प्रधानमंत्री ने ग्वालियर को दी बड़ी सौगात, रेलवे स्टेशन पुनर्विकास का किया भूमिपूजन

ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ग्वालियर को बड़ी सौगात दी। उन्होंने रीवा से ग्वालियर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का वर्चुअल भूमिपूजन किया। 145 साल पुराने इस रेलवे स्टेशन को 462 करोड़ रूपए से पुनर्विकास किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हम सभी जनता के प्रतिनिधि हैं। हम सभी इस देश और लोकतंत्र के लिए समर्पित हैं। काम के दायरे भलै ही अलग-अलग हो, लेकिन लक्ष्य एक ही है जन सेवा से राष्ट्र सेवा।
एलएनआईपीई में हुए इस कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर तथा जिलाध्यक्ष अभय चौधरी एवं अन्य नेता उपस्थित रहे। इस अवसर पर ऊर्जामंत्री ने कहा कि आज ग्वालियर को प्रधानमंत्री ने नई सौगात दी है। रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के बाद यात्रियों को कई आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि ग्वालियर शहर में बन रही एलीवेटेड रोड का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। नया एयर टर्मिनल पर काम भी तेजी से चल रहा है। वहीं अंतरराज्यीय बस अड्डे का काम भी चल रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ग्वालियर का स्वरूप नया होगा
सांसद ने जताया आभार -
क्षेत्रीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने ग्वालियर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा की रेलवे स्टेशन के विकास से निश्चित रूप से ग्वालियरवासियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा की भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार में तेजी से देश का विकास हो रहा था। ऐसा विकास पिछली सरकारों में कभी नहीं हुआ। विकास को जो गति मिली है उससे हमारा शहर बदल रहा है।
एयरपोर्ट जैसी होंगी सुविधाएं -
बता दें कि रेलवे स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत स्टेशन के हेरिटेज लुक को बरकरार रखते हुए इसे आधुनिकीकरण किया जाएगा। इस स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। स्टेशन के पुनर्निर्माण का जिम्मा हैदराबाद की केपीसी प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया गया है। पुनर्विकास के बाद रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म की संख्या चार से बढ़ाकर छह हो जाएगी।
ये होंगी अन्य सुविधा -
- यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन में 21 एक्सलेटर और 19 लिफ्ट लगाई जाएगीं
- यात्रियों के ठहरने के वोटिंग हॉल बनाए जाएंगे। जिसमें 24 घंटे में डेढ़ लाख यात्री ठहर सकेंगे।
- दिव्यांगों के लिए अलग से सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
- ट्रेनों का बढ़ जाएगा आवागमन
रेलवे स्टेशन का इतिहास -
साल 1878 में सिंधिया राजवंश के तत्कालीन राजा ने ग्वालियर रेलवे स्टेशन की नींव रखी थी। साल 1940 में तत्कालीन महाराज जीवाजीराव सिंधिया ने इस स्टेशन का निर्माण कराया और इसे हेरिटेज लुक दिया। वर्तमान समय में यहां पर करीब 170 के ट्रेनें रोजाना रूकती है। वहीँ एक समय में करीब 40 हजार यात्रियों के आने-जाने की क्षमता है।
