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तिघरा के लबालब होने के लिए श्रीराम की शरण में जलसंसाधन विभाग

रूठे इंद्रदेव को मना रहे अधिकारी, कैंचमेंट क्षेत्र में नहीं हो रही बारिश

तिघरा के लबालब होने के लिए श्रीराम की शरण में जलसंसाधन विभाग
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ग्वालियर,न.सं.। अगस्त का महीना शुरु हो ुचका है, लेकिन उसके बाद भी शहर में जहां खंड-खंड बारिश हो रही है, वहीं तिघरा बांध के कैचमेंट एरिया में बारिश नहीं होने से अब बांध का जलस्तर भी धीरे-धीरे कम होने लगा है। इस वर्ष अगर कहीं मानसून गड़बड़ हुआ तो स्थिति भयावह हो सकती है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों ने तिघरा बांध की रक्षा करने वाले हनुमानजी महाराज के मंदिर पर अखण्ड रामायण का पाठ और भण्डारे का आयोजन किया।

तिघरा बांध के पीछे हनुमानजी महाराज का मंदिर है, इसी स्थान पर नागा सम्प्रदाय के संत भी साधना करते हैं। बारिश नहीं होने और तिघरा बांध के खाली होने के चलते जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बीते दिनों को अखण्ड रामायण पाठ का आयोजन हनुमान जी महाराज के मंदिर पर किया।

सावन माह में उम्मीद के अनुसार बारिश नहीं हो रही है। कभी-कभार बादल छाने के साथ हल्की बारिश हो रही है, जो पर्याप्त नहीं है। अधिकांश दिन मार्च-अप्रैल माह की तरह आसमान में तेज धूप खिल रही है। सावन के मौसम में जेठ माह जैसी भारी उमस पड़ रही है। ऐसे में अधिकारी भी अब भक्ति-भावना के साथ रूठे इंद्रदेव को मनाने पूजापाठ कर रहे हैं।

तीन एमसीएफटी पानी की सप्लाई बढ़ी

अमृत योजना के शुरू होने के कारण ग्वालियर शहर में प्रतिदिन 3 एमसीएफटी पानी की सप्लाई बढ़ गई हैं । पहले ग्वालियर में प्रतिदिन 8 से 9 एमसीएफटी पानी की सप्लाई होती थी, जबकि अब शहर में 12 एमसीएफटी पानी की सप्लाई हो रही है। इसके कारण तिघरा बांध भी लगातार खाली हो रहा है।

कैंचमेंट एरिया सूखा

ग्वालियर शहर की पेयजल व्यवस्था को संभालने वाले चार बांध अपर ककैटो, ककैटो, पेहसारी और तिघरा बांधों में पानी आना शुरू हो गया है। हालांकि यह पानी शिवपुरी जिले में हो रही वर्षा के कारण ही आ रहा है। ककैटो और अपर ककैटो का कैचमेंट एरिया बहुत अधिक बड़ा नहीं होने के कारण इन बांधों को भरने में काफी समय लग रहा है। जबकि ककैटो, पेहसारी और तिघरा के कैचमेंट एरिया में बारिश नहीं हो रही है।

हरसी का बांध 86 प्रतिशत भरा

गुना, अशोकनगर एवं शिवपुरी के ऊपरी क्षेत्र में हुई बारिश के कारण हरसी बांध 86 प्रतिशत भर चुका है। हरसी बांध की नहरों को धान की खेती के लिए खोल दिया गया है, जबकि अभी तिघरा, अपर ककैटो, पेहसारी और ककैटो बांधों को भरा जाना है। इसके लिए अभी बारिश का इंतजार हो रहा है। यदि अच्छी बारिश नहीं होती तो शहर में पेयजल संकट की स्थिति बन सकती है।

यह है बांधों की स्थिति

बांध क्षमता एमसीएफटी में वर्तमान स्थिति

  • अपर ककैटो 1844 एमसीएफटी 24 एमसीएफटी
  • ककैटो 2819 एमसीएफटी 319.20 एमसीएफटी
  • पेहसारी 1765 एमसीएफटी 1235 एमसीएफटी
  • तिघरा 4200 एमसीएफटी 2257 एमसीएफटी

इनका कहना है

कैचमेंट एरिया में बारिश नहीं हो रही है। अच्छी बारिश के लिए हमने अखंड रामाण का पाठ कराया था। हम भी ईश्वर से प्रार्थना कर रहे है कि अच्छी बारिश हो, ताकि सभी बांध भर जाएं।

यादवेन्द्र शर्मा

एसडीओ

जल संसाधन विभाग

Updated : 5 Aug 2022 6:14 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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