पिता-पुत्र को गोली मारने वाले बदमाश का गांव में निकाला जुलुस

ग्वालियर। महाराष्ट्र मजदूरी करने गए परिवार की महिला के साथ अभद्रता करने वाले अजब सिंह और उसके भाई पिंकी ने गांव में आकर पीडि़त परिवार पर गोलियां चला दी थीं। गोली लगने से पिता पुत्र घायल हो गए थे। पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ लिया था जबकि मुख्य आरोपी लगातार पीडि़त परिवार को धमकी दे रहा था। जैसे ही पुलिस के संज्ञान में मामला आया पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस ने अजबसिंह का गांव में जुलुस निकाला और पीडि़त परिवार के घर ले गए जहां पर आरोपी ने उनके देवी मंदिर पर माथा टेका और अब परिवार को परेशान नहीं करने और कभी बंदूक नहीं उठाने की कसम खाई।
उटीला थाना क्षेत्र स्थित ग्राम काशीपुरा में रहने वाले रामवीर चौहान और उनके बेटे गोविंद पर गांव के ही अजबसिंह उर्फ अजबा और पिंकी दीपावली वाले दिन गोलियां चला दी थीं। अजबा ने पीडि़त परिवार की महिला के साथ अभद्र व्यवहार कर दिया था। विरोध करने पर गांव में गोलियां चला दी थीं। पुलिस ने पिंकी को तो ततकाल गिरफ्तार कर लिया था जबकि अजबा फरार चल रहा था। अजबा पर पुलिस अधीक्षक ने दस हजार रुपए का ईनाम घोषित कर दिया था। अजबा पीडि़त परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहा था। भयभीत परिवार गांव से शहर में आकर बसने की सोच रहा था। जैसे ही पुलिस को अजबसिंह की करतूत का पता चला तो उसकी सरगर्मी से तलाश शुरु कर दी।
पुलिस ने उसे जंगल से दबोच लिया। पुलिस अजबसिंह को लेेकर काशीपुरा गांव पहुंची और जहा ंपर गोलियां चलाई थीं उस पीडि़त परिवार के दरवाजे पर खड़ा किया। वह महिला भी घर से बाहर आ गई और पुलिस को धन्यवाद देने लगी कि अब हम आराम से रह सकेंगे। पुलिस ने पीडि़त परिवार के दरवाजे पर देवी मंदिर पर अजबसिंह से माथा टेका और कसम खाई कि वह अब वह कोई अपराध नहीं करेगा और न ही कभी बंदूक उठाएगा। पुलिस ने अजबङ्क्षसह के पास से बंदूक सात कारतूस और बिल्डोरी बरामद कर ली है।
जिस महिला से अभद्रता वह हुई प्रसन्न
पीडि़त महिला ने रोते हुए पुलिस से कहा कि हमारे खेत को भी आरोपी जोतने नहीं दे रहा था। अब पकड़ा गया तो हमें खुशी हो गई है। कम से कम खेत में मजदूरी कर दो जून की रोटी का इंतजाम कर सकेंगे। अजबसिंह के भय से खेत पर कोई ट्रेक्टर ले जाने को भी तैयार नहीं था। अजबसिंह के ही सामने पीडि़ता ने पुलिस को गोलीबारी की घटना भी सुनाई।
ग्रामीण जुलुस के साथ चले
जैसे ही पुलिस अजबसिंह को लेकर काशीपुरा गंाव पहुंची ग्रामीण एकत्रित हो गए। हथकड़ी लगे अजबसिंह के पीछे पीछे ग्रामीण चलने लगे। गोलीबारी की घटना के बाद से ही पीडि़त परिवार काफी भयभीत था और गांव में भी दहशत का माहौल था। मौके पर डायल 100 को तैनात करना पड़ा।
इनका कहना है
दस हजार रुपए के ईनमी अजबसिंह को पकडक़र उसे पीडि़त परिवार के दरवाजे तक ले गए और यहां पर देवी मंदिर पर माथा टेककर कभी बंदूक नहीं उठाने की कसम भी खाई है।
संतोष पटेल, एसडीओपी बेहट
