Crime : सरपंच विक्रम रावत हत्याकांड: हत्या के बाद खाटूश्याम की शरण में पहुंचे आरोपी

Crime : सरपंच विक्रम रावत हत्याकांड: हत्या के बाद खाटूश्याम की शरण में पहुंचे आरोपी
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बनहेरी गांव के सरपंच विक्रम रावत का फाइल फोटो

तिघरा से चार आरोपी दबोचे मुरैना, करौली, जयपुर से भागकर पहुंचे तिघरा

ग्वालियर। दिनदहाड़े सरपंच विक्रम रावत की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को पकड़ लिया है। हत्या करने के बाद आरोपी खाटूश्याम की शरण में पहुंचे जहां से पुलिस से बचते हुए तिघरा क्षेत्र में छिपे हुए थे। पुलिस को आरोपियों के पास से तीन कट्टे और एक दर्जन से ज्यादा कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस ने आरोपियों से हत्या के संबंध में पूछताछ प्रारंभ कर दी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि 9 अक्टूबर को आरोन के बन्हेरी सरपंच विक्रम रावत की ताबड़तोड़ गोलियां से भूनकर हत्या कर दी थी तभी से पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि विक्रम की हत्या करने वाले आरोपी तिघरा के पास कुलैथ चौराहा पर छिपे हुए हैं।

ग्वालियर पुलिस ने घटना के बारे में प्रेस वार्ता में जानकारी दी

सूचना मिलते ही अपराध शाखा और पड़ाव थाने की टीम को मौके पर भेजा।

पुलिस मौके पर पहुंची और झाडिय़ों में छिपे हुए चार आरोपियों को दबोच लिया। पकड़े गए आरोपी धर्मवीर रावत,अतेन्द्र रावत, बंटी रावत और सुखेन्द्र रावत आरोपी हैं। पुलिस को बदमाशों के पास से तीन कट्टे और 20 कारतूस मिले हैं। बदमाश विक्रम की हत्या करने के बाद मुरैना से होते हुए सबलगढ़ विजयपुर करौली, सरमथुरा लालसोट पहुंचे। यहां से भागकर आरोपी खाटूश्याम राजस्थान भाग गए। पुलिस को जैसे ही आरोपियों के खाटूश्याम होने की सूचना मिली होटल लॉज धर्मशालाओं को खंगाला गया लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। पुलिस को तभी सूचना मिली कि आरोपी जयपुर निकल गए हैं पुलिस उनका पीछा करते हुए वहां भी पहुंच गई और बदमाश रकम खत्म होने पर यहां से भी निकल गए।


अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश मीणा ने बताया कि पुलिस बदमाशों के पीछे लगातार लगी हुई थी और जैसे ही तिघरा क्षेत्र में होने की सूचना मिली दबिश देकर दबोच लिया। पुलिस बदमाशों से उनके साथियों के बारे में पता लगाने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों से हत्या के संबंध में पूछताछ तेज कर दी है।

यह थी घटना 9 अक्टूवर बन्हेरी सरपंच विक्रम रावत कांति नगर में अधिवक्ता के पास कार से मिलने के लिए आया था। यहां पर उसका पीछा कर रहे अतेन्द्र धर्मवीर, सुखेन्द्र और बंटी रावत ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। उक्त आरोपी विक्रम के चचेरे भाई रामनिवास की वर्ष 2021 में गोली मारकर हत्या कर चुके हैं।दोनों हत्याओं में पीएफ कमिश्नर मुकेश रावत आरोपी है।मृतक की पत्नी नीतू ने भी घटनावाले दिन कहा था कि हत्या मुकेश रावत के इशारे पर की गई है। मुकेश रावत रामनिवास की हत्या में 120बी का आरोपी है। दोनों पक्षों में जमीन और रसूख को लेकर विवाद चल रहा है।

बन्हेरी में आज भी दहशत विक्रम की हत्या के बाद मृतक के परिजन आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने गांव में आरोपी पक्ष के अलावा उनके मिलने जुलने वालों के मकानों को आग लगाकर जला दिया। पूरे बन्हेरी में जिस तरफ भी नजर दौड़ाओ हर तरफ जले हुए घर और बर्वादी का मंजर नजर आएगा। ग्रामीण इस कदर भयभीत हैं कि गांव से ही पलायन कर गए हैं। फसलें भी खेतों में बिना पानी के अभाव में सूख रही हैं। पुलिस का पहरा चौबीस घंटे गांव में बैठा हुआ है।

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