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आधी अधूरी तैयारियों के साथ पार्षदों ने गलत संशोधन लगाए, हंगामे के बीच 2128 करोड़ का बजट पास

आउटसोर्स घपले की जांच पर विपक्ष ने उठाए सवाल

आधी अधूरी तैयारियों के साथ पार्षदों ने गलत संशोधन लगाए, हंगामे के बीच 2128 करोड़ का बजट पास
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ग्वालियर,न.सं.। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए प्रस्तावित नगर निगम के 2128 करोड़ रुपए का बजट हंगामे के बीच बुधवार को सभापति मनोज तोमर ने पास कर दिया गया। बजट में जहां बदलाव के लिए विपक्ष के पार्षदों ने आधी अधूरी तैयारियों के साथ संशोधन लगाए दिए। साथ ही जब नेता प्रतिपक्ष ने आउटसोर्स भर्ती घोटाले की जांच रिपोर्ट मांगी तो सत्ता पक्ष में बैठे पार्षद कोई भी जबाव नही दे पाए।

वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए महापौर शोभा सिकरवार द्वारा प्रस्तुत 2128 करोड़ के बजट पर निगम परिषद जलबिहार में दोपहर 3 बजे से शेष बचे 22 प्रस्तावों पर चर्चा शुरू हुई।

जिसमें सबसे पहले भाजपा पार्षद ब्रजेश श्रीवास और संजीव पोतनीस ने मजदूरी के रूप में 73 करोड़ रुपए के प्रविधान को लेकर संशोधन लगाए थे। इस दौरान श्रीवास ने पूछा कि नगर निगम में मजदूरी किसे दी जा रही है। पार्षद मोहित जाट ने पूछा कि मजदूरी की परिभाषा क्या है? जिस पर एमआइसी सदस्य अवधेश कौरव ने विपख के पार्षदों को बताया कि पंप आपरेटर और आउटसोर्स कर्मचारी शामिल हैं। जिस पर पार्षद संजीव पोतनीस ने कहा कि कितन आउटसोर्स कर्मचारी है, कितने पंप चालक है उनकी जानकारी दी जाए। साथ ही भाजपा पार्षदों ने हंगामा करते हुए कहा कि लोग बटन दबाकर मोटर चालू कर लेते है। पूरे दिन पानी की बर्बादी हो रही है। उन्होंने कहा कि बजट मद में आउटसोर्स कर्मचारी लिखना चाहिए था। इस पर एमआइसी सदस्य अवधेश कौरव ने बताया कि विनियमित कर्मचारी 2792 और आउटसोर्स कर्मचारी 2664 हैं। जिस पर दोनों पक्षों ने हांगामा करना शुरु कर दिया। सभापति मनोज तोमर ने दो मिनट के बैठक को स्थगित कर दिया।

परिष्द में आनी चाहिए जांच रिपोर्ट

नेता प्रतिपक्ष हरपिाल ने कहा कि आउटसोर्स भर्ती घोटाले की जांच पिछले आठ महीनों से चल रही है। लेकिन आज तक जांच पूरी नहीं आई। जांच रिपोर्ट को परिषद में आना चाहिए। जांच अभी तक पूरी नहीं हुइ्र है ऐसे में छवि सभी की धूमिल हो रही है।

नेता प्रतिपक्ष ने पूर्व नेताप्रतिपक्ष पैर छुए

नगर निगम परिषद की बैठक में चर्चा के दौरान कृष्णराव दीक्षित ने नेता प्रतिपक्ष हरिपाल को मामा संबोधित किया। जिस पर हरिपाल अपनी सीट से उठकर सीधे उठकर भानजे श्री दीक्षित के पास आए और चरण वंदन करने लगे।

बार-बार सभापित के पास पहुंचे नेताप्रतिपक्ष

चर्चा के दौरान नेताप्रतिपक्ष हरिपाल बार-बार सभापति मनोज तोमर के पास पहुंचे व चर्चा करते नजर आए। वहीं हरिपाल ने सत्ता पक्ष के पार्षदों से कहा कि वह एकदम खड़े हो जाते है तो डर जाते है, ऐसे में वह भागने की बात कहते नजर आए तो सभी लोग ठहाके मारने लगे।

नेताओं में इच्छा शक्ति की कमी, कमेटी बननी चाहिए

ग्वाला नगर को लेकर पार्षद संजय सिंघल व अर्पणा पाटिल ने संशोधन लगाए थे। ग्वाला नगर को लेकर सभी पार्षद एक नजर आए। इस बीच पूर्व नेताप्रतिपक्ष कृष्णराव दीक्षित ने कहा कि नेताओं में इच्छाशक्ति की कमी है। प्रशासन नेताओं की इच्छा शक्ति की वजह से ग्वाला नर नहीं बना पा रहा है। ऐसे में बड़े नेताओं की कमेटी बनाई जाए। जिसमें केन्द्रीय मंत्रियों के साथ विधायकों को शामिल किया जाए। व ग्वालय नगर को लेकर विशेष सम्मेलन भी बुलाया जाए।

विधायक प्रतिनिधि नियुक्त

बैठक के प्रांरभ में ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के विधायक भारत सिंह कुशवाह के प्रतिनिधि के रूप में गिर्राज सिंह गुर्जर को निगम परिषद में नियुक्त किया गया। बैठक के दौरान सदन के सदस्यों द्वारा श्री गुर्जर का स्वागत किया गया। बैठक के अंत में निगम परिषद के कर्मचारी देवराज के आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन रखकर शोक व्यक्त किया गया।

परिषद में पूरे समय मौन रहीं अधिकत्तर महिला पार्षद

वित्तीय वर्ष 2023-24 में बजट पर चर्चा के दौरान अधिकत्तर पार्षद मौन रही। बैठक में सभी पार्षदों को हर मुद्दे पर खुलकर बोलने का समय दिया जाता है, लेकिन देखने में आया कि चार-पांच भाजपा और कांग्रेस के पुरूष पार्षद ही बोले, महिला पार्षद पूरे समय मौन ही रहीं। अधिकत्तर महिला पार्षदों ने किसी भी प्रस्ताव महिला पार्षदों ने तो कोई सवाल उठाया और न ही कुछ जानने या कार्य कराने की जिज्ञासा ही जाहिर की। अधिकांश महिला पार्षदों के साथ उनके पति, पुत्र या परिवार के अन्य लोग अधिक सक्रिय दिखाई दिए।

Updated : 30 March 2023 12:30 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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