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स्मार्ट सिटी के डिजीटल म्यूजियम ओर प्लेनेटोरियम को मिलेगा नया लुक

नई संग्रह गैलरियों के माध्यम से सैलानी कर सकंेगे शहर की संस्कृति, कला और वैभव के दर्शन

स्मार्ट सिटी के डिजीटल म्यूजियम ओर प्लेनेटोरियम को मिलेगा नया लुक
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ग्वालियर,न.सं.। खगोलीय घटनाओं को जानने और समझने की इच्छा सभी की होती है, लेकिन सभी के पास सिवाय इंटरनेट के कोई और विकल्प नहीं होता। इसी को ध्यान में रखकर महाराज बाड़ा स्थित गोरखी में तारामंडल तैयार किया गया है।

भारत सरकार के मह्त्वाकांक्षी मिशन स्मार्ट सिटी के तहत ग्वालियर स्मार्ट सिटी का डिजीटल संग्रहालय एवं तारामंडल को सैलानियों की पहली पसंद बनाने के लिए अब इसमें कई नई सुविधाओं को जोड़ा जाएगा, तो वहीं इसमे नई संग्रह गैलरियां और डिजीटल सामग्री को भी विकसित किया जाएगा। शहर की प्राचीन इमारत गोरखी स्थित स्काउट एवं गाइड भवन में 35000 वर्गफीट में स्मार्ट सिटी द्वारा तैयार किया गया यह आधुनिक संग्रहालय और तारामंडल नई सुविधा और फसाड लाइटिंग की रोशनी में एक नए लुक में सैलानीयों के आकर्षण का केन्द्र बनेगा।


यह डिजीटल संग्रहालय और तारामंडल शहर के पर्यटन की दृष्टी से काफी महत्वपूर्ण है। अब इसका संचालन सुदर्शन इंजीनियर्स एजेंसी करेगी। इस कार्ययोजना के तहत जहां इस संग्रहालय में सैलानियों की सुविधा के लिए कैफेटेरिया, सौवेनीर शॉप का प्रावधान किया गया है, तो वही नई संग्रह गैलरियो एवं डिजीटल सामग्री को भी विकसित किया जाएगा। संग्रहालय की ऐतिहासिक ईमारत को भी फसाड लाइटिंग के तहत रोशन किया गया है, ताकि इस घरोहर को एक पहचान मिल सके।

स्थानीय कलाकारों को मिलेगा मौका

संग्रहालय की विस्तार कार्ययोजना के तहत स्थानीय कलाकारों को भी ज्यादा से ज्यादा संग्रहालय से जोडऩे के साथ-साथ विभिन्न प्रमोशन और प्रतियोगिताओं के माध्यम से भी स्थानीय कलाकारों को मौका दिया जाएगा, ताकि वह इस संग्रहालय में अपनी-अपनी भागीदारी दे सकें।

कई विधाओं का डिजिटली प्रदर्शन

संग्रहालय में ग्वालियर की स्थापत्य शैली, वस्तु, परिधान, जीवनशैली, वाद्य यंत्र, आभूषण, हस्तशिल्प, सांस्कृतिक परंपरा, चित्रकारी सहित कई विधाओ को आधुनिक तरीके से डिजिटली प्रदर्शन किया गया है। यहां पर आकर पर्यटक 16 गैलरियों में सजे ग्वालियर के इतिहास, यंत्र, आभूषण, हस्तशिल्प और अन्य जानकारी अत्याधुनिक आईटी उपकरणो का प्रयोग करके जानकारी प्राप्त कर सक सकते है।

डिजिटल फार्म में छात्र जान सकेंगे साइंटिस्ट्स का जीवन

तारामंडल में मुख्य भाग के साथ विभिन्न गैलरी भी बनाई गई है, जिनके द्वारा विजिटर्स को अंतरिक्ष, खगोलीय शास्त्र और इससे जुड़े साइंटिस्ट के बारे में विस्तार से डिजिटल फॉर्म में जानने और समझने का मौका मिलेगा। तारामंडल और गैलरीज स्कूल के छात्रों को शिक्षित करने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

30 मिनट के शो में कई तथ्यों को दिखाया जाएगा

यहां 30 मिनट के शो में सौर मंडल, आकाशगंगा, सूर्य, चंद्रमा आदि से जुड़े तथ्यों को दिखाया जाएगा। इसे 30 सीटर बनाया गया है, जिसमें बच्चे और बड़े साथ खगोलीय घटनाओं को देख सकेंगे।

इनका कहना है

संग्रहालय में 3-डी वर्चुअल रियलटी का समावेश किया गया है। जिसके द्वारा सैलानी ऐतिहासिक स्थल की वास्तविकता को महसूस कर सकते है। वही इस भवन के पीछे के भाग में एक तारामंडल भी विकसित किया गया है। इस तारामंडल को ग्वालियर के पर्यटन मानचित्र में एक अहम बिंदु के रूप में माना जा रहा है।

नीतू माथुर

मुख्य कार्यपालन अधिकारी

स्मार्ट सिटी

डिजीटल संग्रहालय में 16 कक्षो के माध्यम से सैलानी इन विभिन्न विधाओ के बारे में देख-जान सकते है। हम यहां पर कई चीजों को और विकसित करने जा रहे है।

यह डिजीटल संग्रहालय अत्याधुनिक विभिन्न आईटी उपकरण से युक्त है।

संजय मित्तल

सुदर्शन इंजीनियर्स एजेंसी

Updated : 19 March 2023 6:08 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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