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ग्वालियर अंचल में प्री मानसून की दस्तक, बारिश ने दी भीषण गर्मी से राहत

अगले चार दिनों तक भी आंधी और बारिश के आसार

ग्वालियर अंचल में प्री मानसून की दस्तक, बारिश ने दी भीषण गर्मी से राहत
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ग्वालियर। उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से गुरुवार से मौसम में आए बदलाव से भीषण गर्मी के प्रकोप से झुलस रहे ग्वालियर-चम्बल अंचल के लोगों को काफी राहत मिली है। ग्वालियर और आसपास के जिलों में गुरुवार शाम को तेज हवाओं के साथ हुई बारिश और ओलावृष्टि के साथ बदले मौसम के बाद शुक्रवार की शाम को भी ग्वालियर सहित आसपास के जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई।

ग्वालियर में गुरुवार की शाम को अई आंधी बाद रात करीब 12 बजे के बाद गरज-चमक के साथ धीमी गति से बारिश शुरू हुई, जो रुक-रुककर तड़के साढ़े तीन बजे तक जारी रही। इस दौरान शहर में 1.2 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि शुक्रवार को दिन में मौसम शुष्क रहा, जिससे दिन भर धूप खिली रही, लेकिन चार से छह किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर पूर्वी नमी युक्त हवाएं चलती रहीं, जिनमें गर्माहट नहीं थी, इसलिए आज पिछले दिनों की अपेक्षा गर्मी कम थी। शाम करीब पांच बजे के बाद अचानक मौसम बदल गया। आसमान में बादल छा गए। शाम करीब साढ़े पांच बजे से छुटपुट बूंदाबांदी शुरू हुई। इसके बाद शाम छह बजे के बाद 25 से 30 किलो मीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलीं और आंधी थमने के बाद करीब आधा घंटे तक रिमझिम बारिश होती रही। मौसम विभाग के अनुसार रात में भी बारिश होने की संभावना है।

मौसम में आए इस बदलाव से पिछले दो दिनों में दिन के तापमान में 6.0 तो रात के तापमान में 7.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम में आए इस बदलाव को मौसम विज्ञानी प्री-मानसून गतिविधि बता रहे हैं। उनका पूर्वानुमान है कि अगले चार दिनों तक मौसम में इसी प्रकार उतार-चढ़ाव का दौर चलता रहेगा। इस दौरान भी अंचल में तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है, जिससे गर्मी व लू से राहत बनी रहेगी और तापमान सामान्य से नीचे ही बना रहेगा।

सामान्य से नीचे पहुंचा तापमान

नौतपा से पहले बीते 22 मई से तापमान में अचानक उछाल आया था और नौतपा के तीसरे दिन 27 मई को तापमान 46 और रात का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया था, लेकिन गुरुवार से हवाओं की दिशा पश्चिमी और उत्तरी पश्चिमी से बदलकर पूर्वी और उत्तर पूर्वी होने से तापमान में जबरदस्त कमी आई। शुक्रवार को भी पिछले दिन की तुलना में अधिकतम तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 2.5 डिग्री सेल्सियस कम है। न्यूनतम तापमान भी 4.3 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 25.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 2.4 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 65 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से 33 प्रतिशत अधिक है, जबकि शाम को हवा में नमी 33 प्रतिशत दर्ज की गई। यह भी सामान्य से 14 प्रतिशत अधिक है।

इन कारणों से बदला मौसम

उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के अलावा उत्तर पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे पाकिस्तान में प्रेरित चक्रवात तो छत्तीसगढ़ में ऊपरी हवाओं का चक्रवात बना हुआ है। करीब 1.5 लिोमीटर की ऊंचाई पर बने इन दोनों चक्रवातों के साथ ही एक द्रोणिका उत्तरी मध्य प्रदेश से होते हुए इन दोनों चक्रवातों को आपस में जोड़ रही है। इन तीनों सिस्टमों के असर से अगले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर एवं चम्बल सहित उत्तरी मध्यप्रदेश के अन्य क्षेत्रों में कहीं 30 से 40 किलो मीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने, कहीं वज्रपात होने, कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश होने की संभावना है। कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं।

Updated : 3 Jun 2020 1:06 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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