घरों को सजाने के लिए खुद ही सज गए शहर के बाजार

ग्वालियर न.सं.। दीपावली के त्योहार पर हर कोई अपने घर को सजाना पसंद करता है। इसी क्रम में ‘मेक इन इण्डिया’ की तर्ज पर लोगों के घरों को सजाने के लिए शहर के बाजार रंग-बिरंगे झूमर, वंदनवार, कंडील, कलश, दीपक आदि से सजकर तैयार हो गए हैं। यह सभी आयटम हाथों से बने हुए हैं और दिल्ली, राजस्थान व कलकत्ता से यहां बिकने के लिए आए हैं। यह सभी आयटम बहुत अधिक महंगे नहीं हैं और लोगों के बजट में समा रहे हैं। बाजारों में इनकी जमकर खरीदारी हो रही है। दुकानदारों के पास बात तक करने का समय नहीं है। धनतेरस और छोटी दीपावली पर इन बाजारों में जमकर खरीदारी होने की संभावना है।
सजावटी सामान की बाजार में बाढ़:-
घरों को सजाने के लिए सजावटी सामान की बाजार में बाढ़ आ गई है। दौलतगंज, महाराज बाड़ा, ग्वालियर और मुरार में यह सामान खूब बिक रहा है। शहरवासी अपनी पसंद और बजट के अनुसार खरीदारी कर रहे हैं। इन सजावटी सामान में लक्ष्मी जी के चरण, रंगोली, शुभ-लाभ, साथिया विशेष आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं। इन सजावटी सामान की कीमत 50 से लेकर 5 हजार रुपए तक है। देशी और कलकत्ता के दीपक भी लोगों को खरीदारी के लिए आकर्षित कर रहे हैं। बाजार में मोर पंखों की भी बहार आई हुई है, यह भी खूब बिक रहे हैं।
20 प्रतिशत महंगी हैं झालरें:-
मेक इन इण्डिया के साथ बाजार में चायना का माल भी बिक रहा है। इलेक्ट्रोनिक्स कारोबारी स्वतंत्र गोयल ने बताया कि बाजार में झालरों की अच्छी बिक्री शुरू हो गई है, इस बार बाजार में अच्छा बूम देखने को मिल रहा है। इस बार जो झालरे बिक रहीं हैं वह पिछले वर्ष की अपेक्षा 20 प्रतिशत महंगी हैं, जो कि लोगों के बजट में आ रही हैं।
आर्टीफिशियल फूल और पौधे घर की शोभा बढ़ाने को तैयार:-
दीपावली के लिए आर्टीफिशियल फूल, पत्ती और पौधे बाजारों में बिकने के लिए आए हैं जो देखते ही बनते हैं। इनकी कीमत 200 रुपए से शुरू होकर हजारों में है। घरों को हरियालीयुक्त बनाने के लिए लोगों द्वारा इनकी खूब खरीदारी की जा रही है। आर्टीफिशियल फूल, पत्ती और पौधे देखने में एकदम असली जैसे दिखाई देते हैं। शहर में अधिकतर लोगों के पास आंगन की कमी हैं क्योंकि यह लोग फ्लेट आदि में रहते हैं। लोग घरों में गार्डन बनाने के लिए नकली घास और पौधे भी खरीद रहे हैं।
