टमाटर के दाम ने पकड़ी गति, मंडी और थाली से हुआ गायब
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ग्वालियर/वेब डेस्क। महंगाई के मोर्चे पर चुनौतियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम बढऩे के साथ-साथ खाद्य पदार्थों के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं। हालत यह है कि निम्न और मध्यम वर्ग का जीवन यापन मुश्किल हो गया है। ऐसे में शहर में बिकने वाला टमाटर 80 रुपए किलो होकर आम के दाम के बराबर हो गया है। बाजार में बादामी आम 80 रुपए किलो बिक रहा है तोता परी 60 रुपए किलो में मिल रहा है।
अधिक गर्मी का पडऩा और जबरदस्त सहालगी सीजन होने के कारण टमाटर के दाम बुधवार को अचानक से बढ़ गए। कुछ दिन पहले 30 से 40 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर 80 रुपए किलो हो गया है। हल्का और कम लाल टमाटर 50 से 60 रुपए किलो बिका। टमाटर के दाम बढऩे के कारण खरीदारों ने इससे दूरी बनाए रखी। अधिकतर लोगों ने 250 और 500 ग्राम टमाटर लेकर ही अपना काम चलाया। वहीं दूसरी ओर हरा धनियां भी 100 रुपए किलो पर बिक रहा है।
मंडी और थाली से गायब हुआ टमाटर:-
टमाटर के दाम बढऩे के कारण यह भोजन की थाली से गायब हो गया है। छोटे-छोटे कार्यक्रमों में, सलाद में टमाटर की जगह खीरा और ककड़ी दी जा रही है। नींबू भी 120 रुपए किलो होने के कारण यह कम ही परोसा जा रहा है।
और बढ़ सकती है महंगाई:-
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बहुत बढ़े हुए हैं। तेल कंपनियों को इससे नुकसान हो रहा है। जानकारों का कहना है कि तेल कंपनियां शीघ्र ही पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा सकती हैं। दाम बढ़ते ही महंगाई और बढ़ सकती है। जिसका सबसे अधिक असर खाद्य पदार्थों पर देखने को मिलेगा।
इनका कहना है:-
'तेज गर्मी पडऩे के कारण टमाटर के पौधे खराब हो गए हैं और टमाटर के फूल सूख गए हैं। मांग बहुत अधिक और आवक कम होने के कारण टमाटर के दाम बढ़ गए हैं। मण्डियों में भी टमाटर सीमित मात्रा में आ रहा है।'
प्रेम सिंह कुशवाह, सब्जी विक्रेता
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