मुन्ना समर्थकों का महल में हल्ला बोल, सिंधिया की गाड़ी के आगे लेटे

ग्वालियर। ग्वालियर पूर्व में भारतीय जनता पार्टी द्वारा मुन्नालाल गोयल का टिकट काटकर पूर्व मंत्री माया सिंह को दिए जाने के विरोध में उनके समर्थकों ने रविवार को सुबह जय विलास पैलेस में धरना प्रदर्शन किया। श्री सिंधिया के आने पर उनकी गाड़ी के आगे लेट गए। तब उन्होंने कुछ देर कार्यकर्ताओं से चर्चा की। इसके बाद वह वहां से चले गए। श्री सिंधिया ने कहा कि जो कार्यकर्ता परिश्रम करता है स्वाभाविक है टिकट कटने पर भावनात्मक हो ही जाते हैं।
एक उल्लेखनीय है कि भाजपा द्वारा शनिवार को घोषित की गई पांचवी सूची में ग्वालियर पूर्व से माया सिंह और दक्षिण से नारायण सिंह कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया गया है। चूंकि उपचुनाव में मुन्नालाल गोयल को प्रत्याशी बनाया गया था लेकिन वह कांग्रेस के डॉ सतीश सिंह सिकरवार से पराजित हो गए इसलिए इस बार भाजपा ने उनका टिकट काटते हुए माया सिंह को मैदान में उतारा है।श्री गोयल अपने टिकट को लेकर पूरी तरह आश्वान्वित थे इसलिए वह सदमे में आ गए। यही वजह है कि गोयल समर्थक विरोध पर उतारू हैं। उन्होंने शनिवार को रात बारादरी चौराहे पर चक्कर जाम किया।
इसके बाद रविवार को सुबह 9 बजे जय विलास पैलेस पहुंचकर हल्ला बोल दिया। यहां उनकी भीड़ को देखते हुए द्वार पर ताला डाल दिया गया। जिस पर पहरेदारों से उनका विवाद हुआ। बाद में श्री सिंधिया ताला खुलवाकर कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे। उन्होंने समझाइश दी कि हम सब एक हैं यदि आपको लगता है कि गलत हुआ है तो मैं आपके बीच बैठ जाता हूं। इसके बाद वह अपनी गाड़ी में बैठकर जाने लगे तो कुछ महिलाएं और कार्यकर्ता गाड़ी के आगे लेट गए।उनका कहना था कि कांग्रेस के सतीश से सिर्फ मुन्नालाल ही जीत सकते हैं। तब पुलिस और सुरक्षा कर्मियों ने जैसे तैसे श्री सिंधिया की गाड़ी निकलवाई। श्री गोयल ने आगामी रणनीति के लिए सोमवार को सायं 6.30 बजे गोयल वाटिका हुरावली पर कार्यकर्ताओं की एक बैठक बुलाई है जिसमें रणनीति पर विचार किया जाएगा। उनका कहना है कि मैं पार्टी के अनुशासन से बंधा हूं इसलिए अभी कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन जो पांच साल से कार्यकर्ताओं के बीच नहीं गया हो उसे टिकट दिए जाने से कार्यकर्ताओं में आक्रोश है।
टिकट एक को ही मिलता है: सिंधिया
इस सिलसिले में पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री सिंधिया ने कहा कि पार्टी में सभी परिश्रम करते हैं, उनकी आशा रहती है हक बने लेकिन सभी को टिकट नहीं मिल सकता, टिकट एक को ही मिलता है। महल में विरोध प्रदर्शन के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है आखिर हम सब इंसान हैं स्वाभाविक है भावनात्मक होना, इसमें बुराई की बात या अंगुली दिखाने की बात नहीं। ऐसे वातावरण में सभी से चर्चा कर उन्हें सुन लिया है।
