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प्रधानमंत्री ने किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त जारी की, कहा -उत्तम खेती के लिए तकनीकी को खुले मन से अपनाने की है जरूरत

प्रधानमंत्री ने किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त जारी की, कहा -उत्तम खेती के लिए तकनीकी को खुले मन से अपनाने की है जरूरत
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नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोमवार को समान निदई की 12वीं क़िस्त जारी कर दी। उन्होंने 8 करोड़ से अधिक किसानों के खातों में 16 हजार करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। प्रधानमंत्री ने सोमवार को इस मौके पर दो दिवसीय पीएम किसान सम्मान सम्मेलन 2022 का शुभारंभ किया। इसका आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा) के मेला परिसर में किया गया है। प्रधानमंत्री ने किसान सम्मान निधि योजना की 12वीं किस्त के 16,000 करोड़ रुपये जारी किए। इस योजना के तहत पात्र भूमिधारक किसान परिवार को हर साल छह हजार रुपये का वित्तीय लाभ मिलता है। योजना के लाभार्थियों के खाते में हर चार महीने पर दो हजार रुपये सरकार की ओर से दिए जाते हैं।

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। सरकार चाहती है कि किसानों को कम लागत में अच्छी फसल मिल सके। इसके लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि धरा की सेहत अच्छी रहे इसके लिए 22 करोड़ सॉइल हेल्थ कार्ड बनाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि धरती की सेहत अच्छी रहेगी तो किसानों को अच्छी फसल मिल पाएगी। पर ड्रॉप मोर क्रॉप, टपक सिंचाई को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिससे कृषि में जल के खपत को कम किया जा सके। पीएम ने कहा कि किसानों को जलवायु के अनुकूल उन्नतशील बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। साथ ही पारंपरिक अनाजों को बढ़ावा देने के लिए और उनकी गुणवत्ता और उपज को बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक काम कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि खेत से बाजार की दूरी कम की जा रही है। कृषि रेल और कृषि उड़ान योजना के माध्यम से किसानों के उत्पाद को व्यापक स्तर पर बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है। बीते कुछ वर्षों में भारत का कृषि निर्यात बढ़ा है। कृषि निर्यात के मामले में हम दुनिया के टॉप 10 देशों में शामिल हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश के किसान पर बोझ न पड़े, हमारे किसान उन पर कोई नया संकट ना आए इसलिए जो 70-80 रुपये में यूरिया हम आज बाहर से लाते हैं, हम किसानों को 5-6 रुपये में पहुंचाते हैं ताकि हमारे किसान भाइयों-बहनों को कष्ट ना हो। उन्होंने कहा कि आज सबसे अधिक खर्च जिन चीजों को आयात करने में हमारा होता है, वो खाने का तेल है, फर्टिलाइजर है, कच्चा तेल है, इनको खरीदने के लिए ही हर वर्ष लाखों करोड़ रुपये हमें दूसरे देशों को देना पड़ता है। विदेशों में अगर कोई समस्या आती है तो इसका बुरा असर हमारे यहां भी पड़ता है।

पीएम मोदी ने कहा कि फर्टिलाइजर सेक्टर में रिफॉर्म के हमारे अब तक के प्रयासों में आज दो और प्रमुख रिफॉर्म, बड़े बदलाव जुड़ने जा रहे हैं। पहला बदलाव ये है कि आज से देशभर की सवा 03 लाख से अधिक खाद की दुकानों को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों के रूप में विकसित करने के अभियान की शुरुआत हो रही है। ये ऐसे केंद्र होंगे जहां खिर्फ खाद ही नहीं मिलेगी, बल्कि बीज, उपकरण, मिट्टी की टेस्टिंग, हर प्रकार की जानकारी जो भी किसान को चाहिए, वो इन केंद्रों पर एक ही जगह मिलेगी। यूरिया उत्पादन में आत्मनिर्भर के लिए भारत अब तेजी से लिक्विड नैनो यूरिया की तरफ बढ़ रहा है। नैनो यूरिया, कम खर्च में अधिक प्रोडक्शन का माध्यम है। पीएम ने कहा कि जिसको एक बोरी यूरिया की जरूरत लगती है वो काम अब नैनो यूरिया की एक छोटी सी बॉटल से हो जाता है। ये विज्ञान और टेक्नोलॉजी का ही कमाल है।


Updated : 27 Oct 2022 6:03 PM GMT
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स्वदेश डेस्क

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