शरद पूर्णिमा पर चन्द्र ग्रहण आज, शाम 4:05 से शुरू होगा सूतक काल

ग्वालियर। आश्विन मास शुक्ल पक्ष शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर शनिवार को मनाई जाएगी। वरिष्ठ ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इसी दिन खण्डग्रास चन्द्रग्रहण लगने जा रहा है जो शनिवार की रात दूसरे प्रहर में रात्रि 11:31 बजे प्रारंभ होगा। ग्रहण का मध्य रात्रि 01:44 और मोक्ष 03:56 पर होगा। ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 25 मिनट है। ग्रहण का सूतक सायं 4:05 बजे से शुरू होगा। इस दौरान शाम के समय मंदिरों के पट बंद रहेंगे।
ज्योतिषाचार्य डॉ. हुकुमचंद जैन के अनुसार शरद पूर्णिमा वाले दिन अश्वनी शुक्ल पूर्णिमा यानी 28 अक्टूबर शनिवार को मध्य रात्रि चंद्र ग्रहण होगा जो भारत में दिखाई देगा। ग्रहण का सूतक शाम 04:05 बजे से लग जाएगा। इसी के साथ सभी मंदिरों के कपाट पूजन के बाद बंद हो जाएंगे। क्योंकि इसी मध्य रात को चंद्रग्रहण लगेगा तो चंद्रमा की सोलह कलाए दूषित रहेंगी और अमृत की वर्षा पर विराम लगेगा। सूतक काल में किसी प्रकार की खीर बनाकर रखना बाद में उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करना उचित नहीं है। भारत के अलावा यह ग्रहण एशिया, यूरोप, आस्ट्रेलिया, अफ्रीका एवं अमेरिका के पूर्वी भू-भाग में दिखाई देगा।
राशियों पर प्रभाव:-
इस ग्रहण के कारण मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, तुला, धनु, मकर और मीन राशि वाले व्यक्तियों पर कष्ट रहेगा। मिथुन, कर्क, वृश्चिक, कुंभ वालो को विजय सुख, लक्ष्मी प्राप्ति के योग बनेंगे।
किस दिन कोन सा त्यौहार होगा:-
नवम्बर माह की शुरूआत से ही त्योहारों की धूम शुरू हो जाएगी। ज्योतिषाचार्य के अनुसार 01 नवम्बर को करवाचौथ, 05 को कालाष्टमी व अहोई अष्टमी, 09 को रमा एकादशी, 10 को धनत्रयोदशी व यमदीपदान, 12 को महालक्ष्मी पूजन, 13 को सोमोती अमावस्या व महावीर निर्वाण दिवस, 14 को गोवर्धन पूजा, 15 को भाई दौज, 16 को दूर्वा गणपति व्रत, 18 को पांडव पंचमी, 19 को डाला छठ, 20 को गोपाष्टमी, 21 को आंवला नवमी, 23 को देवउठान, 24 को तुलसी विवाह, 25 को वैकुंठ चतुर्दशी और 27 को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी।
नवम्बर माह के योग:-
नवम्बर माह में सर्वार्थ सिद्धि योग 1, 2, 3, 5, 23, 24, 27, 29, 30 को है। इसी क्रम में अमृत सिद्धि योग 24 को, रवि योग 3, 4, 16, 18, 22, 23, 25, 26 को, द्विपुष्कर योग 19 और 28 को, त्रिपुष्कर योग 04 को और रविपुष्प योग 05 नवम्बर को है।
