बहन बनी भाई का सपोर्ट सिस्टम: आत्महत्या की कहकर घर से निकला था भाई, पुलिस अधीक्षक को बहन ने किया ट्वीट, बचाई जान…

ग्वालियर। रक्षाबंधन को राखी के बंधन को निभाने का वायदा बहन, भाई से लेती है और उसकी लंबी उम्र की कामना करती है। शहर में एक ऐसी घटना हुई है, जिसमें भाई की लंबी उम्र के लिए बहन ने प्रयास किए।
घर से आत्महत्या करने की कहकर निकले भाई की जान बचाने के लिए बहन ने पहले डायल-100 पर कॉल किया, यहां कॉल लगा नहीं तब तत्काल बहन ने बरिष्ठ अधीक्षक धर्मवीर सिंह के एक्स हैंडल पर ट्वीट किया कि सर इसका नाम आकाश (काल्पनिक नाम) है, मेरा भाई है ये, सुसाइड कर रहा है, डायल -100 लग नहीं रहा है, प्लीज इसकी लोकेशन पता कर दीजिए।
बहन ने अपने भाई का मोबाइल नंबर भी बरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शेेयर किया था। श्री ङ्क्षसह ने इसे गंभीरता लिया और युवक को तलाश करवाया, काउंसलिंग की और परिजन को सौंप दिया वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह मंगलवार दोपहर को कार्यालय में अपने विभागीय कामकाज में व्यस्त थे तभी सोशल मीडिया पर उन्होंने अपने एक्स पर एक ट्वीट देखा। मैसेज उस युवक की बहन ने किया था, जिसका भाई घर से नाराज होकर निकला था और परिजनों को संदेह था कि वह कुछ गलत कदम नहीं उठा ले।
माधौगंज थाना क्षेत्र के मेवाती मौहल्ला 13वीं बटालियन के पास रहने वाले आकाश (परिवर्तित नाम) के घर से निकलने का जैसे ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह को पता चला उन्होंने माधौगंज थाना प्रभारी इशांत शर्मा को निर्देश दिए कि वह युवक को जल्दी से तलाश करें। पुलिस युवक के मोबाइल नम्बर के आधार पर उसकी लोकेशन निकालने में जुट गई और पुलिस को जल्दी ही सफलता भी मिल गई। आकाश कोई आत्मघामी कदम उठा पाता कि इससे पहले उसे दीनदयाल मॉल के पास जाकर आरक्षक जितेन्द्र सुरेले ने अपने कब्जे में ले लिया।
पहले तो आकाश को यकीन नहीं हुआ कि पुलिस भी उसके पास इतनी जल्दी पहुंच सकती है। आरक्षक ने युवक को समझाकर थोड़ा शांत किया। आकाश ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने कुछ खा लिया है तो बिना देर किए आरक्षक उसे जयारोग्य चिकित्सालय लेकर पहुंचा।
प्राथमिक उपचार के बाद आकाश की हालत सामान्य हो गई तो उसे थाने ले जाया गया। इधर थाने में बेटे के गलत कदम उठा लेने के संदेह से परेशान माता -पिता उसके थाने आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। बेटे को जैसे ही उन्होंने अपने सामने देखा उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। वह पुलिस की सराहना करते नहीं थक रहे थे। बहन ने सोशल मीडिया पर लिखा कि पुलिस ऐसा भी करती है सैल्यूट तो बनता है।
आकाश बोला- माता- पिता से नाराज होकर निकला
माधौगंज थाना प्रभारी इशांत शर्मा का कहना है कि आकाश (परिवर्तित नाम) अपने माता पिता से किसी बात को लेकर नाराज होकर घर से निकला था। उसका कहना था कि वह काफी नाराज था और कुछ भी कर सकता था। परिजनों के सामने बैठाकर काउंसलिंग कराई गई और जब पूरा परिवार सामान्य हो गया तो उनको वापस घर भेज दिया।
आकाश को जब पुलिस ने तलाश किया उसकी मनोदशा उस समय काफी खराब थी और कुछ भी करने की स्थिति में था वह। बाद में वह सामान्य हो गया और पुलिस ने उसे संतुष्ट कराने के बाद ही घर जाने दिया।
सपोर्ट सिस्टम हो रहा खत्म
जयारोग्य चिकित्सालय के मनोरोग विभागाध्यक्ष डॉ. अतुल अग्रवाल का कहना है कि युवाओं का सपोर्ट सिस्टम धीमे-धीमे खत्म होता जा रहा है। जिस कारण युवा आत्म हत्या जैसे कदम उठाते हैं। डॉ. अग्रवाल के अनुसार पहले लोग संयुक्त परिवार में रहते थे, ऐसे में उनका परिवार का सपोर्ट उन्हें रहता था।
इसके अलावा अब युवाओं में उतावलापन भी बढ़ता जा रहा है। युवा जब विपरीत परिस्थिति में फंसते हैं और वे उससे निकल नहीं पाते। ऐसे में वे आत्महत्या जैसा घातक कदम उठा लेते हैं।
ऐसे में क्या करें
जब किसी व्यक्ति के मन में आत्महत्या करने जैसा नकारात्मक विचार आता है तो वह कुछ समय तक उसके मन में रहता है। ऐसे में उसका कोई दोस्त, परिजन उसके इरादे को भांपकर उसका सपोर्ट सिस्टम बने। उसे समझाएं कि हर समस्या का हल है, कुछ समय में यह समस्या समाप्त हो जाएगी, तब ऐसे व्यक्ति को आत्मघाती कदम उठाने से बचाया जा सकता है।