लाल टिपारा गौशाला में बनेगा CNG प्लांट, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया भूमिपूजन

लाल टिपारा गौशाला में बनेगा CNG प्लांट, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया भूमिपूजन
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गौशाला के उन्नयन हेतु सांसद निधि से 2 करोड़ रूपए की राशि दी

ग्वालियर। गौ सेवा से बढ़कर कोई पुण्य का काम नहीं होता है। गौ माता का धार्मिक के साथ -साथ आर्थिक महत्व भी है। गौ माता को हमारे देश में सदियों से पुज्यनीय माना गया है। केन्रीय मंत्री ज्योतोरादित्य सिंधिया ने ये बात आज गुरूवार को ग्वालियर की आदर्श गौशाला में 36 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित सीएनजी प्लांट के भूमिपूजन अवसर पर कही।

उन्होंने कहा ग्वालियर की आदर्श गौशाला लाल टिपारा को विश्व स्तरीय गौशाला बनाने के प्रयास किए जायेंगे। सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर की लाल टिपारा गौशाला आदर्श गौशाला बनने की ओर अग्रसर है। नगर निगम के साथ ही संतगणों के सहयोग से यहाँ 10 हजार गायों की देखभाल का उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है। बायो सीएनजी प्लांट के साथ ही यहाँ पर प्रशिक्षण केन्द्र, इंक्यूवेशन सेंटर भी प्रारंभ किया जायेगा। ग्वालियर की गौशाला को देश में ही नहीं बल्कि विश्वभर में आदर्श गौशाला बनाने की दिशा में हम सब सार्थक प्रयास करेंगे।

सांसद निधि से 2 करोड़ रूपए की राशि


बायो सीएनजी प्लांट की स्थापना से पर्यावरण तो सुधरेगा ही, साथ ही लोगों को रोजगार मिलेगा और गोबर धन का उपयोग होकर आर्थिक रूप से भी गौशाला को सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि गौशाला के उन्नयन हेतु सांसद निधि से 2 करोड़ रूपए की राशि दी गई है, इससे 2 हजार गायों के लिये आधुनिक शेड का निर्माण होगा। आगे भी गौशाला के विकास के लिये सिंधिया परिवार हमेशा सहयोग करेगा।

केंद्रीय मंत्री तोमर वर्चुअली जुड़े -


केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े। उन्होंने इंडियन ऑयल कार्पोरेशन द्वारा सीएसआर मद से ग्वालियर की लाल टिपारा गौशाला में सीएनजी प्लांट स्थापित करने पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि इस प्लांट के स्थापित होने से ग्वालियर की गौशाला और सशक्त बनेगी। गौशाला के विकास में यह एक ऐतिहासिक पहल है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार 2014 से ही लगातार वेस्ट टू बेस्ट के लिये कार्य कर रही है। ग्वालियर का यह प्लांट भी उसी दिशा में एक सराहनीय पहल है। प्रकृतिक के अनुरूप ही सब कार्य हों तो ही ठीक रहता है। प्रकृति से छेड़छाड़ सभी के लिये कष्ट का कारण बनता है। मध्यप्रदेश में जब उमा भारती मुख्यमंत्री थीं तब गौशालाओं के विकास का कार्य प्रारंभ किया गया था। आज प्रदेश भर में गौशालाओं का निर्माण कर गौ धन का पालन पोषण किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि इंडियन ऑयल कार्पोरेशन द्वारा बायो सीएनजी प्लांट की स्थापना 2 हैक्टेयर क्षेत्र में की जा रही है। प्लांट के संचालन हेतु 100 टन गोबर का उपयोग कर लगभग 2 से 3 टन सीएनजी प्रति दिवस एवं 20 टन प्रति दिवस सर्वोत्तम गुणवत्ता का बायो जैविक खाद निर्मित किया जायेगा। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा प्लांट की स्थापित के उपरांत चार माह तक संचालन एवं संधारण का कार्य भी किया जायेगा।

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