माधव नगर चौराहे पर सिग्नल बिगाड़ रहे यातायात व्यवस्था

ग्वालियर,न.सं.। शहर की यातायात को स्मार्ट बनाने के लिए चौराहों पर करीब 52 करोड़ रुपये खर्च करके आईटीएमएस यानी इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाया गया। सपने दिखाए गए- इस सिस्टम के चालू होते ही चौराहों पर यातायात सुधर जाएगा, आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस से भी यह सिस्टम लैस होगा, जो ट्रैफिक नियम तोड़ेगा, उसका ई-चालान बनाने से लेकर चोरी के वाहनों तक को इस सिस्टम की मदद से चिन्हित कर लिया जाएगा, लेकिन यह सिर्फ सपना ही बनकर रह गया। इतने भारी भरकम खर्च के बाद यह सिस्टम लगा तो दिया गया, लेकिन हालात यह हैं- कहीं तो सिग्नल बंद हैं, कहीं यातायात सिग्नल की टाइमिंग और रेड लाइट की गफलत ही जाम लगा रही है। इसलिए चौराहों पर वाहन फंस रहे हैं, लंबा जाम लग रहा है। शहर के अधिकांश चौराहों पर यही हालात बने हुए हैं। जहां यातायात सुधार के लिए लगाए गए सिग्नल ही यातायात बिगाड़ रहे हैं। शहर के माधव नगर चौराहे (एजी ऑफिस मार्ग)पर लगे यातायात सिग्नल पिछले 15 दिनों से बंद पड़ा हुआ है। जिसके चलते आस-पास की कॉलोनियों के साथ ही आमजन परेशान है। क्योंकि यहां कभी लाल बत्ती होने पर वाहन रुक जाते थे, लेकिन अब पीली बत्ती टिममिने से चारों ओर का यातायात चालू रहता है। जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है, वहीं यातायात व्यवस्था भी बिगड़ रही है। साथ ही गाडिय़ों में भिड़ंत भी हो जाती है। यह शहर का बेहद व्यस्तम मार्ग है। फिर भी जिम्मेदार अधिकारियों की नजर इस बड़ी गलती पर क्यों नहीं जा रही यह आश्चर्य का विषय है। मंगलवार को इस संवाददाता ने इस चौराहे पर लगभग आधा घंटा बिताया तो पाया कि तो सिग्नल लगातार ब्लिंक करता रहा। यहां पीली लाइट ही जल रही थी। जिससे चारों ओर वाहन चालक अपनी गति में निकलते रहे।
इस मामले में स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का तर्क है कि जाम न लगे इसके लिए यातायात पुलिस ने सिग्नल को ब्लिंक करने को कहा है। जबकि यातायात पुलिस यह कह रही है कि उनकी ओर से ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है। सवाल यह है कि सिग्नल बंद है तो जिम्मेदारी किसकी है। ऐसा ही हाल लक्ष्मीबाई समाधि तिराहे का है।
चेतकपुरी चौराहा : शहर की पॉश इलाके में स्थित चेतकपुरी चौराहे पर यातायात सिग्नल की वजह से ही जाम लग रहा है। यहां यातायात सिग्नल पर ही लेफ्टन क्लियर नहीं है, जगह-जगह वाहन खड़े रहते हैं। जिससे यहां जाम लगता रहता है। लोग परेशान होते रहते हैं लेकिन यहां ट्रैफिक पॉइंट भी नहीं रहता जो ट्रैफिक व्यवस्थित कर सके। टाइमिंग भी ट्रैफिक लोड के हिसाब से नहीं है इसकी वजह से यहां परेशानी पड़ रही है।
सिटी सेंटर: सिटी सेंटर स्थित यूनिवर्सिटी तिराहे पर हाई कोर्ट की ओर से आने वाले ट्रैफिक़ लोड के हिसाब से टाइमिंग नहीं है। यहां टाइमिंग गड़बड़ है इस वजह से जाम लगता है। कई बार वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त भी हो जाते हैं।
स्मार्ट सिटी, नगर निगम और पुलिस की जिम्मेदारी
इन्हें सुधारने की जिम्मेदारी स्मार्ट सिटी और नगर निगम के अधिकारियों की है, लेकिन अफसर इस तरफ ध्यान ही नहीं दे रहे। इसका परिणाम आम लोग भुगत रहे हैं और घंटो जाम में फंसे रहते हैं।
इनका कहना है
जाम लगने की वजह से यातायात पुलिस की ओर से कुछ चौराहे पर सिग्नल ब्लिंक करने के निर्देश मिले है। हमारे सभी सिग्नल और सिस्टम चालू है। हमें निर्देश मिलेंगे तो शुरु कर देंगे।
स्वपनिल श्रीवास्तव
चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर
हम तो नियमों का पालन कराते है। हमारा सिग्नल चालू और बंद करने से कोई संबंध नहीं है। हमने माधवनगर चौराहे पर कोई भी सिग्नल बंद नहीं कराया है।
नरेश बाबू अन्नोटिया
उपपुलिस अधीक्षक
यातायात
