किला गेट पर पालिका बाजार की तर्ज पर बनेगा बाजार

ग्वालियर,न.सं.। किलागेट चौराहे को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। किलागेट पर स्थापित थाने की भूमि पर दिल्ली के पालिका बाजार की तर्ज पर मार्केट विकसित की जाएगी। यह निर्देश ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने विकास यात्रा के दौरान गुरूवार को किलागेट विकास के संबंध में जिलाधीश अक्षय कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी, निगमायुक्त किशोर कान्याल सहित विभागीय अधिकारियों को मौके पर ही बुलाकर दिए।
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने अधिकारियों के साथ बैठक कर कहा कि ग्वालियर के ऐतिहासिक किले को देखने के लिए आने वाले पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए किलागेट चौराहे का सौंदर्यीकरण करने के साथ ही किलागेट के अंदर आकर्षक पार्क विकसित किया जाए। इसके साथ ही किले के ऊपर तक जाने वाले मार्ग का निर्माण भी शीघ्रता से हो, यह सुनिश्चित किया जाए। बैठक में तय किया गया कि किलागेट पर स्थापित पुलिस थाने के लिए जमीन सेवानगर में आवंटित की जा चुकी है। नए थाने का निर्माण तत्परता से प्रारंभ किया जाए।
उन्होंने जिलाधीश अक्षय कुमार सिंह से कहा कि किलागेट पर स्थित थाने की भूमि पर दिल्ली के पालिका बाजार की तर्ज पर मार्केट तैयार करने का प्रस्ताव भी तैयार करें और उसे अमलीजामा पहनाएं। इसके साथ ही यातायात प्रबंधन के लिए किलागेट के यातायात को वन-वे करने की व्यवस्था भी की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि फूलबाग से किलागेट तक निर्मित की गई सडक़ के दौरान जिन लोगों के मकान पूर्णत:टूट गए हैं उनके विस्थापन की व्यवस्था भी की जाए।
यह निर्देश भी दिए
- -किलागेट के दौरान किलागेट तक निर्मित की गई नई सडक़ पर स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था को और बेहतर किया जाए। इसके साथ ही किलागेट चौराहे पर ही लाईटिंग को और आकर्षक किया जाए।
- -सेवानगर में नए पुलिस थाने के लिए जमीन आवंटित हो चुकी है। नए थाने का निर्माण भी शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा। इसके साथ ही पुराने थाने की भूमि पर मार्केट निर्माण का प्रस्ताव भी जिला प्रशासन के माध्यम से तैयार कराया जा रहा है।
गूजरी महल म्यूजियम का किया अवलोकन
जिलाधीश अक्षय कुमार सिंह ने किलागेट चौराहे के विकास के लिए आयोजित बैठक के पश्चात गूजरी महल स्थित म्यूजियम का भी अवलोकन किया। उनके साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी एवं निगमायुक्त किशोर कान्याल भी मौजूद थे। गूजरी महल में स्थित म्यूजियम में रखी गई विश्व प्रसिद्ध शाल भंजिका को देखा। इसके साथ ही म्यूजियम में ग्वालियर संगीत के संबंध में विकसित की गई गैलरी का भी अवलोकन किया।
