अलावा स्थानीय लोग भी उक्त मार्ग को बंद करने के पक्ष में नहीं थे। इसलिए अब अंडर ब्रिज या फुटओवर ब्रिज से ही दोनों परिसरों को जोड़ा जाएगा। इसके लिए केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने सडक परिवहन मंत्री श्री गडकरी को सीआरआईएफ (सेन्ट्रल रोडएंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड) योजना के अंतर्गत आरयूबी (रोड अंडर ब्रिज) निर्माण के लिए पत्र लिखा था।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी स्वीकृति
इसी क्रम में केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी द्वारा अंडर ब्रिज के प्रस्ताव को स्वीकृति देते हुए 20.05 करोड़ रुपए की राशि मंजूर कर दी है। वहीं अंडर ब्रिज की मंजूरी पर केन्द्रीय मंत्रियों श्री तोमर व श्री सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया है।
मरीजों व चिकित्सकों को मिलेगी राहत हजार बिस्तर के अस्पताल बड़ी संख्या में मरीज प्रतिदिन उपचार के लिए पहुंचते हैं। लेकिन हजार बिस्तर व जयारोग्य परिसर आपस में जुड़े न होने के कारण मरीजों के साथ ही चिकित्सकों व स्टाफ को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्योंकि हजार बिस्तर से जयारोग्य तक पहुंचने के लिए मरीजों व चिकित्सकों को काफी लंबा चक्कर लगाना पड़ता है। लेकिन उक्त अंडर ब्रिज के निर्माण से समय की बचत के साथ उनको काफी सहूलियत मिलेगी।
दोनों ओर दुकान और कैंटीन की प्लानिंग
अस्पताल परिसरों के बीच रोड अंडर ब्रिज बनाए जाने के प्लान में अंडर पास के दोनों ओर मेडीकल स्टोर्स सहित अन्य जरुरत के सामान की दुकानें, केन्टीन और रेस्टॉरेंट बनाने का भी प्लान है। साथ ही इस कॉरीडोर में कुछ अन्य सुविधाओं के विस्तार पर भी विचार किया जा सकता है।
