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पति की मौत का सदमा नहीं झेल सकी पत्नी, एक साथ उठीं दो अर्थियां

- दुर्घटना में हुई पति की मौत, अंतिम दर्शन करते समय पत्नी ने भी त्यागे प्राण

पति की मौत का सदमा नहीं झेल सकी पत्नी, एक साथ उठीं दो अर्थियां
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ग्वालियर/वेब डेस्क। गांधी नगर डिफेंस कॉलोनी से जब सड़क पर राहगीरों ने एक साथ दो अर्थियां गुजरते देखीं तो उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने शवयात्रा में शामिल लोगों से पूछ ही लिया। जब राहगीरों को भी पति की मौत के बाद वियोग में पत्नी के प्राण निकल जाने की बात सुनी तो सतयुग की याद तो ताजा हुई ही साथ ही ऐसा दृश्य देखकर आंखें भी नम हो गईं। पति-पत्नी की मौत की दिनभर चर्चाएं होती रहीं।

गांधी नगर में रहने वाले कमलकिशोर पुत्र स्व. वासुदेव गर्ग उम्र 74 वर्ष व्यापारी थे। हर दिन की तरह वह बीते रोज भी एक्टिवा लेकर घर से निकले थे। पड़ाव थाना क्षेत्र स्थित गिरनार गेस्ट हाउस के पास उनको बोलेरो चालक ने टक्कर मार दी। सड़क दुर्घटना में घायल कमलकिशोर को गंभीर हालत में लक्ष्मीबाई कॉलोनी निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां उन्होंने गुरुवार तड़के चार बजे के करीब दम तोड़ दिया। कमलकिशोर की मौत के बाद उनका शव विच्छेदन गृह भेजा। शव विच्छेदन के बाद दोपहर के समय कमलकिशोर का शव घर ले जाया गया। घर पर मुक्तिधाम ले जाने की तैयारी की गई। बताया गया है कि कमलकिशोर के अंतिम दर्शन करने के लिए पत्नी अंगूरी देबी उम्र 73 वर्ष को लाया गया। अंतिम दर्शन के बाद परिक्रमा लगाते हुए चरणों में प्राण त्याग दिए। परिजन और रिश्तेदार उस समय हैरान रह गए जब अंगूरी देवी जमीन पर ही बैठ गई। पहले तो लोग समझ नहीं सके और उनको संभाला गया लेकिन उनके प्राण निकल चुके थे। पति की मौत का सदमा वह सहन नहीं कर सकीं और उन्होंने ने भी दम तोड़ दिया। गांधी नगर डिफेंस कॉलोनी से एक साथ पति-पत्नी की दो अर्थियां निकली तो कॉलेानी के लोगों की आंखे नम हो गईं और राहगीर आपस में यह चर्चा करते सुने गए कि भगवान ने क्या जोड़ी बनाई है। साथ-साथ जीए और साथ ही दुनिया से विदा हो गए।

लोगों के छलके आंसू

दोनों पति-पत्नी की एक साथ अर्थी जिन मार्गों से निकली उसे देखकर लोगों के आंसू छलक गए। कॉलोनी सहित क्षेत्र में यही चर्चा होती रही कि दोनों के बीच अगाढ़ प्यार रहा होगा इसलिए भगवान ने भी दोनों को एक साथ अपने धाम बुला लिया। पूरा क्षेत्र में गम में डूबा रहा।


Updated : 5 Nov 2020 6:25 PM GMT
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