इंडिगो ने माफी मांगी, बेटी न्याय के लिए अडिग

ग्वालियर। इंडिगो ने यात्रियों के साथ दुव्र्यवहार मामले में अंतत: माफी मांग ली है। इंडिगो प्रशासन का कहना है कि यात्रियों की सेवा उसकी प्राथमिकता है लेकिन खराब मौसम खलनायक बन गया जिसके चलते ऐसी परिस्थितियां निर्मित हुईं। लेकिन क्या केवल माफी मांग लेने भर से मामला शांत हो जाएगा। ये सवाल सोशल मीडिया पर है जिसका जवाब अब तक न तो इंडिगो एयरलाइंस से आया है और न ही नागरिक उड्डयन मंत्रालय से। ग्वालियर के बुजुर्ग दंपति की बेटी अपने माता-पिता को न्याय दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान चला रही है जिसका पुरजोर समर्थन मिल रहा है।
बेटी साहित्यकार समीक्षा तैलंग का कहना है कि उनके इस कदम से लोग जागरूक होंगे और भविष्य में किसी बुजुर्ग यात्री के साथ के इस तरह का व्यवहार न हो जैसा उनके माता-पिता के साथ हुआ। ऐसे में इंडिगो एयरलाइंस अब फेससेविंग की मुद्रा में आ गया है। 'स्वदेश' से बातचीत में साहित्यकार समीक्षा तैलंग ने कहा कि इंडिगो विमान सेवा ने यात्रा के नाम पर बुजुर्ग दंपति के साथ न केवल बदसलूकी की बल्कि गंतव्य तक ना पहुंचाकर और पूरा किराया वसूली करके उनके साथ धोखाधड़ी भी की है। इसके लिए उन्होंने इंडिगो और नागरिक उड्डयन मंत्रालय में शिकायत की, जिसका अभी तक कोई समाधान नहीं निकला। साहित्यकार समीक्षा तैलंग का कहना है कि जब गन्तव्य तक पहुंचाया ही नहीं गया तो किराया वापस किया जाना चाहिए। 31 दिसंबर को इंडिगो की पुणे-ग्वालियर फ्लाइट ने जिन यात्रियों को बीच मे ही दिल्ली छोड़ दिया था, उसमें ग्वालियर निवासी गोसावी दम्पति भी सवार थे। इस मामले में साहित्यकार समीक्षा तैलंग ने शिकायत की थी और केंद्रीय मंत्री व अथॉरिटी को इंटरनेट मीडिया से पूरा मामला पहुंचाया था।
मामला जब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ तो इंडिगो एयरलाइंस ने आनन-फानन में ई-मेल के जरिए जवाब भेजा। रविवार को इस मामले में इंडिगो एयरलाइंस ने जवाब भी दिया, जिसमें 13200 के टिकट के रिफंड के एवज में 1900 रुपए वापसी पर कोई स्पष्ट तर्क नहीं दिया। किमी के आधार पर रिफंड को बताया। इधर, समीक्षा तैलंग का मानना है कि पुणे से ग्वालियर तक टिकट बुक किया गया था तो कानूनन यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाना इंडिगो की जवाबदेही बनती थी। लेकिन, खराब मौसम का बहाना बनाकर फ्लाइट वापस दिल्ली चली गई। यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए विकल्प के तौर पर कोई दूसरी व्यवस्था करनी थी। ऐसा ना करके इंडिगो एयरलाइंस ने अमानवीयता का परिचय दिया । अब जब किराया वापसी की मांग की जा रही है तो ठगी की जा रही है। समीक्षा तैलंग ने कहा मामला दुव्र्यवहार के साथ धोखाधड़ी का भी है इसलिए हम उपभोक्ता फोरम जाकर न्याय के लिए संघर्ष करेंगे। उधर, इंडिगो एयरलाइन से स्वदेश ने जब पड़ताल की तो इंडिगो प्रशासन ने कहा कि यात्रियों के साथ इस तरह का दुव्र्यवहार अनुचित है, इसके लिए इंडिगो यात्रियों से माफी मांगती है। जहां तक किराया वापसी का सवाल है तो कंपनी 'पार्शियल रिफंड' ही दे सकेगी।
इनका कहना है
पुणे से ग्वालियर तक जब एक ही टिकट बुक किया गया था तो इंडिगो की जवाबदेही ग्वालियर पहुंचाने की थी लेकिन बीच सफर में छोडक़र मेरे बुजुर्ग माता-पिता के साथ बद्सलूकी की गई। कुलमिलाकर मामला बदसलूकी के साथ-साथ धोखाधड़ी का है, न्याय के लिए हम उपभोक्ता फोरम जाएंगे। हम देख रहे हैं कि इंडिगो और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से क्या जवाब आता है।
--- समीक्षा तैलंग(साहित्यकार), बुजुर्ग दम्पति की बेटी
यात्रियों के साथ दुव्र्यवहार के लिए हम क्षमाप्रार्थी हैं। संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
---इंडिगो एयरलाइंस प्रशासन
