60 साल का वृद्ध बताकर पड़ोसी ने 30 साल के युवक की हत्याकर बॉडी को जलाया
थाना आंतरी का मामला मंगलवार जनसुनवाई पंहुचा। उत्तरप्रदेश बाँदा निवासी माँ अपने बेटे नागेश्वर की हत्या के आरोपियों को सजा दिलाने के लिए परेशान।
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ग्वालियर। ग्वालियर मंगलवार जनसुवाई में वृद्व मां अपने उम्र 30 वर्ष के बेटे नागेश्वर चन्द्र की हत्यारों को सजा दिलाने की फरियाद लेकर पहुंची। मामला आंतरी थाने का जहां उत्तरप्रदेश बांदा निवासी मां अभिलाषा सुनवाई न होने से परेशान है उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि उनके बेटे नागेश्वर का बहुत साल पहले किसी बात को लेकर छोटा विवाद हुआ था। उसी झगड़े का बदला लेने के लिए हमारे गांव बांदा के पड़ोसी दिनेश ने मेरे बेटे की हत्या कर उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया उसका चेहरा देखना भी मुझे नसीब नहीं हुआ। कई थाना और पुलिस अधिकारियों से अर्जी लगाने पर भी मेरे बेटे को इंसाफ नहीं मिल रहा। जनसुवाई में उन्हें डीएनए कराकर वारदात का पता लगाने का दिलाशा दिया गया।
ऐसे समझे पूरा मामला-
पीड़िता ने बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाला दिनेश पुत्र पंचा उर्फ राजकुमार मेरे बेटे नागेश्वर को पिछले महीने फोटोग्राफी के लिए अपने साढ़ू की बेटी के शादी में उनके गाँव अमलोर ले गया था। वहां नागेश्वर का फोटो खींचने को लेकर दिनेश और उसके साढ़ू से झगड़ा हो गया।जिसके बाद उन्होंने मारपीट कर कैमरा छीन कर वापिस भेज दिया। बेटे ने गाँव वापिस आकर मुझे पूरी घटना की जानकारी दी। इस झगड़े के बाद नागेश्वर ने कहा की वह अपना खुद का स्टूडियो खोलना चाहता है, इसके लिए कैमरा चाहिए। वह घर से पैसे लेकर कमरा खरीदने के लिए दिल्ली रवाना हो गया। लेकिन ट्रेन में बैठने के बाद से नागेश्वर से संपर्क टूट गया। उसका फोन भी लगातार बंद आ रहा था। इसके बाद उन्होंने बांदा में बेटे के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
महिला ने आगे बताया कि कुछ दिन मानसी स्टूडियोपर काम करने वाले मनोज ने ट्रेन हादसे की जानकारी दी।लेकिन जब इस संबंध में दिनेश से घटना के बारे में तो उसने बहाना बना दिया। इसके बाद हमने अपने पड़ोसी नेश के छोटे भाई नरेश के फोन में नागेश्वर की ट्रेन पर कटी बॉडी की फोटो देखी थी। हमने फोटो देख[पहचान लिया की ये हमारे नागेश्वर की बॉडी है। उन्होंने बताया की ये घटना आंतरी के पास की है। । थाना आंतरी में हादसे के बारे में पूछने पर थानाध्यक्ष ने बताया कि पड़ोसी दिनेश और छोटा भाई सुरेश आए और उन्होंने डेड बॉडी की तफसीर कर दिनेश ने बताया कि डेड बॉडी उसके पिता पंचा की है। बॉडी को ले जाकर अंतिम संस्कार भी कर दिया।
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