रावण के बढ़े भाव, फिर भी मांग ज्यादा

रावण के बढ़े भाव, फिर भी मांग ज्यादा
X
बांस महंगा होने से पुतले हुए महंगे, 40 वर्ष से बना रहे हैं रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले

ग्वालियर। विजयादशमी का पर्व 24 अक्टूबर मंगलवार को मनाया जाना है, जिसको लेकर शहर में रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले बनाने का काम तेजी से चल रहा है। छप्पर वाला पुल पर पिछले एक माह पहले से इन पुतलों को बनाया जा रहा है। बांस, कागज और घास महंगा होने से पुतले पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार 25 प्रतिशत तक महंगे हैं।

पुतले बनाने वाले लाखन सिंह ने बताया कि वह पिछले 40 वर्ष से रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले बना रहे हैं। शहर में पुतले बनाने की शुरूआत सबसे पहले उनके द्वारा की गई। इसके बाद अब कई लोग इन पुतलों को बनाने का काम कर रहे हैं। इस बार एक फीट से 25 फीट तक के पुतले बनाए जा रहे हैं जिनकी कीमत 50 रुपए से लेकर 12 हजार रुपए तक है। बांस, कागज और घास महंगा होने के कारण इस बार यह पुतले पिछले वर्ष की अपेक्षा 25 प्रतिशत तक महंगे हैं। लाखन सिंह ने बताया कि इस बार कोरोना आदि का कोई प्रभाव नहीं होने के कारण अच्छे ऑर्डर आ रहे हैं, पूरा का पूरा परिवार इन पुतलों को बनाने में लगा हुआ। लेकिन बदले हुए मौसम ने एक बार फिर से चिंता बढ़ा दी है। शहर में इस बार 7 से 8 हजार पुतलों का दहन होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि विजया दशमी के दो दिन पहले से ही इन पुतलों की खरीदारी शुरू हो जाती है।

दशहरा मैदान शताब्दीपुरम में किर्गिस्तान और मलेशिया के कलाकार देंगे प्रस्तुति:-

चेतना मंच के तत्वावधान में शताब्दीपुरम स्थित नवीन दशहरा मैदान में 19वें दशहरा समारोह का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में किर्गिस्तान एवं मलेशिया के कलाकारों की पारम्परिक नृत्य प्रस्तुतियां, रामचरित मानस पर आधारित संगीत नाटक, श्री रामकथा के साथ 65 फीट के रावण का दहन विशेष आकर्षण का केन्द्र होगा। यह जानकारी पत्रकारों से चर्चा करते हुए चेतना मंच के अध्यक्ष दीपक तोमर एवं संरक्षक ब्रजेश यादव ने दी। उन्होंने बताया कि ग्वालियर में प्रथम बार विदेशी कलाकारों की दशहरे पर प्रस्तुतियां होंगी जिसमें मलेशिया के दल द्वारा नागजत तथा किर्गिस्तान के दल द्वारा काराजोरगो नृत्य की प्रस्तुती दी जाएगी। ये नृत्य इन देशों के पारम्परिक नृत्य हैं जो जीत के अवसर किए जाते हैं। गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी 65 फीट के रावण का दहन किया जाएगा जो सम्भवत: नगर में सबसे बड़ा रावण दहन होगा। मंच के उपाध्यक्ष डॉ. अरविन्द मित्तल एवं रामप्रकाश परमार ने बताया कि श्रीराम कथा के निर्देशक बृजकिशोर दीक्षित है, जिसमें 80 कलाकार इस मनमोहक संगीत नाटिका में रामायण के विभिन्न प्रसंगों पर प्रस्तुती देगें। एक घण्टा तीस मिनट अवधि की इस श्रीराम कथा में शिव विवाह का भव्य मंचन होगा, जिसमें नंदी महाराज का नृत्य, शिवजी की विशाल बारात मुख्य आकर्षण होगी। इसके उपरांत राम जन्म, ताडक़ा वध, लंका दहन, लक्ष्मण शक्ति, राम-रावण युद्ध आदि प्रसंगों को बहुत ही आकर्षक रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।

यहां भी होगा पुतलों का दहन:-

- श्री रामलीला समारोह समिति द्वारा फूलबाग मैदान में 60 फीट के रावण और 50-50 फीट के कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन रात्रि नौ बजे किया जाएगा।

- जीवाजी क्लब में 50 फीट का रावण और 35-35 फीट के कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया जाएगा।

- दीनदयाल नगर में 55 फीट का रावण और 50-50 फीट के कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया जाएगा।

Tags

Next Story