राजमाता का योगदान राष्ट्र व समाज के लिए बहुत विशिष्ट रहा है

राजमाता का योगदान राष्ट्र व समाज के लिए बहुत विशिष्ट रहा है
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व्हीआईएसएम ग्रुप ने किया राजमाता को किया पुण्यस्मरण

ग्वालियर। कैलाशवासी राजमाता विजयाराजे सिंधिया का योगदान राष्ट्र एवं समाज के लिए बहुत विशिष्ट रहा है। महारानी से प्रांरभ होकर राजमाता एवं लोकमाता तक का उनका सफर सर्मपण एवं शिक्षा-चिकित्सा के क्षेत्र में किए गए कार्यो का स्वर्णिम इतिहास रहा है। राजमाता ने अपना राजनीतिक जीवन तब प्रांरभ किया जब सामान्त: महिलाओं की इस क्षेत्र में उपस्थिति बहुत कम थी। उन्होंने स्कूल कॉलेज और हॉस्पिटल खोलकर पूरे ग्वालियर चम्बल संभाग को नई पहचान दिलवाई। यह बात व्हीआईएसएम चेयरमैन डॉ. सुनील कुमार सिंह राठौर ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 103वीं जयंती पर गुरूवार को संस्थान में आयोजित हुए कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप प्रज्जवलन से हुआ, इसके पश्चात् संस्थान के चेयरमैन डॉ. राठौर, चेयरपर्सन सरोज राठौर, ग्रुप निदेशक डॉ. प्रज्ञा सिंह ने कैलाशवासी राजमाता के आदमकद चित्र पर माल्यार्पण कर श्रृद्धासुमन अर्पित किए। डॉ. राठौर ने कहा कि व्हीआईएसएम अस्पताल राजमाता के सपनो के अनूरूप ही आगे बढ़ रहा है एवं गरीब ग्रामीण क्ष़ेत्रों में नि:शुल्क शिविर का आयोजन कर रहे है, यह राजमाता के प्रति सच्ची श्रृद्धाजंली है।

श्रद्धेय राजमाताजी को श्रद्धासुमन अर्पित

राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर में श्रद्धेय राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके बतलाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया। कृषि विश्वविद्यालय के प्रांगण में राजमाता की प्रतिमा के समक्ष कुलपति डॉ. अरविन्द कुमार शुक्ला के नेतृत्व में श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। उन्होंने कहा श्रद्धेय राजमाता ने अपना पूरा जीवन जन कल्याण एवं राष्ट्रसेवा को समर्पित कर दिया। हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। इस अवसर पर निदेशक अनुसंधान सेवायें तथा निदेशक शिक्षण डॉ. संजय शर्मा, निदेशक विस्तार सेवायें डॉ. वाय. पी. सिंह, कुलसचिव श्री अनिल सक्सेना, कृषि महाविद्यालय ग्वालियर अधिष्ठाता डॉ. सुरेन्द्र सिंह तोमर, कृषि महाविद्यालय खंडवा अधिष्ठाता डॉ. दीपक हरि रानडे, समस्त अधिकारी, कर्मचारी एवं श्रमिक मौजूद रहे।

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