जिला अस्पताल का ऑपरेशन थिएटर बंद, मरीजों को होना पड़ेगा परेशान

जिला अस्पताल का ऑपरेशन थिएटर बंद, मरीजों को होना पड़ेगा परेशान
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स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के दावे कर रहे हैं, जबकि हकीकत एकदम उलट है।

ग्वालियर, न.सं.। मुरार जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं सुधरने की जगह बिगड़ती जा रही है। यही कारण है कि आईसीयू के बाद अब अस्पताल का ऑपरेशन थिएटर भी बंद कर दिया गया है। दरअसल जिला अस्पताल को 200 से 300 पलंग का कर दिया गया है। लेकिन जिम्मेदारों की अंदेखी के कारण अस्पताल में अभी भी निर्माण कार्य चल रहा है और पूरा अस्पताल ठीक से चालू नहीं हो सका है। इसी बीच अब अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर को रिनोवेशन कार्य के चलते पूरी तरह बंद कर दिया गया। जबकि ऑपरेशन थिएटर में प्रतिदिन 3 से 4 मरीजों के ऑपरेशन किए जाते हैं। जिस कारण अब ऐसे मरीज जिनका ऑपरेशन होना है, उन्हें जयारोग्य के लिए रैफर किया जा रहा है। इसके अलावा जिन मरीजों का ऑपरेशन बाद में हो सकता है, उन्हें एक सप्ताह बाद आने के लिए कहा जा रहा है। उधर भर्ती मरीजों को भी उपचार के लिए परेशान होना पड़ रहा है। क्योंकि अस्पताल के अधिकांश चिकित्सक समय पर न तो राउण्ड ले रहे हैं और न ही मरीजों को समय पर दवा मिल पा रही है। यह स्थिति तब है जब स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के दावे कर रहे हैं, जबकि हकीकत एकदम उलट है।

सिविल अस्पताल में नहीं होते ऑपरेशन

सिविल अस्पताल हजीरा की बात करें तो यहां के ऑपरेशन थिएटर में भी हड्डी के बड़े ऑपरेशन नहीं किए जाते। कारण यहां अभी तक सी आर्म मशीन ही उपलब्ध नहीं हो सकी है। जिस कारण पिछले दो वर्षों से यहां हड्डी के बड़े ऑपरेशन बंद हैं।

ओपीडी भी नहीं कर सके चालू

जिला अस्पताल की ओपीडी की बात करें तो यह भी अभी तक चालू नहीं हो सकी है। अस्पताल के चिकित्सक मुरार जच्चा खाने में भी मरीज देखने को मजबूर है। चिकित्सकों का कहना है कि जच्चा खाने में जगह कम होने से मरीजों को भी परेशानी होती है।

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