आयोग के नियम को दिखाया ठेंगा, कई लोगों ने मतदान की गोपनीयता को किया भंग

ग्वालियर, न.सं.। मतदान की गोपनीयता बनाए रखने के लिए निर्वाचन आयोग के बूथों में मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण लेकर जाने पर पाबंदी लगाई थी। लेकिन आयोग की पाबंदी ज्यादा प्रभावी नहीं हो सकी। यही कारण है कि कुछ लोगों ने ईवीएम की बैलेट यूनिट से मतदान करने के दौरान के फोटो क्लिक कर और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए।
दरअसल गत दिवस जिले के 1662 मतदान केन्द्रों पर मतदान हुआ था। मतदान के दौरान केन्द्रों पर मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित किया गया था। लेकिन कुछ लोग आयोग के इस नियम को ठेंगा दिखाते नजर आए। लोगों ने ना सिर्फ मतकक्ष के अंदर मत डालने के दौरान ईवीएम और वीवीपेट की फोटो खींची। बल्कि इन फोटो को फेसबुक में डाल कर सोशल मीडिया में वायरल भी कर दिया। जबकि निर्वाचन आयोग के नियमों के अनुसार मतदान की गोपनीयता भंग करना अपराण है। इसके लिए आयोग ने स्वीप समेत तमाम अन्य माध्यमों के जरिए लगातार जागरूकता अभियान भी चलाया। बावजूद इसके गुप्त मतदान को शोसल मीडिया पर डालकर सार्वजनिक कई लोगों द्वारा किया गया। इससे मतदान की गोपनीयता पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं।
यह है नियम
मतदान केंद्र के अंदर किसी भी प्रकार की फोटो खींचना या वीडियो फिल्म बनाना मीडिया के लिए भी सख्त प्रतिबंधित है। ऐसा करने पर लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 131 (1) (ख) के अधीन दंडनीय अपराध है, जिसके लिए जुर्माने के साथ तीन माह तक की सजा या दोनों हो सकते हैं।
