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छह मंत्रियों के पत्र के बाद भी विवि ने नहीं माने आदेश, शासन ने लताड़ा

छह मंत्रियों के पत्र के बाद भी विवि ने नहीं माने आदेश, शासन ने लताड़ा
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विवि ने कार्यपरिषद का हवाला देकर नहीं दी थी अनुमति

ग्वालियर, न.सं.

मध्यप्रदेश शासन के छह मंत्रियों के आदेश के बाद भी जीवाजी विश्वविद्यालय से सम्बद्ध अंचल के निजी महाविद्यालयों को स्वाध्यायी परीक्षा आवेदन पत्र अग्रेषित नहीं करना भारी पड़ गया है। इसको लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने विवि को जमकर लताड़ लगाई है और कहा है कि इस तरह का रवैया बिलकुल बर्दास्त नहीं होगा। शासन ने संबंधित महाविद्यालयों के आवेदन अग्रेषित करने के सख्त निर्देश भी दिए हैं। शासन की तलाड़ के बाद विवि ने आनन-फानन में बैठक कर आवेदन अग्रेषित करने के आदेश जारी करने के साथ ही ऑनलाइन लिंक खोल दी है।

अंचल के निजी महाविद्यालयों ने प्रदेश के छह मंत्रियों को आवेदन देकर आग्रह किया था कि उन्हें विवि द्वारा स्वाध्यायी परीक्षा आवेदन पत्र अग्रेषित करने की अनुमति दी जाए। इस पर मंत्रियों ने उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखा। इन पत्रों के आधार पर विभाग ने विवि प्रशासन को 17 निजी महाविद्यालयों के आवेदन अगे्रषित करने के आदेश दिए, लेकिन विवि ने 10 साल का अनुभव न होने वाले पांच महाविद्यालयों के आवेदन अग्रेषित करने से मना कर दिया। इस पर मंत्रियों ने पुन: शासन को पत्र लिखा और विवि के रवैये पर सवाल उठाए। उच्च शिक्षा आयुक्त राघवेन्द्र कुमार सिंह ने इसे गंभीरता से लेते हुए विवि को जमकर लताड़ लगाई है और कहा है कि शासन के आदेश के बाद भी विवि ने ऐसा कृत्य क्यों किया? यह घोर लापरवाही एवं उदासीनतापूर्ण रवैया है, जो कतईं बर्दास्त नहीं है। आयुक्त ने विवि को जारी सख्त आदेश में कहा है कि प्रदेश के किसी भी विवि ने ऐसा नहीं किया। सिर्फ जीवाजी विवि ने इस तरह का रवैया क्यों अपनाया है, जो घोर लापरवाही है। उन्होंने विवि के कुलसचिव को निर्देशित किया है कि संबंधित महाविद्यालयों के आवेदन अग्रेषित करवाए जाएं और शासन को सूचित भी किया जाए। शासन का पत्र आने के बाद जीवाजी विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. आर.के.एस. सेंगर और उप कुलसचिव डॉ. राजीव मिश्रा ने आनन-फानन में बैठक कर नामांकन और परीक्षा फार्म भरवाने के लिए लिंक खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं।

शासन ने इन महाविद्यालयों के आवेदन भरने दिए आदेश

जी.एल.एस. महाविद्यालय बामौर, मुरैना

एन.ए.एस. महाविद्यालय पोरसा, मुरैना

धीरसिंह महाविद्यालय गोरमी, भिण्ड

बी.एस. पटेल महाविद्यालय मेहगांव, भिण्ड

टी.एस.एस. महाविद्यालय, मुरैना

अशासकीय सुभाष महाविद्यालय कैलारस, मुरैना

जयहिन्द बिस्मिल महाविद्यालय अम्बाह, मुरैना

रोशनलाल दैपुरिया महाविद्यालय सुरपुरा, भिण्ड

ए.डी.एस. महाविद्यालय अम्बाह, मुरैना

ओमशिव महाविद्यालय कैलारस, मुरैना

धीरसिंह महाविद्यालय गोरमी, भिण्ड

बी.एस. पटेल महाविद्यालय मेहगांव, भिण्ड

टी.एस.एस. महाविद्यालय, मुरैना

पं. रमेशचन्द्र भटेले महाविद्यालय गोहद, भिण्ड

सिद्धि विनायक महाविद्यालय नरवर, शिवपुरी

सरकार के आगे धरे रह गए कार्यपरिषद के आदेश

जीवाजी विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद ने आदेश पारित किया था कि जिन निजी महाविद्यालयों को 10 वर्ष से अधिक का समय हो गया है, उन्हें ही स्वाध्यायी परीक्षा आवेदन पत्र फरने की अनुमति मिलेगी। इसी आधार पर विवि ने पांच महाविद्यालयों एसआरडी मुरैना, एएस डिग्री कॉलेज कैलारस, शिवम महाविद्यालय पोरसा, शिवशंकर महाविद्यालय बैराड एवं श्रीराम महाविद्यालय पोरसा को लेकर मार्गदर्शन मांगा था, लेकिन शासन ने कार्यपरिषद के आदेशों को दरकिनार करते हुए एकतरफा आदेश जारी कर दिया, जिसमें कहा है कि संबंधित महाविद्यालयों के स्वाध्यायी आवेदन पत्र भरवाए जाएं। इसमें कोई भी लापरवाही बिलकुल बर्दास्त नहीं होगी।

इनका कहना है

मंत्रियों के पत्रों के आधार पर जीवाजी विश्वविद्यालय को निर्देशित किया गया था कि संबंधित निजी महाविद्यालयों के स्वाध्यायी परीक्षा आवेदन पत्र अग्रेषित किए जाएं, लेकिन विवि प्रशासन ने ऐसा नहीं किया, जो घोर लापरवाही की श्रेणी में आता है। विवि को निर्देशित किया गया है कि वह संबंधित महाविद्यालयों के आवेदन अग्रेषित कर हमें यथास्थिति से अवगत कराएं।

-राघवेन्द्र कुमार सिंह, आयुक्त, उच्च शिक्षा विभाग, मप्र शासन

Updated : 12 March 2019 8:26 PM GMT
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Naveen Savita

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