Home > राज्य > मध्यप्रदेश > ग्वालियर > ग्वालियर : रिपोर्ट संक्रमित आने पर भी नहीं किया भर्ती, अब बच्चे को भी कोरोना

ग्वालियर : रिपोर्ट संक्रमित आने पर भी नहीं किया भर्ती, अब बच्चे को भी कोरोना

शहर से दो व ग्रामीण क्षेत्रों से सामने आए चार संक्रमित, 105 पर पहुंचा आंकड़ा

ग्वालियर : रिपोर्ट संक्रमित आने पर भी नहीं किया भर्ती, अब बच्चे को भी कोरोना
X

ग्वालियर, न.सं.। जिले में जहां कोरोना लगातार बढ़ रहा है। वहीं अधिकारियों की लापरवाही व उदासीनता के कारण संक्रमित मरीजों के सम्पर्क में आए लोगों को भी कोरोना संक्रमित निकल रहा है। इसका एक मामला शनिवार को सामने आया जब बेहट के एक दंपत्ति को कोरोना संक्रमित होने के बाद भी अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। इसके बाद अब उसके पांच वर्ष के बेटे को कोरोना संक्रमित निकला है। गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा शनिवार को जारी की गई 270 लोगों की रिपोर्ट जारी की गई। रिपोर्ट में सात को कोरोना संक्रमित निकला। इसमें गोसीपुरा निवासी 40 वर्षीय व 32 वर्षीय महिला, ग्राम गुदारा निवासी 35 वर्षीय व्यक्ति, चकगुदारा निवासी 30 वर्षीय महिला व 35 वर्षीय पुरुष के अलावा एक पांच वर्ष का बच्चा बेटह से है। घोसीपुरा व बेहट से सामने आए संक्रमित मरीजों की कान्टेक्ट हिस्ट्री है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों से सामने आए मरीजों की ट्रेबल हिस्ट्री है।

बेहट निवासी दंपत्ति अपने तीन बच्चों के साथ पिछले दिनों अहमदाबाद से लौटे थे। 21 मई को आई रिपोर्ट में दोनों को कोरोना निकला था। इसके बाद तीनों बच्चों की जांच कराई गई। इसमें उनके पांच वर्ष के बेटे को कोरोना निकला है। जबकि अन्य की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उसके बाद भी दंपत्ति को अस्पताल में भर्ती करने की जगह बेहट के ही पंचायत भवन के एक कमरे में रखा गया है। बच्चे के पिता का कहना है कि उसे कमरे में परिवार के साथ रखा गया है और सोने के लिए जमीन पर गद्दे बिछाए गए हैं। उसके बच्चे भी उसके साथ ही वगल में ही सोते हैं। मेरी रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद कोई भी चिकित्सक मुझे देखने तक नहीं आया और अब बच्चे को भी कोरोना निकला है।

जबकि वर्तमान में सामने आए सभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। इस मामले में चिकित्सकों का कहना है कि शासन की गाइडलाइन है कि अगर कोरोना संक्रमित मरीज को कोई लक्षण नहीं होते हैं तो उसे घर पर ही क्वारेन्टाइन किया जा सकता है। लेकिन इस मामले में सबसे बड़ी बात तो यह है कि दंपत्ति बाद में भी कई ऐसे मरीज सामने आ चुके हैं, जिन्हें कोई लक्षण नहीं है। उसके बाद भी उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। इन मरीजों के सामने आने के बाद अब जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 105 हो गई है। इसमें 38 ठीक होकर घर जा चुके हैं। जबकि दो की मृत्यु हो चुकी है। इसलिए वर्तमान में जिले में कोरोना के कुल एक्टिव मरीज 65 हैं।

जांच कर भेजा घर निकला पॉजीटिव-

ग्राम गुदारा निवासी 37 वर्षीय युवक महाराष्ट्र पुणे में मजदूरी करता है। लॉकडाउन के कारण जब कोई काम नहीं बचा तो पत्नी दो बच्चों सहित परिवार के 20 सदस्यों के साथ 40 हजार रुपए में ट्रक किराए पर किया और 20 मई को ग्वालियर आया। यहां आकर वह अपने परिवार के साथ गांव में ही क्वारेन्टाइन हो गए। यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम गत दिवस पहुंची और सभी के नमूने लेकर सभी को घर भेज दिया। इसमें युवक की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है।

पति व बच्चों के साथ लौटी महिला-

चकगुदारा निवासी 30 वर्षीय महिला गाजियाबाद से अपने पति व दो बच्चों के साथ 16 मई को लौटी हैं। महिला के पति ने बताया कि गाजियाबाद से इटावा तक बस से आए और वहां से ऑटो किराए पर करके घर पहुंचे। गांव में उन्हें घर पर ही क्वारेन्टाइन रहने के लिए कहा गया। हालांकि महिला के पति व बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।

मुम्बई से लौटा था सात सदस्यों का परिवार-

गोसीपुरा निवासी वृद्ध अपने परिवार के सात सदस्यों के साथ पिछले दिनों 15 मई को मुम्बई से लौटी थीं। यहां आने पर सभी ने जब जांच कराई तो 16 मई की जांच रिपोर्ट में वृद्ध को कोरोना निकला। इसके बाद उनके घर के कुल 17 लोगों के नमूने गत दिवस लिए गए। इसमें उनकी बहू व बेटी को भी कोरोना पॉजीटिव निकला है। जबकि अन्य की रिपोर्ट निगेटिव है। उल्लेखनीय है कि वृद्ध की बेटी की जांच पूर्व में भी कराई गई थी, जिसमें उसे कोरोना निगेटिव निकला था।

Updated : 25 May 2020 8:56 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

स्वदेश डेस्क

वेब डेस्क


Next Story
Top