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ट्रेनें चल रही हैं फिर भी रेलवे को दस करोड़ का नुकसान -

सात महीने में रेलवे को 84 करोड़ का घाटा

ट्रेनें चल रही हैं फिर भी रेलवे को दस करोड़ का नुकसान    -
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ग्वालियर, न.सं.। देश आजाद होने के बाद यह पहला मौका है कि जब नियमित यात्री ट्रेनों का संचालन रेलवे ने सात माह के लिए बंद किया है। यात्री रेल संचालन बंद होने से उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल के अंतर्गत ग्वालियर स्टेशन को हर माह करोड़ों रुपए का नुकसान बीते सात महीने के दौरान हुआ। बात अगर ग्वालियर की करें तो 22 मार्च से अक्टूबर माह की अवधि में सिर्फ यात्री किराये एवं उससे जुड़े अन्य मदों से रेलवे को 84 करोड़ रुपए का झटका लगा है। हालांकि रेलवे ने घाटे के बावजूद यात्रियों की सुविधा को देखते हुए स्पेशल ट्रेनों के साथ त्यौहारी ट्रेनों का संचालन शुरू किया है। जिससे रेलवे को न के बराबर राजस्व प्राप्त हो रहा है। उधर रेलवे द्वारा देशभर में माल परिवहन को सुगम बनाए रखने के लिए मालगाडिय़ों का संचालन नहीं रोका गया है। मालगाडिय़ों के निर्बाध संचालन की वजह से रेल ट्रैक पर दबाव बढ़ गया है। ऐसे में किसी भी तरह की दुर्घटना को रोकने के लिए रेलवे झांसी मंडल में ट्रैक मैंटेनर 8-8 घंटे की शिफ्ट में दिन-रात ट्रैक का मेंटीनेंस कर रहे हैं। ट्रेनों का संचालन किसी भी तरह से बाधित न हो इसके लिए मंडल में सीनियर सेक्शन इंजीनियर (पीडब्ल्यूआई) और जूनियर इंजीनियर को दिन-रात फील्ड में ट्रैक की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।

वर्तमान में प्रत्येक माह डेढ़ करोड़ की आय

स्पेशल ट्रेनों के साथ-साथ त्यौहारी ट्रेनों का संचालन रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए शुरू कर दिया है। इससे रेलवे को प्रत्यक माह मात्र डेढ़ करोड़ रुपए की आय हो रही है। जबकि लॉकडाउन से पहले रेलवे को प्रत्येक माह 12 करोड़ रुपए की आय होती थी। लेकिन रेलवे ने घाटे की चिंता न करते हुए ट्रेनों का संचालन शुरू किया।

50 हजार से अधिक यात्रियों का होता था आवागमन

लॉकडाउन से पहले ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर रोजाना 50 हजार से अधिक यात्रियों का आवागमन होता था। लेकिन लॉकडाउन के बाद से जब कुछ ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ तो कोरोना संक्रमण के डर से यात्रियों ने यात्रा कम कर दी। यात्री सहमें हुए हैं। अब औसतन 1500 यात्री ग्वालियर स्टेशन में आ और जा रहे हैं, इनमें भी दक्षिण भारत के शहर, गोवा, दिल्ली, भोपाल और विशाखापट्टनम के यात्री शामिल हैं।

Updated : 12 Oct 2021 11:15 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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