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ग्वालियर : महिला बाल विकास विभाग में किया था लाखों का गबन, तोमर के निलंबन की सराहना

ग्वालियर : महिला बाल विकास विभाग में किया था लाखों का गबन, तोमर के निलंबन की सराहना
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ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दीप जलाने के संदेश का मखौल उड़ाने पर महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक सुरेश तोमर को महंगी कीमत चुकानी पड़ी है। राज्य शासन ने उन्हें निलंबित कर दिया है। किंतु श्री तोमर और उनकी चौकड़ी द्वारा इसके पहले भी इसी तरह की करतूत की जाती रही हैं। इतना ही नहीं लगभग तीन वर्ष पूर्व इसी चौकड़ी द्वारा निजी खातों में सरकारी राशि का हस्तांतरण कर लाखों रुपयों का गोलमाल किया गया था। जिसकी शिकायत आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में होने पर जांच चल रही है। इस दौरान तत्कालीन संभागीय आयुक्त ने महिला सशक्तिकरण अधिकारी को निलंबित भी किया गया, किंतु दबाव के चलते मात्र दो माह के भीतर ही उन्हें बहाल कर दिया गया।

जानकारी के मुताबिक महिला सशक्तिकरण के संभागीय संमनवयक रहते सुरेश तोमर द्वारा एचडीएफसी बैंक शाखा में खाता क्रमांक 5020014350637 खुलवाया गया। फिर इस खाते में महिला सशक्तिकरण अधिकारी शालीन शर्मा द्वारा गड़बड़झाला किया जाने लगा। इनके द्वारा विभाग के लिए कोषालय से आई लाखों रुपए की राशि को 25 मार्च 2017 को टोकन क्रमांक 36331 वाउचर क्रमांक 2235/114 के जरिए इस विभाग में कार्यरत सलमा कुरेशी, ललिता मुदगल, पूर्णिमा शुक्ला, उर्मिला यादव आदि के निजी खातों में 40-40 हजार रुपए स्थानांतरित किए गए। इतना ही नहीं स्वयं के खाता क्रमांक 53008625665 में भी 33428 रुपए की राशि स्थानांतरित की गई। फिर यह सारी राशि तोमर के खाते में पहुंचा दी गई। इस गंभीर मामले की शिकायत कांग्रेस कौमी एकता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अजय जौहरी ने 10 दिसंबर 2019 को आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो के महानिदेशक सुशोभन बैनर्जी सहित अन्य विभागों को की। साथ ही तत्कालीन संभागीय आयुक्त बीएम शर्मा को भी लिखित में पूरी जानकारी से अवगत कराया गया। जिस पर श्री शर्मा ने महिला सशक्तिकरण अधिकारी शालीन शर्मा को इस मामले में प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए 21 अगस्त 2018 को निलंबित कर दिया। किंतु ऊपरी दबाव और अन्य कारणों से मात्र दो महीने के अंदर 17 अक्टूबर 2018 को बहाली का तोहफा भी दे दिया। जिससे श्री शर्मा उसी पद पर आ गए। इस बीच प्रदेश में कांग्रेस का शासन आने पर सुरेश तोमर महिला एवं बाल विकास विभाग में संयुक्त संचालक पद पर पदस्थ हो गए। इस तरह इस चौकड़ी को इतने बड़े गबन के बावजूद कुछ नहीं बिगड़ा और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की जांच भी पूर्ण नहीं हो पाई।

और भी है कारनामे-

सुरेश तोमर की देखरेख में लाखों रुपए खर्च कर 5 से 8 मार्च तक जीवाजी विश्वविद्यालय के गालव सभागार में बिटिया उत्सव का आयोजन कराया गया। इसमें उनका सहयोग क्षेत्रीय स्वास्थ्य एवं प्रबंधन संस्थान में कार्यरत बाबू पवन करण ने दिया। इनके द्वारा ऐसे अतिथियों को आमंत्रित किया गया, जो पूर्व से ही विवादित हैं। जिनमे अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने अपने भाषणों को सांप्रदायिक रंग देकर विवाद खड़ा कर दिया। जिसपर अभिभाषक रविंद्र दीक्षित द्वारा 7 मार्च को पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन को ज्ञापन देकर इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का निवेदन किया। वहीं लखनऊ दंगे में शामिल रही सदर जफर, नाइस हसन के अलावा अवार्ड वापसी गैंग के अशोक वाजपेई को बुलाया गया। हास्य के नाम पर संजय राजौरा का फूहड़पन परोसा गया। तोमर के निलंबन पर विद्यार्थी परिषद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ नितेश शर्मा ने सराहना की है। उधर वरिष्ठ भाजपा नेता राज चढ्डा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली है कि इस तरह के कृत्यों में लिप्त लोगों की सूची बनाई जा रही है, ताकि उनके कृत्यों की सजा उन्हें दी जा सके।

मेरे द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग में हुए लाखों रुपए के गबन मामले में सुरेश तोमर एवं शालीन शर्मा की शिकायत आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो एवं संभागीय आयुक्त सहित अन्य विभागों में की गई थी। किंतु यह लोग फिर भी अपने कृत्यों से बाज नहीं आ रहे। इनकी निष्पक्षता से जांच हो तो बड़े कारनामे सामने आएंगे।

अजय जौहरी

प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस कौमी एकता प्रकोष्ठ

Updated : 7 April 2020 7:04 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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