दिग्गज नेताओं के मैदान में आने से बदली फिजा

दिग्गज नेताओं के मैदान में आने से बदली फिजा
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भाजपा नेताओं की धुंआधार पारी से विपक्ष बैकफुट पर

ग्वालियर। सोलहवीं विधानसभा के लिए चल रहे चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में भाजपा, कांग्रेस सहित अन्य दलों ने पूरी ताकत झोंक अपने-अपने उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने का प्रयास किया। भाजपा ने अपने तमाम दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारकर अंचल की फिजा बदल दी। वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता भी मैदान में उतरे ,लेकिन भाजपा की रणनीति के आगे विपक्ष बैकफुट पर चला गया। बुधवार की शाम चुनाव प्रचार थम गया और शुक्रवार को मतदान के साथ सभी प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद हो जाएगा। विधानसभा चुनाव के लिए दो नवंबर को नाम वापसी के बाद प्रत्याशियों की तस्वीर साफ होने के साथ ही चुनावी धमाल शुरू हो गया था। भाजपा, कांग्रेस, बसपा, सपा और आप समेत अन्य दलों के प्रत्याशी अपने -अपने लिए जन समर्थन जुटाने में लग गए। जनसंपर्क, बैठकों के साथ ही सभाओं का दौर भी चला। भाजपा शुरू से ही कांग्रेस से कहीं आगे चली। सबसे पहले अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सभी को चौंका दिया था। कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा में पिछड़ी तो सभाओं के मामले में भी पिछड़ती चली गई। भाजपा के पास चूंकि स्टार प्रचारकों की फौज थी , सो उसने अपनी रणनीति के तहत अंतिम दौर में स्टार प्रचारकों की फौज को मैदान में उतार दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुरैना में सभा हुई तो गृह मंत्री अमित शाह ने श्योपुर, दतिया से लेकर चाचौडा़, राघौगढ़ तक सभाएं कर भाजपा उम्मीदवारों की जीत के लिए जनसमर्थन जुटाया।

अंचल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान , केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिहं तोमर ने अंचल की लगभग सभी सीटों पर प्रचार कर भाजपा के पक्ष में समर्थन मांगा। अंतिम दौर में भाजपा की ओर से गृह मंत्री अमित शाह, उप्र के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य केन्द्रीय मंत्रीद्वय , नरेन्द्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने धुंआधार प्रचार कर जगह -जगह सभाएं कीं तो रोड शो किए। रोड शो में जिस तरह से जन समर्थन दिखाई दिया उससे अंचल की फिजा बदली बदली नजर आई। कांग्रेस की ओर से उसके स्टार प्रचारक राहुल गांधी, प्रिंयका गांधी, मल्लिकार्जुन खडगे, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ही नजर आए। इन नेताओं ने अंचल में अपने उम्मीदवारों के लिए सभाएं कर सत्ता परिवर्तन का आव्हान किया। वहीं भाजपा और उसकी सरकार को कठघरे में खड़ा किया। लेकिन भाजपा की स्टार प्रचारकों की धूम के सामने कांग्रेस यहां भी पिछड़ गई। बसपा की मायावती भी कुछ सीटों पर जीत की आशा में आईं तो सपा की ओर से शिवपाल सिंह भी अटेर में सभा कर गए। आप के अरविंद केजरीवाल भी कुछ सीटों पर रोड शो कर गए। लेकिन दो-चार सीटों को छोड़ दें तो अंचल की 34 सीटों में से अधिकांश सीटों पर भाजपा-कांग्रेस में ही सीधा मुकाबला हो रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा ने शुरू से ही जो आक्रमकता दिखाई और समय का सदुपयोग किया उसका लाभ उसे मिल रहा है। भाजपा ने अपनी रणनीति के तहत चुनाव प्रचार के अंतिम तीन-चार दिनों में अपने स्टार प्रचारकों की फौज उतारकर जो धुंआधार शैली में आक्रमण कर जनमानस में भाजपा के प्रति विश्वास जगाया उससे विपक्ष बैकफुट पर चला गया और भाजपा विश्वास जीतने में कामयाब होती नजर आने लगी है। बॉक्स

ग्वालियर में बदली हवा

ग्वालियर जिले की छह विधानसभा सीटों पर पार्टियों के अपने -अपने दावे चल रहे थे। जनचर्चा में तरह - तरह की अटकलें थीं। लेकिन अब यहां का माहौल तीन दिन में काफी बदल गया है। अब कड़ा मुकाबला होने से लेकर जिन उम्मीदवारों को कमजोर माना जा रहा था, उनके भी जीतने की संभावनाएं अब जनचर्चा में होने लगी है। ग्वालियर दक्षिण में कांग्रेस के प्रवीण पाठक व भाजपा के नारायण सिंह कुशवाह के बीच बहुत रोचक मुकाबले की स्थिति बन गई है। पूर्व में सतीश सिकरवार व माया सिंह के बीच भी कड़े मकावला दिखाई देता नजर आ रहा है। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के शहरी क्षेत्र की तीनों सीटों ग्वालियर दक्षिण, ग्वालियर पूर्व, ग्वालियर में सभाएं करने और रोड शो करने से भाजपा की स्थिति मजबूत नजर आने लगी है। वहीं ग्वालियर ग्रामीण, भितरवार व डबरा में भी कांटे की लडा़ई हो गई है। यहां के परिणाम सभी को चौंकाएंगे।

मुरैना-भिंड में कुछ सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला

मुरैना और भिंड जिले की कुछ सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है। भाजपा ने इन जिलों में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, नरेन्द्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंविया,आदित्यनाथ योगी, केशव प्रसाद मौर्य, एसपी बघेल के सघन प्रचार ने हबा का रुख बदला है। यहां भी कांग्रेस, बसपा,सपा और आप ने अपने नेताओं को मैदान में उतारा,लेकिन सबके मन में मोदी यहां भी घुसपैठ कर रहा है। मुरैना, सुमावली, लहार,अटेर में त्रिकोणीय मुकाबले हो रहा है। इन सीटों के परिणाम भी चौंकाने वाले होंगे। दिमनी, मेहगांव, गोहद, अंबाह में भाजपा अच्छी स्थिति बनाने में दिख रही है।

यहां भी बदला चुनावी माहौल

दतिया,सेवढ़ा, भाण्डेर, शिवपुरी, कोलारस, करैरा, पिछोर पोहरी मे भी भाजपा ने स्टार प्रचारकों की फौज उतारकर बेहतर स्थिति में है। भाजपा -कांग्रेस के बीच कांटे की लडा़ई हो गई है। गुना, बमौरी, चाचौडा़, राघौगढ़, अशोकनगर, चंदेरी, मुंगावली में भी सीधी टक्कर हो रही है। चाचौडा़ में त्रिकोणीय लडा़ई हो सकती है। कांग्रेस की ओर से भी दिग्गज नेता आए,लेकिन भाजपा की फौज के सामने कितना जन समर्थन जुटा पाए ,यह चुनाव परिणाम बताएंगे।

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