नासमझ बेटियों को समर्पित है "द कनवर्जन फिल्म"

नासमझ बेटियों को समर्पित है द कनवर्जन फिल्म
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द कनवर्जन फिल्म के विशेष प्रीमियर शो को देखने शहर भर से पहुंची मातृशक्ति
लव जेहाद के जहर से बहन बेटियों को बचाएंगे

जयश्री राम के नारे के साथ समाज जागरण का लिया संकल्प

ग्वालियर। लव जिहाद के घिनौने मकडज़ाल से हिंदू कन्याओं को फंसने से रोकने और जागरूक करने के लिए कन्वर्जन फिल्म बनाई गई है, इसका उद्देश्य अपनी बेटियों को जागरूक करना है ताकि वह नाम और जाति बदलकर विवाह करने वाले युवकों से सावधान रहें। यह बात सोमवार को द कन्वर्जन फिल्म के प्रीमियर के पहले फिल्म के निर्माता विनोद तिवारी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इस लव जिहाद की समस्या सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि समूची दुनिया में हैं जिसमें हिंदू बिटियाओं को बरगलाकर मुस्लिम युवकों द्वारा नाम और जाति बदलकर विवाह किया जाता है फिर उसे प्रताडि़त कर छोड़ दिया जाता है। उन्होंने बताया कि लव जिहाद को लेकर सेंसर बोर्ड में लंबी लड़ाई लड़ी गई और जब उन्हें बहुत सारे तथ्य दिए गए तब जाकर काफी कट लगाने के बाद इसे मंजूरी दी। उन्होंने कहा कि इस फिल्म को बनाने से पहले 200 से 300 मामले सामने रखकर सच्चाई पर आधारित फिल्म बनाई गई है। इसकी अधिकांश शूटिंग मार्च 2021 में उार प्रदेश में हुई।

यह रहे मौजूद

द कन्वर्जन फिल्म के प्रीमियर में हिंदू इको सिस्टम के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व विधायक कपिल मिश्रा, फिल्म के हीरो प्रतीक शुला, प्रबल प्रताप सिंह तोमर (रघु )वीरेंद्र पाल, भानुप्रताप सिंह बृजराज सिंह, सामाजिक कमल, मोनू राणा, संजय राय, आशीष माहेश्वरी, भूषण सिंह धाकड़, धर्मेंद्र आर्य, राजेश महोविया, हरेंद्र सिंह सिकरवार, शुभम प्रताप सिंह, राहुल प्रताप तोमर, निखिल सगर आदि मौजूद रहे। इस अवसर पर बड़ी संया में महिला शक्ति और पुरुष सिर पर पगड़ी बांधकर फिल्म देखने पहुंचे।

अमेरिका में 120 भारत में 500 स्क्रीन मिली

श्री तिवारी ने बताया कि 6 मई को रिलीज होने वाली इस फिल्म के लिए अमेरिका में 120 और भारत में 500 से 600 स्क्रीन मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि इस फिल्म का कुल बजट 10 करोड़ रुपए रहा है फिल्म बॉस ऑफिस पर हिट होती है तो लागत राशि निकलने के बाद की राशि को पीडि़त बेटियों की मदद में लगाया जाएगा।


इन्होंने कहा -

यह फिल्म धर्मान्तरण के कुत्सित प्रयासों के खिलाफ हमारी बेटियों को जागरुक करती हैं। यह फिल्म बेटियों और बहनों के सामने लव जेहाद की असलियत और उसके काले सच को सामने लाती है।

ऋतु भार्गव, शासकीय शिक्षिका

हिन्दू नाम रखकर लव जेहादी भारतीय संस्कृति और हिन्दुत्व के खिलाफ षडय़ंत्र कर रहे हैं। ऐसे में आवश्यकता है कि हम अपनी बच्चियों को सतर्क करें और उनके हर तरह के शोषण से बचाते हुए अपने धर्म की रक्षा करें।

मीना भट्ट, दीनदयाल नगर

मैं इस विषय से परिचित हूं मगर आज भी हमारी बस्तियों, गांवों और कम पढ़े लिखे वर्ग में धर्मान्तरण के प्रति जानकारी और जागरुकता का अभाव है। द कनवर्जन जैसी फिल्में बननी चाहिए जिससे समाज इन खतरों से सचेत हो सके।

आयुषी भार्गव, बीटेक छात्रा, एमआईटीएस

लव जेहाद में कैसे बच्चियों को बहकाकर उनका शोषण किया जाता है यह असलियत द कनवर्जन फिल्म दिखाती है। हिन्दू बेटियों के जागरण के लिए यह स्वागत योग्य प्रयास है।

मथुरा रावत, महिला जागरण मंच

द कनवर्जन लव जेहाद के खतरनाक सच को हम सबके सामने लाती है। युवतियों को यह फिल्म जरुर देखनी चाहिए जिससे वे जान सकें कि उनके आसपास किस तरह के षडय़ंत्रकारी हो सकते हैं जिनसे बचने की आवश्यकता है।

दिनेश चाकणकर, संयोजक, चित्र भारती

आज ही ग्वालियर ने लव जेहाद के काले सच और उससे पीडि़त एक बहन के शोषण को जाना समझा है। ये लोग सनातन और हिन्दू परिवारों के खिलाफ निरंतर छल प्रप्रंच करते हैं जिसके प्रति समाज को सचेत रहने की आवश्यता है जिसके लिए ऐसी फिल्मों का आना बहुत जरुरी है।

नेता भार्गव, युवा नेता

यह फिल्म वर्तमान समय की आवश्यकता है। आज इस जहर से बच्चियों और युवतियों को बचाने उन्हें जागरुक करना जरुरी है। ऐसी फिल्में हमारी बेटियों को धर्मान्तरण करने वालों के शोषण का शिकार होने से बचाएंगी।

खुशबू गुप्ता, भाजपा, महिला मोर्चा

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